अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। श्रावण मास के प्रथम दिन, 11 जुलाई 2025 को, कांवड़ यात्रा के शुभारंभ के साथ ही कैराना तहसील क्षेत्र में प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं। कांवड़ यात्रा को सकुशल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज ने शुक्रवार दोपहर कांवड़ मार्ग का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यमुना ब्रिज से लेकर शेखूपुरा बिजलीघर तक के मार्ग पर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया और मातहतों को सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के सख्त निर्देश दिए।
कांवड़ मार्ग का निरीक्षण
एसडीएम निधि भारद्वाज ने यूपी-हरियाणा सीमा पर स्थित यमुना ब्रिज से शुरू होकर तहसील क्षेत्र के शेखूपुरा बिजलीघर तक कांवड़ मार्ग का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निम्नलिखित व्यवस्थाओं की गहन जांच की:
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चिकित्सा सुविधाएं: कांवड़ियों के लिए मार्ग पर उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की स्थिति।
प्रकाश व्यवस्था: रात के समय कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए सड़क पर स्ट्रीट लाइट्स और अन्य प्रकाश स्रोतों की उपलब्धता।
पेयजल सुविधा: कांवड़ियों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था।
भोजन व्यवस्था: मार्ग पर भोजन वितरण केंद्रों की स्थिति।
सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती और कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय।
साफ-सफाई: मार्ग की स्वच्छता और कचरा प्रबंधन।
सफाई व्यवस्था पर नाराजगी
निरीक्षण के दौरान औद्योगिक क्षेत्र में कांवड़ मार्ग पर सफाई व्यवस्था अपर्याप्त पाए जाने पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल सफाई व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पैदल कांवड़ियों के लिए निर्धारित मार्ग के समतलीकरण और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मातहतों को स्पष्ट निर्देश दिए।
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प्रशासन की सतर्कता
श्रावण मास के प्रथम दिन से शुरू हुई कांवड़ यात्रा के लिए पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। यमुना नदी से जल लेकर शिव मंदिरों तक जाने वाले कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। एसडीएम के निरीक्षण से यह स्पष्ट है कि प्रशासन कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

तहसीलदार की उपस्थिति
निरीक्षण के दौरान तहसीलदार कैराना अर्जुन चौहान भी एसडीएम के साथ मौजूद रहे। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर व्यवस्थाओं को लागू करने में सहयोग किया।
कांवड़ यात्रा का महत्व
कैराना, जो यमुना नदी के किनारे बसा एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र है, श्रावण मास में कांवड़ यात्रियों का प्रमुख पड़ाव है। हजारों कांवड़िए हरियाणा और उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से यमुना का जल लेकर शिव मंदिरों की ओर जाते हैं। इस दौरान मार्ग पर सुचारू व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है।
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सामुदायिक और धार्मिक प्रभाव
कांवड़ यात्रा उत्तर भारत में एक प्रमुख धार्मिक आयोजन है, जो भगवान शिव के प्रति भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। कैराना में कांवड़ मार्ग पर बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाता है, बल्कि क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती प्रदान करता है।
प्रशासन के लिए सुझाव
निरंतर निगरानी: कांवड़ यात्रा के दौरान मार्ग पर 24×7 निगरानी के लिए पुलिस और प्रशासनिक टीमें तैनात की जाएं।
स्वच्छता अभियान: कांवड़ मार्ग पर नियमित सफाई और कचरा निपटान के लिए विशेष टीमें गठित की जाएं।
जागरूकता: कांवड़ियों के लिए सूचना केंद्र और डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड स्थापित किए जाएं, ताकि उन्हें मार्ग, सुविधाओं, और आपातकालीन संपर्कों की जानकारी मिल सके।
चिकित्सा सुविधा: मार्ग पर मोबाइल मेडिकल वैन और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए।
समन्वय: पुलिस, ड्रेनेज, नगर पालिका, और स्वास्थ्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित किया जाए।
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एसडीएम निधि भारद्वाज का कांवड़ मार्ग का गहन निरीक्षण और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश प्रशासन की सक्रियता और जिम्मेदारी को दर्शाते हैं। यह प्रयास कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कांवड़ियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन की यह पहल कैराना के धार्मिक महत्व को और बढ़ाएगी, साथ ही स्थानीय समुदाय में विश्वास पैदा करेगी।