अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा। निस्वार्थ परोपकार और सामाजिक सेवा के लिए समर्पित मातृत्व ग्रुप ने गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर 10 जुलाई 2025 को छिंदवाड़ा की एक शासकीय शाला में गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में शिक्षकों और छात्रों का सम्मान किया गया, साथ ही विभिन्न सामाजिक और शैक्षणिक पहल की गईं, जिन्होंने सामुदायिक एकता और शिक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया।
माँ सरस्वती पूजा और शिक्षक सम्मान
मातृत्व ग्रुप की संयोजक किरण सोनी ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की पूजा और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। ग्रुप की बहनों और शाला के सभी बच्चों ने मिलकर शिक्षकों का तिलक लगाकर, श्रीफल, पुष्प, और पौधे भेंट कर सम्मान किया। यह सम्मान शिक्षकों के शिक्षा के क्षेत्र में योगदान और समाज के प्रति उनकी निष्ठा के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक था।
सामाजिक और शैक्षणिक पहल
कार्यक्रम में मातृत्व ग्रुप की सक्रिय सहयोगी शशी जखोटिया ने सभी शिक्षकों और बच्चों को पेन भेंट किए। इसके अलावा, उन्होंने कक्षा 12 की मातृ-पितृ विहीन छात्रा कुमारी डिंपल झरिया की पढ़ाई के लिए पूरे वर्ष की शुल्क और अन्य व्यवस्थाओं हेतु नकद राशि प्रदान की। जखोटिया ने सभी बच्चों को स्वादिष्ट लड्डू भी वितरित किए, जिससे बच्चों में उत्साह और खुशी का माहौल बना।
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ग्रुप की सदस्य श्वेता सुधा ने कक्षा 9, 10, 11, और 12 में 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रत्येक छात्र को शानदार पेन प्रदान किए। यह पहल मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने और उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों को सम्मान देने के उद्देश्य से की गई।
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जन्मदिन पर सामाजिक योगदान
ग्रुप की सदस्य भावना रघुवंशी ने अपने बेटे के जन्मदिन के उपलक्ष्य में सभी बच्चों को टॉफी वितरित की। इस भावनात्मक पहल ने बच्चों के बीच खुशी और उत्साह का संचार किया।
पर्यावरण संरक्षण की पहल
दुर्गा पिपले और श्रीमती सुनीता शर्मा ने शाला के लिए दो गमलों सहित पौधे भेंट किए। साथ ही, अंजू चौरसिया के सौजन्य से समस्त शालेय स्टाफ को भी पौधे प्रदान किए गए। यह पहल पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी।
सामाजिक जागरूकता के लिए योगदान
ममता जैन ने शाला की सभी बेटियों के लिए सेनेटरी नैपकिन वितरित किए, जो महिला स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय कदम था। इस पहल ने न केवल छात्राओं को लाभ पहुंचाया, बल्कि सामाजिक जागरूकता को भी प्रोत्साहित किया।
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कार्यक्रम की सफलता में योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में मातृत्व ग्रुप की सदस्यों—आराधना शुक्ला, क्षमा वाणी जैन, ममता जैन, शशी जखोटिया, श्वेता सुधा, भावना रघुवंशी, दुर्गा पिपले, और सुनीता शर्मा—का सराहनीय योगदान रहा। उनकी सक्रिय भागीदारी और समर्पण ने इस आयोजन को प्रेरणादायक और स्मरणीय बनाया।
सामुदायिक प्रभाव
मातृत्व ग्रुप का यह आयोजन न केवल गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का माध्यम बना, बल्कि शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण साबित हुआ। स्थानीय समुदाय और शाला के बच्चों ने इस पहल की सराहना की और इसे एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया। मातृत्व ग्रुप की संयोजक श्रीमती किरण सोनी ने सभी सहयोगियों और उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य समाज और शिक्षा के प्रति सकारात्मक योगदान देना है। यह आयोजन उस दिशा में एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम है।”
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मातृत्व ग्रुप ने भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक और शैक्षणिक आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया। ग्रुप की सदस्यों ने कहा कि वे शिक्षा, पर्यावरण, और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में अपनी सक्रियता को और बढ़ाएंगी। यह गुरु पूर्णिमा महोत्सव छिंदवाड़ा में सामाजिक एकता, शिक्षा, और पर्यावरण संरक्षण के प्रति मातृत्व ग्रुप की प्रतिबद्धता का प्रतीक रहा। यह आयोजन न केवल बच्चों और शिक्षकों के लिए प्रेरणादायक रहा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुआ।