अतुल्य भारत चेतना
रईस
बहराइच/रुपईडीहा। भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र की नगर पंचायत रुपईडीहा में सोमवार, 21 जुलाई 2025 को श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर और हनुमंत सरोवर के साथ-साथ एनएच 927 की विशेष साफ-सफाई अभियान चलाया गया। इस अभियान का नेतृत्व अधिशासी अधिकारी (ईओ) राम बदन यादव ने किया, जिसके लिए नगर पंचायत चेयरमैन डॉ. उमाशंकर वैश्य के दिशा-निर्देश प्राप्त थे। साफ-सफाई के दौरान मंदिर परिसर और उसके मुख्य द्वार के सामने चूना डालकर स्वच्छता का परिचय दिया गया। यह अभियान आगामी कांवड़ यात्रा और भंडारा आयोजन की तैयारियों का हिस्सा था।
साफ-सफाई अभियान का विवरण
नगर पंचायत रुपईडीहा की ओर से सफाई कर्मियों ने मंदिर परिसर, हनुमंत सरोवर, और नेपालगंज रोड पर स्थित एनएच 927 के आसपास के क्षेत्र को साफ किया। मंदिर के सामने चूना छिड़काव कर परिसर को स्वच्छ और आकर्षक बनाया गया। इस अभियान में अधिशासी अधिकारी राम बदन यादव ने सफाई कर्मियों का मार्गदर्शन किया, जिससे स्वच्छता के प्रति नगर पंचायत की प्रतिबद्धता स्पष्ट हुई।
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मंदिर के महंत श्री हनुमान दास रामायणी और राम जानकी नगर वार्ड 10 के सभासद नरेंद्र मद्धेशिया (गुड्डू) ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने बताया कि स्वच्छता अभियान कांवड़ यात्रा के स्वागत और भंडारा आयोजन की तैयारियों का हिस्सा है।
कांवड़ यात्रा और भंडारा की तैयारियां
महंत हनुमान दास और सभासद नरेंद्र मद्धेशिया ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 23 जुलाई 2025, बुधवार को कांवड़ यात्रा के तहत कांवड़ियों का जत्था नानपारा तकिया घाट से गंगाजल लेकर हांड़ा बसेहरी के रास्ते रुपईडीहा के हनुमान मंदिर पहुंचेगा। यहां कांवड़िए भंडारा का प्रसाद ग्रहण करेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। रामचंद्र जायसवाल और रुपईडीहा नगरवासियों की ओर से इस भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
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अगले दिन, गुरुवार, 24 जुलाई को सुबह 4 बजे, कांवड़िए “हर हर महादेव” और “बोल बम” के जयघोष के साथ पड़ोसी देश नेपाल के उप महानगरपालिका, नेपालगंज, जिला बांके स्थित माता बागेश्वरी मंदिर में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए प्रस्थान करेंगे।
सामाजिक और धार्मिक महत्व
यह आयोजन भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर और हनुमंत सरोवर न केवल स्थानीय लोगों, बल्कि नेपाल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का केंद्र है। कांवड़ यात्रा के दौरान यह मंदिर कांवड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जहां वे विश्राम और पूजा-अर्चना करते हैं।
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नगर पंचायत की ओर से मंदिर और आसपास के क्षेत्र की साफ-सफाई ने न केवल श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुगम वातावरण सुनिश्चित किया, बल्कि क्षेत्र की धार्मिक और पर्यटकीय महत्ता को भी बढ़ाया। यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक प्रयास है।
प्रशासन की भूमिका और सराहना
चेयरमैन डॉ. उमाशंकर वैश्य ने अधिशासी अधिकारी राम बदन यादव और सफाई कर्मियों की इस पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और धार्मिक आयोजनों का समन्वय नगर पंचायत की प्राथमिकता है। ईओ राम बदन यादव ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान मंदिर परिसर और एनएच 927 पर विशेष निगरानी रखी जाएगी, ताकि कांवड़ियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
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महंत हनुमान दास ने नगर पंचायत के इस प्रयास को “सेवा और समर्पण” का उदाहरण बताया और कहा कि यह आयोजन भारत-नेपाल के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को और मजबूत करेगा। सभासद नरेंद्र मद्धेशिया ने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे इस भंडारे और कांवड़ यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें।
सामुदायिक सहभागिता और अपेक्षाएं
रुपईडीहा के निवासियों ने इस स्वच्छता अभियान और भंडारा आयोजन की सराहना की। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामुदायिक एकता और आपसी सहयोग को भी बढ़ावा देते हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान भारत और नेपाल के श्रद्धालुओं का एक साथ मिलना दोनों देशों के बीच सौहार्द का प्रतीक है। नगर पंचायत ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता, और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित किया गया है।
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रुपईडीहा में श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर और एनएच 927 की साफ-सफाई के साथ-साथ कांवड़ यात्रा और भंडारा आयोजन की तैयारियां इस क्षेत्र की धार्मिक और सामाजिक जीवंतता को दर्शाती हैं। नगर पंचायत के इस प्रयास ने न केवल कांवड़ियों के लिए सुविधाजनक वातावरण तैयार किया, बल्कि भारत-नेपाल सीमा पर सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत किया। यह आयोजन 23 जुलाई को हजारों श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव होगा।