अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा की पुण्यभूमि पर शनिवार, 5 जुलाई 2025 को श्री श्याम प्रेमी मित्र मंडल समिति के पावन प्रयासों से एक ऐतिहासिक और भावपूर्ण आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर बाबा खाटू श्याम जी की ब्लैक इटालियन मार्बल से निर्मित भव्य और दिव्य प्रतिमा को राजस्थान के खाटू नगरी के गर्भगृह से विधिवत पूजन-पाठ के साथ छिंदवाड़ा लाया गया। इस आयोजन ने न केवल भक्तों में आस्था और उत्साह का संचार किया, बल्कि सामुदायिक एकता और मातृत्व के प्रति श्रद्धा को भी मजबूत किया।
प्रतिमा का नगर आगमन और पूजन
श्री खाटू श्याम जी, जिन्हें महाभारत कालीन योद्धा बर्बरीक के रूप में जाना जाता है और जिन्हें भगवान श्रीकृष्ण ने कलियुग में “श्याम” के नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था, उनकी ब्लैक इटालियन मार्बल से निर्मित प्रतिमा का छिंदवाड़ा में आगमन एक भव्य और आध्यात्मिक दृश्य था। प्रतिमा को खाटू नगरी के पवित्र गर्भगृह से विधिवत मंत्रोच्चार और पूजन के साथ लाया गया। छिंदवाड़ा पहुंचने पर प्रतिमा का दिव्य अभिषेक, चलित पूजन, और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन संपन्न हुआ। इस दौरान भक्तों के बीच एक अनुपम आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति का माहौल देखने को मिला।
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श्री श्याम प्रेमी मित्र मंडल समिति के मुख्य ग्रुप संचालक मयूर विश्वकर्मा ने बताया, “यह आयोजन छिंदवाड़ा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। बाबा खाटू श्याम, जिन्हें ‘हारे का सहारा’ कहा जाता है, की इस दिव्य प्रतिमा का आगमन न केवल भक्तों की आस्था को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक और धार्मिक समरसता को भी प्रोत्साहित करेगा।”
एकादशी पर विशेष नगर भ्रमण
आयोजन की विशेषता रही एकादशी तिथि के पावन अवसर पर होने वाला प्रतिमा का नगर भ्रमण। इस दौरान ब्लैक इटालियन मार्बल की यह भव्य प्रतिमा पंच देव दर्शन के पश्चात नगर के विभिन्न मार्गों से भ्रमण करेगी, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु बाबा खाटू श्याम के दर्शन कर सकें और उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। यह भ्रमण भक्तों के लिए एक अनूठा अवसर होगा, जिसमें वे अपने प्रिय श्याम बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति व्यक्त कर सकेंगे। भक्तों में इस आयोजन को लेकर भारी उत्साह देखा गया, और इसे सामुदायिक एकता का प्रतीक माना जा रहा है।
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आयोजन का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
खाटू श्याम जी को कलियुग में भगवान श्रीकृष्ण के अवतार के रूप में पूजा जाता है। उनकी कथा महाभारत से जुड़ी है, जहां बर्बरीक ने अपनी अपार शक्ति और भक्ति के बल पर श्रीकृष्ण को अपना शीश दान कर दिया था। इसके बदले में श्रीकृष्ण ने उन्हें कलियुग में “श्याम” के नाम से पूजे जाने का वरदान दिया। छिंदवाड़ा में इस भव्य प्रतिमा का आगमन और पूजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और भक्ति के भाव को भी बढ़ावा देता है। ब्लैक इटालियन मार्बल से निर्मित यह प्रतिमा अपनी शिल्पकला और आध्यात्मिक आभा के लिए विशेष रूप से चर्चित रही।
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उपस्थित गणमान्य और समिति की भूमिका
इस पावन आयोजन में श्री श्याम प्रेमी मित्र मंडल समिति के प्रमुख सदस्यों और श्रद्धालुओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे:
मयूर विश्वकर्मा (मुख्य ग्रुप संचालक मंडल प्रमुख), पंडित हिमांशु भार्गव, आदर्श सिंह राजपूत, अमन साहू, पंडित अभय भार्गव, सुमित सूर्यवंशी, अखिल सूर्यवंशी, पंकज सोनी, स्वप्निल राजपूत
इनके साथ अन्य श्रद्धालु भक्तों ने भी इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। समिति ने प्रतिमा के आगमन, पूजन, और नगर भ्रमण की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए व्यापक तैयारियां कीं। समिति के सदस्यों ने भक्तों के बीच उत्साह और समन्वय बनाए रखने में विशेष भूमिका निभाई।
सामुदायिक और आध्यात्मिक प्रभाव
यह आयोजन छिंदवाड़ा के लिए एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक मील का पत्थर साबित हुआ। स्थानीय निवासियों ने इस आयोजन को सामुदायिक एकता और भक्ति का प्रतीक बताया। एक भक्त ने कहा, “बाबा खाटू श्याम की इस दिव्य प्रतिमा का छिंदवाड़ा में आगमन हमारे लिए गर्व और आनंद का विषय है। यह हमें न केवल आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करता है, बल्कि सामाजिक समरसता को भी बढ़ावा देता है।” आयोजन के दौरान वैदिक मंत्रोच्चार और हवन ने भक्तों में एक विशेष आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार किया। स्थानीय लोगों ने इसे एक अवसर के रूप में देखा, जिसमें वे अपनी आस्था और भक्ति को बाबा खाटू श्याम के चरणों में अर्पित कर सके।
भविष्य की योजनाएं और अपील
श्री श्याम प्रेमी मित्र मंडल समिति ने घोषणा की कि भविष्य में भी इस तरह के धार्मिक और सामुदायिक आयोजन किए जाएंगे। समिति ने भक्तों से अपील की कि वे इस पावन अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों और बाबा खाटू श्याम के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें। मयूर विश्वकर्मा ने कहा, “हमारा प्रयास है कि छिंदवाड़ा में बाबा खाटू श्याम की भक्ति और आस्था का केंद्र स्थापित हो, जहां हर भक्त अपनी मनोकामना लेकर आ सके और शांति प्राप्त कर सके।”
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छिंदवाड़ा में खाटू श्याम की भक्ति का बढ़ता प्रभाव
छिंदवाड़ा में हाल के वर्षों में खाटू श्याम जी की भक्ति में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। बाबा खाटू श्याम, जिन्हें “हारे का सहारा” कहा जाता है, के प्रति भक्तों की आस्था लगातार बढ़ रही है। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय भक्तों को एकजुट किया, बल्कि क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देने की संभावना को रेखांकित किया। ब्लैक इटालियन मार्बल की यह प्रतिमा अपनी शिल्पकला और आध्यात्मिक महत्व के कारण भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी।