अमरनाथ यात्रा 2025: बाबा बर्फानी के दर्शन और ऐतिहासिक महत्व जम्मू-कश्मीर के हिमालय पर्वतों में समुद्र तल से…
Read Moreजनार्दन पाण्डेय “नाचीज़” की कविता; छोड़ो यार भाड़ में जाये!
किसको इतनी फ़ुर्सत है जोहर मुश्किल में रोये गाये।छोड़ो यार भाड़ में जाये। हम चर्वाक नहीं पर हमनेमस्ती…
Read MoreEarth day special;मिट्टी
अतुल्य भारत चेतना मैं मिट्टी हूंलोग कहते हैंमेरा कोई मूल्य नहींपर मैं कहता हूंमैं मिट्टी हूंऔर मेरा ही…
Read Moreभगवन्नाम -महिमा
अतुल्य भारत चेतना पुराण कहते हैं कि सभी पातकी जीव यावज्जीवन अपनी सामर्थ्य से अधिक शक्ति लगाकर भी…
Read Moreआया हूं द्वार तेरे कर पार मुझे अविलंब
अतुल्य भारत चेतना महामाया कर दे कृपा जगदम्बआया हूं द्वार तेरे कर पार मुझे अविलंबमाया मोह के इस…
Read More“हम तेरे सपनों का हिन्दुस्तान बनाना भूल गए” 23 मार्च, शहीदी दिवस को समर्पित आत्मावलोकन का एक गीत
23 March (शहीदी दिवस) पर आत्मावलोकन का एक गीत गीत तुम्हारे गाते हैं पर रीत निभाना भूल गएफूल…
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