अतुल्य भारत चेतना
डॉ. मीरा पराड़कर
छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश की धर्म नगरी छिंदवाड़ा में श्रावण कृष्ण अमावस्या के पावन अवसर पर राजस्थानी गौसेवा संगठन और सर्वोदय अहिंसा के अहिंसा प्रेमियों ने नगर पालिक निगम छिंदवाड़ा द्वारा संचालित पाठाढाना गौशाला में हरियाली अमावस्या का उत्सव मनाया। इस अवसर पर गौवंश की सेवा, पौधारोपण, और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ नशामुक्त भारत का संकल्प लिया गया, जिसने जीव रक्षा और पर्यावरण संवर्धन का सशक्त संदेश दिया।
कार्यक्रम का विवरण
“जियो और जीने दो” की पवित्र भावना के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में अहिंसा प्रेमियों ने गौशाला में गौवंश को खली, चुनी, और गुड़ खिलाकर उनकी सेवा की। इसके साथ ही गौशाला परिसर में विभिन्न प्रजातियों के फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया गया। इस वर्ष हरियाली अमावस्या की थीम “प्लास्टिक रहित हो शहर अपना” के अनुरूप, कपड़े की थैलियों के उपयोग को बढ़ावा देने और सिंगल-यूज प्लास्टिक को कम करने पर जोर दिया गया।

इसे भी पढ़ें : Shiv Mandir Lucknow; लखनऊ स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर और उनकी महिमा
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सर्वोदय अहिंसा के प्रदेश संयोजक और नगर पालिक निगम छिंदवाड़ा के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर दीपक राज जैन उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के रूप में संघ प्रचारक नयनसुख वर्मा (बालाघाट) और विवेक पोफली ने कार्यक्रम को और अधिक प्रेरणादायी बनाया। इसके अलावा, कान सिंह राजपुरोहित, निंबाराम देवासी, भगाराम देवासी, महेश राजपुरोहित, रामाराम देवासी, अशोक सुथार, रविंद्र जाट, किशन सिंह राठौड़, लक्ष्मण चौधरी, कृष्ण चौधरी, ललित जाट, पारस चौधरी सहित राजस्थानी गौसेवा संगठन के कई अहिंसा प्रेमी मौजूद रहे।
पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्त भारत का संकल्प
मुख्य अतिथि दीपक राज जैन ने उपस्थित सभी अहिंसा प्रेमियों को “एक पौधा माँ के नाम” अभियान के तहत पौधरोपण करने, प्लास्टिक रहित जीवन अपनाने, और नशामुक्त भारत के निर्माण में योगदान देने का संकल्प दिलाया। उन्होंने कहा, “गौवंश और प्रकृति की सेवा हमारी सांस्कृतिक और नैतिक जिम्मेदारी है। पौधरोपण और प्लास्टिक मुक्त जीवनशैली अपनाकर हम छिंदवाड़ा को स्वच्छ, स्वस्थ, और सुंदर बना सकते हैं।”
उन्होंने यह भी अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में कम से कम एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे, ताकि आने वाली पीढ़ियों को हरित और स्वच्छ पर्यावरण मिल सके। साथ ही, नशामुक्त भारत के संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने युवाओं से नशे से दूर रहने और समाज में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।

राजस्थानी गौसेवा संगठन की अनुकरणीय पहल
राजस्थानी गौसेवा संगठन प्रत्येक अमावस्या के शुभ अवसर पर पाठाढाना गौशाला में गौवंश की सेवा और उनके भोजन की व्यवस्था करता है। यह संगठन गौ संरक्षण और पर्यावरण संवर्धन के लिए अपनी निरंतर सक्रियता के लिए जाना जाता है। इस बार के आयोजन में भी संगठन के सदस्यों ने गौशाला में गायों की सेवा की और पौधरोपण के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
सामाजिक प्रभाव और सराहना
इस सुंदर और प्रेरणादायी आयोजन की छिंदवाड़ा के सभी निवासियों ने जमकर सराहना की। स्थानीय लोगों ने राजस्थानी गौसेवा संगठन और अहिंसा प्रेमियों के इस नेक कार्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। यह आयोजन न केवल गौवंश और पर्यावरण के प्रति समर्पण को दर्शाता है, बल्कि समाज में अहिंसा, स्वच्छता, और नशामुक्ति जैसे मूल्यों को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इसे भी पढ़ें : गर्मी में कूलर को बनाएं AC : आसान हैक्स और टिप्स
छिंदवाड़ा की पाठाढाना गौशाला में हरियाली अमावस्या का यह आयोजन गौसेवा, पर्यावरण संरक्षण, और नशामुक्त भारत के संकल्प का एक अनूठा संगम रहा। राजस्थानी गौसेवा संगठन और सर्वोदय अहिंसा के इस प्रयास ने छिंदवाड़ा के निवासियों को जीव रक्षा और प्रकृति संरक्षण के प्रति प्रेरित किया। यह आयोजन न केवल छिंदवाड़ा की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को मजबूत करता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक ठोस कदम भी है। भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से गौवंश और पर्यावरण की रक्षा के लिए संगठन की प्रतिबद्धता जारी रहेगी।