Congress karyakarta Himani Narwal ki hatya: Ab tak kya pata chala hai?
हरियाणा में 22 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या ने राजनीतिक हलकों में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। 1 मार्च 2025 को रोहतक जिले के सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में उनका शव बरामद हुआ। इस घटना ने न केवल उनकी सुरक्षा बल्कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से जुड़ी संभावित खतरों को भी उजागर किया है।
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शव की बरामदगी
1 मार्च की सुबह, सांपला बस स्टैंड के पास राहगीरों ने एक लावारिस सूटकेस देखा, जिससे दुर्गंध आ रही थी। पुलिस द्वारा जांच करने पर उसमें एक युवती का शव मिला, जिसकी पहचान कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के रूप में हुई। वह सोनीपत के कथूरा गांव की रहने वाली थीं और कांग्रेस के कई कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ भी काम किया था।
परिवार के आरोप और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
हिमानी की मां, सविता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या कांग्रेस पार्टी के अंदर की राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का परिणाम हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि कुछ पार्टी सदस्यों को हिमानी की बढ़ती लोकप्रियता से जलन थी। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए कहा कि जब तक अपराधियों को सजा नहीं मिलती, तब तक वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगी।
इस घटना पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी हिमानी की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

जांच और गिरफ्तारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए, हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। 3 मार्च 2025 को पुलिस ने एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया, जिसे इस हत्या में शामिल बताया जा रहा है। हालांकि, जांच अभी जारी है और अपराधी के मकसद को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
हिमानी नरवाल की राजनीतिक सक्रियता
हिमानी नरवाल युवा कांग्रेस की एक प्रमुख सदस्य थीं और रोहतक ग्रामीण जिले की उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत थीं। उन्होंने कई राजनीतिक अभियानों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पार्टी के लिए समर्पित मानी जाती थीं। भारत जोड़ो यात्रा में उनकी भागीदारी ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई थी।
जनता का आक्रोश और न्याय की मांग
हिमानी की निर्मम हत्या के खिलाफ जनता में जबरदस्त आक्रोश है। सोशल मीडिया पर न्याय की मांग करते हुए हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं और कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किए गए हैं। इस घटना ने राजनीति में सक्रिय महिलाओं की सुरक्षा और राजनीतिक कार्यकर्ताओं के सामने आने वाले खतरों पर गंभीर चर्चा छेड़ दी है।
निष्कर्ष
हिमानी नरवाल की हत्या न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि यह राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करता है। जांच जारी है और हिमानी का परिवार व समर्थक न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस मामले में दोषियों को सजा दिलाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।