अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। कैराना के खादर क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर राई, नंगलाराई, और इस्सापुर खुरगान में शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 की रात को घरों के ऊपर ड्रोन उड़ते देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। आपराधिक गतिविधियों की आशंका से भयभीत ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से लैस होकर रातभर पहरा दिया। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भय और अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
मोहम्मदपुर राई के प्रधानपति शहजाद अली ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे कुछ ग्रामीणों ने अपने घरों के ऊपर ड्रोन उड़ता हुआ देखा। ड्रोन की चमकती रोशनी और असामान्य गतिविधियों ने ग्रामीणों में आपराधिक गतिविधियों, जैसे चोरी या निगरानी, की आशंका पैदा कर दी। इसके बाद, ग्रामीणों ने लाठी-डंडों के साथ शोर मचाते हुए ड्रोन का पीछा किया। शहजाद अली के अनुसार, ड्रोन आबादी क्षेत्र से लगभग एक किलोमीटर दूर जंगल की ओर गया और फिर दिखाई देना बंद हो गया।
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इसी तरह, नंगलाराई और इस्सापुर खुरगान के ग्रामीणों ने भी रात के समय अपने घरों के ऊपर ड्रोन उड़ते देखे। कई ग्रामीणों ने ड्रोन की गतिविधियों को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड किया, और ये वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, विशेष रूप से व्हाट्सएप, पर वायरल हो गए। मोहम्मदपुर राई से संबंधित वीडियो विशेष रूप से चर्चा में हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस की एक टीम मोहम्मदपुर राई गांव पहुंची और ग्रामीणों से मामले की जानकारी जुटाई। हालांकि, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह और क्राइम इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह से संपर्क नहीं हो सका, क्योंकि उनके फोन नंबरों पर कॉल रिसीव नहीं हुई। खुरगान हलके में तैनात सब-इंस्पेक्टर सतीश प्रकाश ने बताया कि रात्रि गश्त के दौरान वे इस्सापुर खुरगान पहुंचे थे, जहां कुछ लोग इकट्ठा थे। लेकिन उनके संज्ञान में ड्रोन से संबंधित कोई मामला नहीं आया।
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पुलिस का कहना है कि इस तरह के ड्रोन आसानी से बाजार में उपलब्ध हैं और संभवतः कुछ युवा शरारत के लिए इनका उपयोग कर रहे हैं। मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) कुँवर आकाश सिंह ने कहा, “ऐसे ड्रोन आसानी से मिल जाते हैं और संभवतः कुछ लोग ग्रामीणों में भय पैदा करने के लिए इनका उपयोग कर रहे हैं। हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही ड्रोन संचालकों की पहचान कर कार्रवाई करेंगे।”
क्षेत्र में बढ़ता भय और सतर्कता
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, बिजनौर, और संभल जैसे जिलों में हाल के दिनों में ड्रोन उड़ने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके कारण ग्रामीणों में भय का माहौल है। लोग इन ड्रोन को चोरी या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए निगरानी के साधन के रूप में देख रहे हैं। मुरादाबाद के चहजलट क्षेत्र में भी ग्रामीणों ने ड्रोन देखे जाने के बाद रात में गश्त शुरू कर दी और कुछ ने हवा में गोलीबारी भी की।
मोहम्मदपुर राई, नंगलाराई, और इस्सापुर खुरगान के ग्रामीणों ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। रात में लाठी-डंडों से लैस होकर पहरा देना और समूहों में गश्त करना अब आम हो गया है। विशेष रूप से महिलाएं और बच्चे रात में बाहर निकलने से डर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ड्रोन रात में कम ऊंचाई पर उड़ते हैं और उनकी चमकती रोशनी डर पैदा करती है।
सामाजिक और प्रशासनिक संदर्भ
यह घटना पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में ड्रोन के बढ़ते उपयोग और उससे उत्पन्न होने वाली आशंकाओं को उजागर करती है। मुरादाबाद के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) रणविजय सिंह ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से ग्रामीण क्षेत्रों में चमकते हुए वस्तु की सूचना मिल रही है, जिसे लोग ड्रोन समझ रहे हैं। अभी तक आपराधिक गतिविधियों का कोई सबूत नहीं मिला है।”
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हालांकि, ग्रामीणों का मानना है कि ये ड्रोन चोरी या अन्य अपराधों की योजना बनाने के लिए इस्तेमाल हो सकते हैं। कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि ड्रोन के उड़ने के बाद आसपास के क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं हुई हैं, जैसे बुखारीपुर में एक ई-रिक्शा की बैटरी चोरी होना। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इन घटनाओं को ड्रोन से जोड़ने वाला कोई ठोस सबूत नहीं पाया है।
ग्रामीणों की मांग और अपील
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ड्रोन उड़ाने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी अपील की है कि रात में गश्त बढ़ाई जाए और ड्रोन गतिविधियों पर निगरानी के लिए विशेष उपाय किए जाएं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस मुद्दे को और अधिक चर्चा में ला दिया है, जिससे प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बढ़ गया है।
यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय में भय का कारण बनी है, बल्कि यह तकनीक के दुरुपयोग और ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर करती है। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे शांत रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।