अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। खादर क्षेत्र के गांव पठेड़ में सोमवार, 21 जुलाई 2025 को एक दुखद हादसे में 24 वर्षीय युवक सचिन की करंट लगने से मौत हो गई। इस हादसे ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। मृतक युवक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है, और उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
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हादसे का विवरण
पठेड़ गांव निवासी सचिन (24) सोमवार को अपने घर में था, जब वह पंखे में उतरे करंट की चपेट में आ गया। करंट लगने से वह तत्काल बेहोश हो गया। परिजनों ने उसे अचेत अवस्था में तुरंत स्थानीय चिकित्सक के पास पहुंचाया, लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस हादसे की खबर सुनते ही परिजनों में हाहाकार मच गया।
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परिवार पर दुखों का पहाड़
सचिन की मौत ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। वह अपने पीछे तीन वर्ष के एक मासूम बच्चे और आठ माह की गर्भवती पत्नी को छोड़ गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और इस हादसे ने उनके लिए दुखों का पहाड़ खड़ा कर दिया। गांव में गमगीन माहौल में सोमवार शाम को सचिन का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सामुदायिक प्रतिक्रिया
इस दुखद घटना ने पूरे पठेड़ गांव को झकझोर कर रख दिया। स्थानीय निवासियों ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और परिवार के प्रति संवेदना जताई। ग्रामीणों ने बताया कि सचिन एक मेहनती और मिलनसार युवक था, और उसकी असमय मृत्यु ने सभी को स्तब्ध कर दिया। कुछ ग्रामीणों ने इस घटना के बाद विद्युत उपकरणों की सुरक्षा जांच और जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया।
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विद्युत सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर विद्युत उपकरणों की सुरक्षा और रखरखाव के मुद्दे को सामने ला दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने विद्युत तारों, खराब उपकरणों, और अपर्याप्त रखरखाव के कारण करंट लगने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांवों में विद्युत लाइनों और उपकरणों की नियमित जांच की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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प्रशासन की भूमिका
हालांकि इस मामले में पुलिस या प्रशासन की ओर से कोई औपचारिक कार्रवाई की जानकारी नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इस घटना को संज्ञान में लिया है। कैराना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मामला दुर्घटना से संबंधित प्रतीत होता है, और आवश्यकता पड़ने पर जांच की जाएगी।
सामाजिक और पारिवारिक संदर्भ
सचिन की मृत्यु एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। तीन वर्षीय बच्चे और गर्भवती पत्नी के सामने अब जीवन की चुनौतियां और बढ़ गई हैं। सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस परिवार की सहायता के लिए आगे आएं। उत्तर प्रदेश में करंट लगने से होने वाली मौतें समय-समय पर चर्चा में रहती हैं, जैसे कि 2023 में सहारनपुर में एक समान हादसे में युवक की मृत्यु। इस तरह की घटनाएं विद्युत सुरक्षा के प्रति जागरूकता और बुनियादी ढांचे में सुधार की मांग को रेखांकित करती हैं।
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पठेड़ गांव में सचिन की असमय मृत्यु ने न केवल एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि समाज में विद्युत सुरक्षा और जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर किया। इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए।