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Ratanpur news; धार्मिक नगरी रतनपुर में हाईटेक बस स्टैंड की राह अधूरी, यात्रियों की परेशानी बरकरार

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अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप

रतनपुर/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की प्राचीन राजधानी और धार्मिक नगरी रतनपुर लंबे समय से एक सुविधायुक्त हाईटेक बस स्टैंड की बाट जोह रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित और धार्मिक व पर्यटन स्थल होने के बावजूद, रतनपुर में एक उचित बस स्टैंड का अभाव नगर के लिए दुर्भाग्य बना हुआ है। पिछले दस वर्षों से प्रस्तावित हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण आज तक शुरू नहीं हो सका, जिसके कारण देश-विदेश से आने वाले यात्री और स्थानीय लोग भारी परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

बस स्टैंड की खस्ताहाल स्थिति

रतनपुर में समय-समय पर दो-तीन स्थानों पर बस स्टैंड बनाए गए, लेकिन ये केवल नाममात्र के रहे। इन स्थानों पर न तो बसों के रुकने के लिए पर्याप्त जगह थी, न ही यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाएं जैसे प्रतीक्षालय, शौचालय, पेयजल, या उचित पार्किंग व्यवस्था। वर्तमान में नया बस स्टैंड भी उसी खस्ताहाल स्थिति में है। अधिकांश बसें यात्रियों को चढ़ाने-उतारने के लिए यहां रुकती तक नहीं, जिसके कारण यात्रियों को सड़क किनारे या अनुचित स्थानों पर बस का इंतजार करना पड़ता है।

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हाईटेक बस स्टैंड का प्रस्ताव: दस वर्षों से अधर में

पिछले एक दशक से रतनपुर में हाईटेक बस स्टैंड बनाने का प्रस्ताव चर्चा में है, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। इस प्रस्ताव के तहत आधुनिक सुविधाओं जैसे आरामदायक प्रतीक्षालय, साफ पेयजल, शौचालय, टिकट काउंटर, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, और पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था वाला बस स्टैंड बनाने की बात थी। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता और योजनाओं के अमल में देरी के कारण यह प्रस्ताव कागजों तक सीमित रहा है।

यात्रियों की परेशानी और नगर का नुकसान

रतनपुर एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है, जहां रत्नेश्वर महादेव मंदिर और अन्य ऐतिहासिक स्थल देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके बावजूद, एक सुविधायुक्त बस स्टैंड का अभाव यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बन रहा है।

यात्रियों की परेशानी: बसों के रुकने की उचित व्यवस्था न होने से यात्री सड़क किनारे लंबे समय तक इंतजार करने को मजबूर हैं। गर्मी, बारिश, या रात के समय यह परेशानी और बढ़ जाती है।

आर्थिक नुकसान: बस स्टैंड की कमी के कारण ऑटो और अन्य स्थानीय परिवहन व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है। यात्रियों के लिए सुविधाजनक परिवहन न होने से पर्यटकों की संख्या और स्थानीय व्यापार पर असर पड़ रहा है।

नगर का विकास अवरुद्ध: रतनपुर के विकास में बस स्टैंड की कमी एक बड़ी बाधा है। एक हाईटेक बस स्टैंड न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और व्यापार को भी प्रोत्साहन देगा।

धार्मिक और राष्ट्रीय राजमार्ग का महत्व

रतनपुर की धार्मिक और ऐतिहासिक पहचान इसे छत्तीसगढ़ का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाती है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने के कारण यह नगर अन्य शहरों और राज्यों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। लेकिन बस स्टैंड की कमी के कारण यह कनेक्टिविटी अधूरी है। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक रतनपुर की यात्रा के दौरान असुविधा का सामना करते हैं, जो नगर की छवि को भी प्रभावित करता है।

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शासन से अपील और समाधान के सुझाव

स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने शासन से मांग की है कि हाईटेक बस स्टैंड के निर्माण को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

उचित स्थान का चयन: बस स्टैंड के लिए ऐसी जगह का चयन किया जाए जो राष्ट्रीय राजमार्ग के करीब हो और पर्याप्त भूमि उपलब्ध हो। रतनपुर के बाहरी क्षेत्र में 5-10 एकड़ भूमि पर बस स्टैंड का निर्माण उपयुक्त हो सकता है।

आधुनिक सुविधाएं: बस स्टैंड में प्रतीक्षालय, शौचालय, पेयजल, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी, और पार्किंग जैसी सुविधाएं अनिवार्य रूप से शामिल की जाएं।

पीपीपी मॉडल: सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत निर्माण कार्य को गति दी जाए, जैसा कि अन्य शहरों में सफलतापूर्वक किया गया है।

पारदर्शी प्रक्रिया: टेंडर और निर्माण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि भ्रष्टाचार और देरी से बचा जा सके।

स्थानीय भागीदारी: निर्माण कार्य में स्थानीय मजदूरों और ठेकेदारों को शामिल किया जाए, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ें।

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तुलनात्मक दृष्टिकोण: अन्य शहरों में हाईटेक बस स्टैंड

छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में हाईटेक बस स्टैंड के निर्माण से रतनपुर की स्थिति की तुलना की जा सकती है। उदाहरण के लिए, रायपुर में रावणभांठा के पास 25 एकड़ में 49 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया हाईटेक अंतरराज्यीय बस स्टैंड दिसंबर 2018 में पूरा हुआ था। यह बस स्टैंड शहर की ट्रैफिक समस्या को कम करने और यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने में सफल रहा। इसी तरह, बिलासपुर में तिफरा स्थित हाईटेक बस स्टैंड का उन्नयन 1.95 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जिसमें विद्युतीकरण, पाइपलाइन, और रंग-रोगन जैसे कार्य शामिल हैं। रतनपुर में भी इसी तरह की पहल की जरूरत है, ताकि नगर की धार्मिक और पर्यटन महत्व को बढ़ावा मिले।

सामुदायिक प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं

रतनपुर में हाईटेक बस स्टैंड का निर्माण न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि नगर के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति देगा। यह बस स्टैंड पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक सुगम प्रवेश द्वार बन सकता है, जिससे रतनपुर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और बल मिलेगा। साथ ही, स्थानीय ऑटो व्यवसाय, छोटे व्यापारियों, और पर्यटन से जुड़े उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा।

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रतनपुर की जनता और स्थानीय संगठनों ने शासन से अपील की है कि प्रस्तावित हाईटेक बस स्टैंड के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं। यह देखना बाकी है कि शासन इस दिशा में कितनी जल्दी और प्रभावी कार्रवाई करता है। यदि यह परियोजना समयबद्ध तरीके से पूरी होती है, तो रतनपुर न केवल एक धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान को और सशक्त करेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ के विकास में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगा।

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