
अतुल्य भारत चेतना
वीरेंद्र यादव
जेष्ठ माह के मंगलवार को बुढ़वा मंगल बड़े मंगल वार कहा जाता है इसी माह में भगवान श्री राम तथा हनुमान जी का पहली बार भेंट हुआ हनुमान जी ने प्रभु श्री के काज सफल बनाने के लिए प्रभु की आज्ञा का पालन किया था।
हिंदू धर्म में बड़ा मंगल का विशेष महत्व माना जाता है। ज्येष्ठ मास के मंगलवार को बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है।बड़ा मंगल को बड़ा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की उपासना की जाती है। इस दिन हनुमान जी की उपासना करने से विशेष फल प्राप्त होता है। बड़ा मंगल के दिन कई जगहों पर लोग भंडारा करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी श्री राम से इसी दिन मिले थे। 28 मई के दिन ज्येष्ठ मास का पहला बड़ा मंगल पड़ेगा।
इन तारीखों को पड़ेगा बड़ा_मंगल:-
पहला बड़ा मंगल 28 मई को और दूसरा बड़ा मंगल 4 जून को मनाया जाएगा। 11 जून को तीसरा बड़ा मंगल और 18 जून को चौथा बड़ा मंगल पड़ेगा।
बड़ा मंगलवार पर क्या करना चाहिए?
यदि आप हनुमान जी की कृपा पाना चाहते हैं, तो बड़ा मंगल के दिन हनुमान मंदिर जी के मंदिर दर्शन करने जाएं और प्रसाद चढ़ाएं। इस दिन दान करने का भी बहुत महत्व है। आप हनुमान जी को एक बड़ के पेड़ का पत्ता भी अर्पित कर सकते हैं। इस पत्ते के सूख जाने पर आप उसे किसी पवित्र नदी में बहा दें। इस उपाय को करने से आपके जीवन के सारे कष्ट दूर हो सकते हैं।
पहले बड़े मंगल पर बन रहा है शुभ योग:-
पहला बड़ा मंगल 28 मई को पड़ रहा है और इस दिन एक शुभ योग भी बनने जा रहा है। इस दिन ब्रह्म योग बन रहा है जिसकी शुरुआत 28 मई को ही सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होगी और इसका समापन अर्ध रात्रि 02 बजकर 05 मिनट पर होगा।
बड़ा मंगल का महत्व:-
बड़े मंगल के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा- अर्चना करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और सभी दुखों का नाश होता है। इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए। बड़े मंगल के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए। फिर हनुमान जी की मूर्ति को साफ करने के बाद तिलक आदि लगाएं और पूजा करें। लाल रंग हनुमान जी का प्रिय है इसलिए इस दिन लाल रंग के वस्त्र और चीजों का दान करना चाहिए।
बड़ा मंगल पर कैसे करें हनुमानजी की पूजा:-
बड़ा मंगल पर आप सुबह जल्दी उठकर स्नानादि कर लें। इसके बाद अपने घर के पूजन स्थल की सफाई करें। इसके बाद पूजन स्थल के सामने कुश का आसन ग्रहण करें। यदि आप इस दिन व्रत कर रहे हैं, तो हनुमान जी की मूर्ति के आगे घी का दीपक जलाएं और व्रत का संकल्प लें। इसके पश्चात हनुमान जी को सिंदूर, पुष्प, तिलक और धूप-दीप दें। हनुमान जी को बूंदी के लड्डू बहुत प्रिय हैं इसलिए आज के दिन आप उन्हें इनका भोग जरूर लगाएं, इसके बाद हनुमान जी की आरती करें और हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
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