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Chattisgarh news; रतनपुर पुलिस ने नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया, कोरबा से पीड़िता बरामद

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अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप

रतनपुर/कोरबा। छत्तीसगढ़ के रतनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के गंभीर मामले में रतनपुर पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता को कोरबा जिले के बांकीमोंगरा क्षेत्र से सुरक्षित बरामद किया गया। यह कार्रवाई 23 जुलाई 2025 को दर्ज की गई शिकायत के आधार पर की गई, जिसमें पीड़िता के परिजनों ने बताया कि उनकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगा ले गया था।

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घटना का विवरण और पुलिस की त्वरित कार्रवाई

23 जुलाई 2025 को रतनपुर थाने में प्रार्थी ने शिकायत दर्ज कराई कि उनकी नाबालिग बेटी को अज्ञात व्यक्ति ने बहला-फुसलाकर भगा लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार चौहान ने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देश पर एक विशेष जांच दल गठित किया गया, जिसमें निरीक्षक नरेश चौहान, प्रधान आरक्षक बलदेव सिंह, आरक्षक लेखपाल खुसरो, और महिला आरक्षक अनिषा कश्यप शामिल थे।

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पुलिस ने तत्काल पतासाजी शुरू की और सूचना के आधार पर कोरबा जिले के बांकीमोंगरा क्षेत्र में छापेमारी की। जांच के दौरान पता चला कि पीड़िता आरोपी के मां के घर पर है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को सुरक्षित बरामद कर लिया। पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि आरोपी अजय खाण्डेकर ने उसे बहला-फुसलाकर भगाया और उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। इस बयान के आधार पर पुलिस ने बांकीमोंगरा में घेराबंदी कर आरोपी अजय खाण्डेकर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार किया।

कानूनी कार्रवाई और रिमांड

आरोपी अजय खाण्डेकर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 363 (अपहरण), 376 (दुष्कर्म), और संरक्षण अधिनियम (POCSO Act) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। पूछताछ के बाद आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया। पीड़िता को मेडिको-लीगल जांच और मनोवैज्ञानिक सहायता के लिए भेजा गया ताकि उसकी स्वास्थ्य स्थिति और मानसिक पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।

पुलिस टीम का योगदान

इस कार्रवाई की सफलता में रतनपुर पुलिस की त्वरित और समन्वित कार्रवाई की महत्वपूर्ण भूमिका रही। थाना प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार चौहान के नेतृत्व में गठित टीम में शामिल रहे:

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निरीक्षक नरेश कुमार चौहान (थाना प्रभारी, रतनपुर), प्रधान आरक्षक बलदेव सिंह, आरक्षक लेखपाल खुसरो, महिला आरक्षक अनिषा कश्यप इन अधिकारियों और कर्मचारियों की सतर्कता और समर्पण के कारण पीड़िता को जल्दी बरामद कर लिया गया और आरोपी को सलाखों के पीछे भेजा गया।

सामाजिक और कानूनी संदर्भ

यह मामला नाबालिगों के खिलाफ बढ़ते अपराधों और समाज में उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताओं को उजागर करता है। कोरबा और रतनपुर जैसे क्षेत्रों में अपहरण और यौन शोषण के मामले समय-समय पर सामने आते रहे हैं। उदाहरण के लिए, 2022 में कोरबा में एक 15 वर्षीय नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। रतनपुर पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल पीड़िता को न्याय दिलाने में मदद की, बल्कि समाज में यह संदेश भी दिया कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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प्रशासन और समुदाय की प्रतिक्रिया

रतनपुर पुलिस की इस कार्रवाई की स्थानीय समुदाय ने सराहना की है। पीड़िता के परिजनों ने पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और समर्पण के लिए आभार व्यक्त किया। थाना प्रभारी नरेश चौहान ने कहा, “हमारी प्राथमिकता पीड़ितों को त्वरित न्याय और सुरक्षा प्रदान करना है। हम समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।” उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

भविष्य की दिशा

इस घटना ने क्षेत्र में नाबालिगों की सुरक्षा और जागरूकता पर जोर देने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। पुलिस ने घोषणा की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम और सघन गश्त बढ़ाई जाएगी। साथ ही, स्कूलों और समुदायों में बाल सुरक्षा और लैंगिक अपराधों के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने की योजना है।

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रतनपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल एक गंभीर अपराध के आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि समाज में कानून के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया। यह प्रयास नाबालिगों की सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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