अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी मंगलवार को कैराना पहुंचते ही यमुना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से लगभग 50 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। यमुना का उफान देखकर तटवर्ती इलाकों के लोग दहशत में हैं। नदी के आगोश में आने से हजारों बीघा धान, ईंख व सब्जी की फसल जलमग्न हो चुकी है। हालांकि, बैराज से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा में कमी आई है, जिससे देर रात तक यमुना का जलस्तर घटने की संभावना जताई जा रही है।
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हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी
पिछले कई दिनों से पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में हो रही मूसलधार बारिश से हथिनीकुंड बैराज पर पानी का दबाव बढ़ गया। सोमवार सुबह नौ बजे बैराज से छोड़े गए 3.29 लाख क्यूसेक पानी ने कैराना पहुंचकर कहर बरपा दिया। सोमवार शाम पांच बजे तक यमुना चेतावनी बिंदु से 50 सेंटीमीटर नीचे बह रही थी, लेकिन रात तक जलस्तर बढ़कर खतरे के निशान को पार कर गया। मंगलवार सुबह 11 बजे नदी का जलस्तर 232.00 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 231.500 मीटर पर है।

हजारों बीघा फसलें पानी में डूबीं
यमुना की बढ़ती धार से तटवर्ती गांव मवी, हैदरपुर, रामड़ा, नंगलाराई, मामौर, मोहम्मदपुर राई, इस्सापुर खुरगान, मंडावर, पठेड़ आदि में किसानों की हजारों बीघा फसलें डूब गईं। धान, गन्ना और सब्जियों की फसलों को भारी नुकसान की आशंका है। इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
तटबंधों पर रिसाव और दरारें, प्रशासन ने कराया दुरुस्त
मंगलवार को मोहम्मदपुर राई गांव में तटबंध पर रिसाव हो गया, जिसे ग्रामीणों और प्रशासन ने मिलकर मिट्टी से भरे बैग लगाकर बंद कराया। इसके अलावा रामड़ा, मंडावर, बल्हेडा व इस्सापुर खुरगान में भी तटबंध पर दरारें आई थीं, जिन्हें तुरंत दुरुस्त कराया गया। तहसीलदार अर्जुन चौहान ने बताया कि तटबंधों की मरम्मत कर दी गई है और पूरे इलाके की चौकसी के लिए टीमें तैनात हैं।

12 वर्ष पूर्व भी मचा चुकी है तबाही
कैराना क्षेत्र के लोग यमुना के इस उफान को देखकर सहमे हुए हैं। वर्ष 2013 में हथिनीकुंड बैराज से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद मवी गांव में तटबंध टूटा था और करीब दो दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया था। उस समय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था। अब एक बार फिर वैसा ही खतरा मंडरा रहा है।
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प्रशासन अलर्ट मोड पर
यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। तहसील क्षेत्र की सभी चार बाढ़ चौकियों—यमुना ब्रिज, रामड़ा, नंगलाराई व मोहम्मदपुर राई—को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीणों से नदी की ओर न जाने की अपील की जा रही है।

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मंगलवार को एडीएम शामली सत्येंद्र सिंह ने एसडीएम कैराना निधि भारद्वाज और तहसीलदार के साथ यमुना तटबंध का निरीक्षण किया। एडीएम ने अधिकारियों को सतत निगरानी और आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं और देर रात तक जलस्तर में कमी आने की संभावना है।