अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना। कैराना क्षेत्र में यमुना नदी के जलस्तर में गुरुवार को तीन सेंटीमीटर की मामूली वृद्धि दर्ज की गई। हथिनीकुंड बैराज से 6,682 क्यूसेक पानी यमुना में प्रवाहित किए जाने के बावजूद क्षेत्र में किसी भी खतरे की संभावना नहीं है।
जलस्तर और पानी का प्रवाह
पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में पानी छोड़े जाने का सिलसिला जारी है। बुधवार सुबह 8 बजे बैराज से 6,845 क्यूसेक पानी यमुना में डिस्चार्ज किया गया था, जब कैराना में यमुना का जलस्तर 228.04 मीटर था। इस पानी के कैराना पहुंचने पर गुरुवार सुबह 8 बजे जलस्तर में तीन सेंटीमीटर की मामूली वृद्धि देखी गई, और जलस्तर 228.07 मीटर दर्ज किया गया। गुरुवार को दिनभर में हथिनीकुंड बैराज से अधिकतम 6,682 क्यूसेक पानी यमुना में प्रवाहित किया गया। यह पानी करीब 24 घंटे बाद कैराना पहुंचेगा, लेकिन इससे जलस्तर में कोई उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना नहीं है।
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ड्रेनेज विभाग का आश्वासन
ड्रेनेज विभाग के अवर अभियंता आशु कुमार ने बताया कि हथिनीकुंड बैराज से गुरुवार को छोड़ा गया 6,682 क्यूसेक पानी क्षेत्र में किसी भी खतरे का कारण नहीं बनेगा। वर्तमान में कैराना में यमुना का जलस्तर 228.07 मीटर है, जो चेतावनी बिंदु 231.00 मीटर और खतरे के निशान 231.50 मीटर से काफी नीचे है। उन्होंने आश्वस्त किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार के खतरे की संभावना नहीं है।
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सतर्कता और निगरानी
ड्रेनेज विभाग और स्थानीय प्रशासन यमुना के जलस्तर पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी के प्रभाव को देखते हुए आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं। हालांकि, वर्तमान जलस्तर को देखते हुए नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में तत्काल कोई खतरा नहीं है।
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प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से नदी के किनारे अनावश्यक रूप से न जाने और सतर्क रहने की अपील की है। ड्रेनेज विभाग ने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जाएगी। यह आयोजन सामुदायिक सतर्कता और प्रशासनिक तैयारियों को दर्शाता है, जो यमुना के जलस्तर को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।