अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/मिहींपुरवा/बहराइच। शनिवार, 12 जुलाई 2025 को बहराइच जिले के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आए। रुपईडीहा में थाना समाधान दिवस का आयोजन हुआ, जहां कई शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। दूसरी ओर, मिहींपुरवा में बार-बार ट्रांसफार्मर खराब होने और बिजली कटौती से नाराज उपभोक्ताओं ने विद्युत उपकेंद्र पर प्रदर्शन किया। दोनों घटनाएं स्थानीय प्रशासन और जनता के बीच संवाद और समस्याओं के समाधान की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं।
रुपईडीहा: थाना समाधान दिवस में त्वरित कार्रवाई
रुपईडीहा थाना परिसर में 12 जुलाई 2025 को थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता थाना प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत ने की। समाधान दिवस के दौरान क्षेत्रीय नागरिकों ने अपनी विभिन्न शिकायतें प्रस्तुत कीं, जिनमें भूमि विवाद, कानून व्यवस्था, और अन्य स्थानीय समस्याएं शामिल थीं।
कार्यवाही और निस्तारण:
थाना प्रभारी ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कई मामलों का मौके पर ही समाधान किया गया, जैसे छोटे-मोटे विवादों का निपटारा और प्रशासनिक सहायता।
जटिल शिकायतों को जांच और आगे की कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंपा गया।
थाना प्रभारी ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक शिकायतकर्ता के साथ संवेदनशीलता से पेश आया जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
थाना प्रभारी रमेश सिंह रावत ने कहा, “जनता की समस्याओं का निस्तारण हमारी प्राथमिकता है। थाना समाधान दिवस के माध्यम से हम नागरिकों की शिकायतों को सुनते हैं और उनका त्वरित और निष्पक्ष समाधान करने का प्रयास करते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि यह आयोजन प्रत्येक माह के द्वितीय और चतुर्थ शनिवार को नियमित रूप से किया जाता है, जिससे नागरिक अपनी समस्याएं सीधे पुलिस तक पहुंचा सकें।
इसे भी पढ़ें : ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हिना खान बनीं कोरिया टूरिज्म की ब्रांड एंबेसडर
सामुदायिक प्रभाव: इस आयोजन ने स्थानीय नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत किया। यह मंच जनता और प्रशासन के बीच संवाद का एक प्रभावी माध्यम साबित हुआ, जिससे छोटी-छोटी समस्याओं का त्वरित निपटारा संभव हुआ।
मिहींपुरवा: ट्रांसफार्मर खराबी और बिजली कटौती पर प्रदर्शन
नगर पंचायत मिहींपुरवा में बार-बार ट्रांसफार्मर खराब होने और अनियमित बिजली आपूर्ति से त्रस्त उपभोक्ताओं ने 12 जुलाई 2025 को विद्युत उपकेंद्र मोतीपुर पर प्रदर्शन किया। भीषण गर्मी और उमस के बीच बिजली कटौती ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है।
उपभोक्ताओं की शिकायतें:
ट्रांसफार्मर की खराबी: विवेकानंद स्कूल और गुरुद्वारा क्षेत्र में लगे ट्रांसफार्मर बार-बार खराब हो रहे हैं या जल रहे हैं। बिजली आपूर्ति शुरू होने के 15-20 मिनट बाद ही सप्लाई कट जाती है, जिससे रात में भीषण गर्मी में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
इसे भी पढ़ें : गर्मी में कूलर को बनाएं AC : आसान हैक्स और टिप्स
अनियमित बिजली आपूर्ति: रोस्टर से अधिक बिजली कटौती के कारण उपभोक्ताओं को निर्धारित समय पर बिजली नहीं मिल रही।
लाइन में फॉल्ट: 33,000 और 11,000 वोल्ट की लाइनों में बार-बार फॉल्ट, ओवरलोडिंग, लो वोल्टेज, और तार टूटने की समस्या आम हो गई है।
अधिकारियों की अनुपलब्धता: उपभोक्ताओं ने शिकायत की कि सब-डिवीजनल ऑफिसर (एसडीओ) और जूनियर इंजीनियर (जेई) फोन कॉल का जवाब नहीं देते।
प्रदर्शन और मांग:
सैकड़ों की संख्या में नाराज उपभोक्ता विद्युत उपकेंद्र मोतीपुर पहुंचे और प्रदर्शन शुरू किया।
प्रदर्शनकारियों ने ट्रांसफार्मर की बार-बार खराबी और बिजली कटौती के स्थायी समाधान की मांग की।
विद्युत उपकेंद्र पर कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था, इसलिए उपभोक्ताओं ने अपना शिकायती पत्र अधिशासी अभियंता के नाम कार्यालय में मौजूद कर्मचारी को सौंपा।
उपभोक्ताओं ने बताया कि उन्होंने बिजली संबंधी शिकायतें 1912 हेल्पलाइन और इंटीग्रेटेड ग्रievance रिड्रेसल सिस्टम (आईजीआरएस) पर भी दर्ज कीं, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
प्रदर्शन का प्रभाव: इस प्रदर्शन ने मिहींपुरवा में बिजली आपूर्ति की गंभीर समस्या को उजागर किया। उपभोक्ताओं की नाराजगी और प्रशासन की उदासीनता ने क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है।
सुझाव और भविष्य की दिशा
थाना समाधान दिवस के लिए:
डिजिटल शिकायत तंत्र: शिकायतों के पंजीकरण और निगरानी के लिए ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया जाए।
विभागीय समन्वय: पुलिस, राजस्व, और अन्य विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जाए ताकि जटिल मामलों का त्वरित निपटारा हो सके।
जागरूकता अभियान: ग्रामीण क्षेत्रों में थाना समाधान दिवस की जानकारी और महत्व को प्रचारित किया जाए।
विद्युत समस्याओं के लिए:
ट्रांसफार्मर उन्नयन: पुराने और ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर को तत्काल बदलकर उच्च क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगाए जाएं।
नियमित रखरखाव: बिजली लाइनों और ट्रांसफार्मरों की नियमित जांच और रखरखाव के लिए विशेष टीमें गठित की जाएं।
अधिकारी जवाबदेही: एसडीओ और जेई को उपभोक्ताओं की शिकायतों का समयबद्ध जवाब देने के लिए जवाबदेह बनाया जाए।
हेल्पलाइन सुधार: 1912 हेल्पलाइन और आईजीआरएस की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाया जाए।
सौर ऊर्जा विकल्प: ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा दिया जाए ताकि बिजली कटौती का प्रभाव कम हो।
सामुदायिक और प्रशासनिक प्रभाव
रुपईडीहा में थाना समाधान दिवस ने पुलिस और जनता के बीच संवाद का एक प्रभावी मंच प्रदान किया, जिससे कई शिकायतों का त्वरित निपटारा संभव हुआ। यह आयोजन स्थानीय समुदाय में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत करता है। दूसरी ओर, मिहींपुरवा में बिजली उपभोक्ताओं का प्रदर्शन विद्युत विभाग की लापरवाही और बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर करता है। यह प्रदर्शन प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि बिजली आपूर्ति जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
इसे भी पढ़ें : Shiv Mandir Lucknow; लखनऊ स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर और उनकी महिमा
इन दोनों घटनाओं ने बहराइच जिले में प्रशासनिक जवाबदेही और जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता की आवश्यकता को रेखांकित किया है। थाना समाधान दिवस और उपभोक्ता प्रदर्शन दोनों ही स्थानीय प्रशासन को जनता की अपेक्षाओं को पूरा करने और बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने की दिशा में और सक्रिय होने की प्रेरणा देते हैं।