केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की सब-इंस्पेक्टर गीता समोता ने 19 मई 2025 को माउंट एवरेस्ट (8,848 मीटर) पर चढ़कर इतिहास रच दिया। वह CISF की पहली महिला अधिकारी बनीं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। 26 मई 2025 को, उन्हें डीजी डिस्क और 5 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रमुख उपलब्धियां
- माउंट एवरेस्ट: 19 मई 2025 को गीता ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया।
- सेवन समिट्स: 2021-2022 में, गीता ने चार महाद्वीपों की चोटियों—माउंट कोसिउज़को (ऑस्ट्रेलिया), माउंट एल्ब्रस (रूस), माउंट किलिमंजारो (तंजानिया), और माउंट एकॉन्कागुआ (अर्जेंटीना)—पर चढ़ाई की, जो सबसे तेज भारतीय महिला का रिकॉर्ड है।
- लद्दाख रिकॉर्ड: तीन दिनों में रुक्शु क्षेत्र की पांच चोटियों (तीन 6,000 मीटर से अधिक, दो 5,000 मीटर से अधिक) पर चढ़ाई।
- पुरस्कार: 2023 में दिल्ली महिला आयोग का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पुरस्कार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का “गिविंग विंग्स टू ड्रीम्स अवार्ड”।
- प्रारंभिक जीवन: राजस्थान के सीकर जिले के चक गांव की रहने वाली गीता पांच बहनों के परिवार में पली-बढ़ी। हॉकी खिलाड़ी के रूप में शुरुआत की, लेकिन चोट के कारण पर्वतारोहण को अपनाया।
- प्रशिक्षण: 2015 में औली के ITBP संस्थान में बेसिक कोर्स और 2017 में एडवांस कोर्स पूरा किया, पहली CISF कर्मी बनीं।
गीता समोता की उपलब्धि CISF और भारत के लिए गर्व का क्षण है। उनकी कहानी दृढ़ता और साहस का प्रतीक है, जो युवा लड़कियों को बड़े सपने देखने की प्रेरणा देती है। CISF 2026 में उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए एक पूर्ण पर्वतारोहण टीम भेजने की योजना बना रहा है।