अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। होमगार्ड एवं आपदा प्रबंधन मुख्यालय, मध्यप्रदेश के निर्देशानुसार, जिला कलेक्टर कार्यालय, विदिशा परिसर में सोमवार, 21 जुलाई 2025 को समय सीमा बैठक के पश्चात आपदा प्रबंधन उपकरणों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड मयंक कुमार जैन के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शनी का उद्देश्य आपदा की स्थिति में उपयोग होने वाले उपकरणों की जानकारी जनसामान्य, शैक्षणिक संस्थानों, और प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचाना था।
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प्रदर्शनी का उद्घाटन और उपस्थिति
प्रदर्शनी का उद्घाटन कलेक्टर अंशुल गुप्ता द्वारा किया गया। इस अवसर पर एडीएम, सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम, फॉरेस्ट ऑफिसर, होमगार्ड अधिकारी, और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कलेक्टर ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए आपदा प्रबंधन में इन उपकरणों की उपयोगिता और जन जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला।
प्रदर्शित उपकरण और लाइव डेमो
प्रदर्शनी में आपदा प्रबंधन से संबंधित अनेक आधुनिक उपकरण प्रदर्शित किए गए, जिनमें शामिल थे:

- लाइफ जैकेट: जल आधारित आपदाओं में बचाव के लिए।
- स्ट्रेचर और स्पाइन बोर्ड: घायलों को सुरक्षित स्थानांतरण के लिए।
- रेस्क्यू रोप्स: ऊंचाई या गहराई से बचाव के लिए।
- फर्स्ट एड किट: आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए।
- फ्लोटिंग पंप सेट: जल निकासी के लिए।
- जनरेटर और एलईडी लाइट्स: अंधेरे में बचाव कार्यों के लिए।
- मेगाफोन और Aska लाइट: संचार और रोशनी के लिए।
- आर आर सॉ, चैन कटर, ड्रिल मशीन: मलबे को हटाने और काटने के लिए।
- पेनिकल लाइट और बॉडी वॉर्न कैमरा: खोज और निगरानी के लिए।
- BA सेट और डीप डाइविंग सेट: विषाक्त गैसों और जलमग्न क्षेत्रों में बचाव के लिए।
- स्नेक कैचर और MFR किट: सांपों से बचाव और मल्टी-फंक्शनल रेस्क्यू के लिए।
- सोनार: जल में खोज कार्य के लिए।
- कैराबिन, हेलमेट, गम बूट: सुरक्षित बचाव कार्य के लिए आवश्यक उपकरण।
प्रशिक्षित SDERF (स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पॉन्स फोर्स) जवानों द्वारा इन उपकरणों का लाइव डेमो प्रस्तुत किया गया, जिसमें उपकरणों के उपयोग और उनकी प्रभावशीलता को प्रदर्शित किया गया। इस डेमो ने उपस्थित लोगों को आपदा प्रबंधन की तकनीकों को समझने में मदद की।
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जन जागरूकता और सहभागिता
प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में आम नागरिक, शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि, और प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। उपस्थित लोगों ने उपकरणों के उपयोग और आपदा से बचाव के उपायों की सराहना की। प्रदर्शनी के माध्यम से जनमानस को आपदा के समय त्वरित प्रतिक्रिया और बचाव के तरीकों की जानकारी प्रदान की गई। खास तौर पर, बाढ़, भूकंप, और अन्य प्राकृतिक आपदाओं में इन उपकरणों की भूमिका को समझाया गया।

होमगार्ड और SDERF की प्रतिबद्धता
होमगार्ड और SDERF विभाग ने इस अवसर पर प्रतिबद्धता जताई कि इस तरह की प्रदर्शनियां और प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएंगे, ताकि आम जनता को आपदा प्रबंधन के प्रति सजग और प्रशिक्षित बनाया जा सके। डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट मयंक कुमार जैन ने कहा कि आपदा प्रबंधन केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामुदायिक जागरूकता और सहभागिता का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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सामाजिक और प्रशासनिक महत्व
यह प्रदर्शनी विदिशा जिले में आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता बढ़ाने और प्रशासनिक तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मध्यप्रदेश में बाढ़, सूखा, और अन्य प्राकृतिक आपदाओं की बार-बार होने वाली घटनाओं को देखते हुए, इस तरह के आयोजन जनता को आपदा से निपटने के लिए तैयार करने में सहायक हैं। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने कहा कि प्रशासन आपदा प्रबंधन के लिए पूरी तरह तैयार है और जनता को भी इन उपकरणों और तकनीकों की जानकारी होना आवश्यक है।

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होमगार्ड और SDERF विभाग ने भविष्य में स्कूलों, कॉलेजों, और ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसी प्रदर्शनियों और प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन की योजना बनाई है। इससे न केवल शहरी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी आपदा प्रबंधन की जागरूकता बढ़ेगी। साथ ही, आपदा प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित करने पर भी जोर दिया जाएगा।