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Chhindwara news; छिंदवाड़ा के इतिहास में पहली बार: शुवांशु रघुवंशी का NSNIS बेंगलुरु में बास्केटबॉल कोचिंग के लिए चयन

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अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी

छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा जिले ने खेल के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। पहली बार, जिले के युवा बास्केटबॉल खिलाड़ी शुवांशु रघुवंशी, पिता जीवन सिंह रघुवंशी, का चयन भारत के प्रतिष्ठित नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान (NSNIS), बेंगलुरु में डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स कोचिंग (बास्केटबॉल) कोर्स के लिए हुआ है। यह उपलब्धि न केवल छिंदवाड़ा, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए गर्व का विषय है।

NSNIS बेंगलुरु में चयन की प्रक्रिया

NSNIS, बेंगलुरु देश का एकमात्र संस्थान है, जो बास्केटबॉल सहित विभिन्न खेलों में डिप्लोमा इन स्पोर्ट्स कोचिंग कोर्स संचालित करता है। इस कोर्स में हर वर्ष पूरे भारत से केवल 30 खिलाड़ियों का चयन किया जाता है, और शुवांशु रघुवंशी ने इस कठिन चयन प्रक्रिया में अपनी जगह बनाई। NSNIS में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को कठिन प्रवेश परीक्षा और खेल प्रदर्शन के आधार पर चुना जाता है।

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यह एक वर्षीय कोर्स अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित है, जिसके पूरा होने पर शुवांशु को FIBA (Federation of International Basketball Association) द्वारा मान्यता प्राप्त अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल कोच का दर्जा प्राप्त होगा। यह कोर्स न केवल तकनीकी और सामरिक प्रशिक्षण प्रदान करता है, बल्कि बायोमेकेनिक्स, खेल मनोविज्ञान, और फिटनेस जैसे पहलुओं पर भी ध्यान देता है।

शुवांशु रघुवंशी की उपलब्धि

शुवांशु रघुवंशी का यह चयन छिंदवाड़ा के बास्केटबॉल इतिहास में एक मील का पत्थर है। उनकी इस सफलता ने न केवल जिले के खेल क्षेत्र को गौरवान्वित किया है, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्थापित की है। शुवांशु की मेहनत, समर्पण, और खेल के प्रति जुनून ने उन्हें इस प्रतिष्ठित संस्थान तक पहुंचाया। उनकी इस उपलब्धि से जिले में बास्केटबॉल को बढ़ावा मिलेगा, और भविष्य में युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

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सामुदायिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया

शुवांशु की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर छिंदवाड़ा के खेलजगत से जुड़ी हस्तियों, प्रशिक्षकों, और नागरिकों ने हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इसे एक ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि शुवांशु का चयन जिले के लिए गर्व का विषय है और यह अन्य युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करेगा।

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स्थानीय निवासियों और खेल प्रेमियों ने भी शुवांशु की उपलब्धि की सराहना की। एक स्थानीय कोच ने कहा, “शुवांशु ने साबित कर दिया कि छोटे शहरों से भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। उनका यह चयन छिंदवाड़ा के लिए एक नया अध्याय शुरू करेगा।”

बास्केटबॉल और छिंदवाड़ा का भविष्य

छिंदवाड़ा, जो मध्यप्रदेश का एक प्रमुख शहर है, अब तक खेलों में विशेष रूप से बास्केटबॉल में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। शुवांशु का NSNIS में चयन इस बात का प्रमाण है कि जिले में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उनके इस कोर्स के पूरा होने के बाद, वे न केवल स्थानीय खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर सकेंगे, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बास्केटबॉल को बढ़ावा दे सकेंगे।

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शुवांशु रघुवंशी की यह उपलब्धि न केवल खेल के क्षेत्र में, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी महत्वपूर्ण है। यह छोटे शहरों और कस्बों के युवाओं को यह संदेश देता है कि कठिन परिश्रम और समर्पण के साथ वे भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना सकते हैं। छिंदवाड़ा, जो पहले से ही अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है, अब खेल के क्षेत्र में भी अपनी पहचान स्थापित कर रहा है।

भविष्य की संभावनाएं

शुवांशु के इस कोर्स के पूरा होने के बाद, वे FIBA प्रमाणित कोच के रूप में जिले और राज्य में बास्केटबॉल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकेंगे। उनकी विशेषज्ञता से स्थानीय स्तर पर बास्केटबॉल प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार होगा, और अधिक से अधिक युवा इस खेल की ओर आकर्षित होंगे। जिला प्रशासन और खेल संगठनों से अपेक्षा है कि वे शुवांशु जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को और अधिक अवसर प्रदान करें।

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छिंदवाड़ा के इतिहास में पहली बार किसी खिलाड़ी का NSNIS, बेंगलुरु में चयन एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। शुवांशु रघुवंशी ने न केवल अपने परिवार और जिले का नाम रोशन किया, बल्कि मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए एक नया मार्ग प्रशस्त किया है। उनकी इस सफलता ने साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी क्षेत्र की सीमाओं से बंधी नहीं होती, और यह छिंदवाड़ा के बास्केटबॉल इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय है।

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