अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच। नेपाल-नानपारा-बहराइच रेल आमान परिवर्तन परियोजना के पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है। इसकी जांच के लिए रेल संरक्षा आयुक्त (पूर्वोत्तर परिमंडल) प्रणजीव सक्सेना ने बुधवार और गुरुवार, 16-17 जुलाई 2025 को बहराइच में दो दिवसीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद गुरुवार को इस रेल खंड पर सफल स्पीड ट्रायल भी किया गया। रेलवे ने 15 अगस्त 2025 से इस रूट पर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू करने की योजना बनाई है।
रेल संरक्षा आयुक्त का निरीक्षण
रेल संरक्षा आयुक्त प्रणजीव सक्सेना ने बुधवार को बहराइच रेलवे स्टेशन से निरीक्षण शुरू किया। पहले दिन उन्होंने बहराइच से मटेरा तक 25,000 वोल्ट एसी क्षमता की नई विद्युतीकृत रेल लाइन का जायजा लिया। निरीक्षण में सेफ्टी अभिलेखों, यार्ड प्लान, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफॉर्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रॉसिंग, सिग्नलिंग सिस्टम, बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, फाउलिंग मार्क, पैनल इंटरलॉकिंग, बैटरी रूम, और रिले रूम की सुरक्षा मानकों की जांच की गई। उन्होंने स्टेशन मास्टर से संरक्षा संबंधी प्रश्न पूछकर उनकी कार्यकुशलता का आकलन भी किया।
इसे भी पढ़ें : गर्मी में कूलर को बनाएं AC : आसान हैक्स और टिप्स
इसके बाद, आयुक्त ने मोटर ट्रॉली के माध्यम से बहराइच-नानपारा खंड का निरीक्षण किया। इस दौरान बहराइच-रिसिया स्टेशनों के बीच समपार संख्या-43 (एलएचएस), माइनर ब्रिज संख्या-37 और 38, मेजर ब्रिज संख्या-39, कर्व, बैलास्ट कुशन, और रिसिया स्टेशन की जांच की गई। रिसिया-मटेरा खंड में समपार संख्या-51, मेजर ब्रिज संख्या-43, और अन्य ढांचों का भी निरीक्षण किया गया।
इसे भी पढ़ें : ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हिना खान बनीं कोरिया टूरिज्म की ब्रांड एंबेसडर
निरीक्षण में पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) अभय कुमार गुप्ता, मुख्य विद्युत इंजीनियर (निर्माण) ओपी सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर सुरेश कुमार, मुख्य इंजीनियर टीएमसी संजय यादव, मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर नीलाभ महेश, आरके चौधरी, विनोद कुमार, और लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
स्पीड ट्रायल और अंतिम मंजूरी
गुरुवार, 17 जुलाई 2025 को नानपारा-बहराइच रेल खंड पर 130 किमी/घंटा की रफ्तार से स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक किया गया। यह ट्रायल रेल संरक्षा आयुक्त की उपस्थिति में हुआ, जिसके बाद रेलवे को इस रूट पर ट्रेन संचालन के लिए अंतिम मंजूरी (एनओसी) मिलने की उम्मीद है। यदि कोई तकनीकी समस्या नहीं आती, तो 15 अगस्त 2025 से इस रूट पर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
परियोजना का प्रथम चरण
नेपाल-नानपारा-बहराइच रेल परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जा रहा है। प्रथम चरण में बहराइच से नानपारा तक 34.85 किमी का आमान परिवर्तन और विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। इस खंड में सभी आवश्यक ढांचागत कार्य, जैसे ट्रैक लिंकिंग, सिग्नलिंग, और विद्युतीकरण, पूरे कर लिए गए हैं। रेलवे का लक्ष्य इस रूट को यात्रियों के लिए सुगम और सुरक्षित बनाना है।
इसे भी पढ़ें : Shiv Mandir Lucknow; लखनऊ स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर और उनकी महिमा
द्वितीय चरण की प्रगति
परियोजना के द्वितीय चरण में नानपारा से नेपालगंज रोड तक 20.54 किमी का कार्य तेजी से चल रहा है। इस खंड में एक बड़े पुल का फाउंडेशन और सुपरस्ट्रक्चर कार्य पूरा हो चुका है। इसके साथ ही 10 छोटे पुलों, तीन समपारों, और एक स्टेशन भवन का फिनिशिंग कार्य प्रगति पर है। 24 ट्रैक किलोमीटर की ट्रैक लिंकिंग, सिग्नलिंग, और ओवरहेड विद्युतीकरण का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। यह चरण नेपाल सीमा तक रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा, जिससे क्षेत्रीय व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
नानपारा-वाराणसी ट्रेन संचालन को मंजूरी
रेल मंत्री ने बहराइच के सांसद डॉ. आनंद गोंड को पत्र लिखकर सूचित किया है कि गोंडा-बहराइच डेमू ट्रेन का मार्ग विस्तार कर अब इसे नानपारा से वाराणसी तक संचालित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, गाड़ी संख्या 14213 वाराणसी-बहराइच इंटरसिटी एक्सप्रेस अब नानपारा तक जाएगी, जो वाराणसी से दोपहर 2:00 बजे प्रस्थान कर रात 10:40 बजे नानपारा जंक्शन पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 14214 नानपारा-वाराणसी एक्सप्रेस सुबह 4:20 बजे नानपारा से प्रस्थान करेगी और बहराइच में सुबह 5:05 बजे पहुंचकर 5:10 बजे आगे रवाना होगी। गाड़ी संख्या 75109 गोंडा-बहराइच डेमू भी नानपारा तक विस्तारित की गई है, जो सुबह 5:00 बजे गोंडा से प्रस्थान कर बहराइच में 6:25 बजे पहुंचेगी और 6:30 बजे नानपारा के लिए रवाना होकर 7:20 बजे वहां पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या 75110 नानपारा से सुबह 7:50 बजे प्रस्थान करेगी।
क्षेत्रीय विकास और सुरक्षा उपाय
यह रेल परियोजना न केवल बहराइच और नानपारा को बेहतर रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, बल्कि नेपाल सीमा तक संपर्क को भी मजबूत करेगी। इससे क्षेत्र में पर्यटन, व्यापार, और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे 25,000 वोल्ट की विद्युतीकृत रेल लाइन के पास सावधानी बरतें और पशुओं को ट्रैक पर जाने से रोकें।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। 15 अगस्त 2025 से शुरू होने वाली ट्रेन सेवाएं स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को सुगम बनाएंगी और क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ेंगी।