अतुल्य भारत चेतना
वीरेंद्र यादव
नवागांव/सीपत।
सीपत के समीपस्थ ग्राम नवागांव में गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक अखंड रामचरितमानस का पाठ किया गया। मानस पाठ के प्रमुख प्रवचनकर्ता राजकुमार यादव ने कहा जब भगवन श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ तब तीनों लोकों में हर्ष का माहौल बन गया। सभी के जितने भी शोक थे, मिट गए। टीकाकार गुहाराम धीवर ने कहा राम राज में सभी आपस में बैर भाव को छोड़कर एक दूसरे से परस्पर प्रेम भाव से मिलकर रहते थे। सभी आपस की शत्रुता को भूल गए थे। श्रीराम के नाम से पापी से पापी आत्मा भी भवसागर से तर जाती है। कहा भी गया है ‘कलयुग केवल नाम आधार, सुमिर समीर नर उतरेहि पारा’ कलयुग में भगवन श्रीराम के नाम से ही तर जाएंगे जिस प्रकार आकाश से गिरा हुआ जल समुद्र में चला जाता है उसी प्रकार श्रीराम का नाम जपने वाले बैतरणी पार हो जाते हैं। दरसराम साहू ने कहा कि राम चरित मानस मानव जीवन की वह सरिता है जिस प्रकार नदी प्यासे को जल प्रदान कर उनकी प्यास को दूर करती है, उसी प्रकार राम चरित मानस हमारे जीवन की सभी बुराइयों को दूर कर हमें अमृत रूपी जीवन शैली प्रदान करती है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संयोजक रमेश यादव, सीताराम साहू , राजकुमार यादव, गुहाराम धीवर, संतोषी पाटनवार, लखन लाल विश्वकर्मा, सी एल जलतारे, चूनामनी पाटनवार, धनीराम साहू, कमलेश यादव, सूरज यादव, करण यादव, हरी यादव, नरेंद्र यादव, सुख सागर दास, मुकुंदा , दिलहरण, हरिदयाल आदि मानस प्रेमियों का सहयोग रहा।
गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक रामचरितमानस का पाठ संपन्न
