Breaking
Mon. Jul 21st, 2025

Guru purnima vishesh; आज गुरु पूर्णिमा पर एक कविताकोई और नहीं है

Spread the love

अतुल्य भारत चेतना

जग में गुरुदेव से निराला
कोई और नहीं है
भव पार लगाने वाला
कोई और नहीं है
यम के फंदे से छुड़ाता
जो कोई शरण उनके जाता
ईर्ष्या दूर भगाता वह
सबकी अज्ञान मिटाता
माया का वह बंधन तोड़े
बिगड़ी सबकी बनाए
हरि चरणों में नाता जोड़े
सबकी लाज बचाए
उपनिषद की कथा सुनाकर
सबके दिल की व्यथा मिटाए
आत्म ज्ञान कराकर
हृदय के अज्ञान हटाए।

प्रमोद कश्यप , रतनपुर, स्वरचित, मौलिक

Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text