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रईस
रूपईडीहा/बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में रूपईडीहा पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की संयुक्त टीम ने बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने 100 ग्राम स्मैक के साथ एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब 80 लाख रुपये है। यह कार्रवाई मंगलवार को नेपाल सीमा से सटे रेलवे लाइन के रास्ते पर की गई।
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संयुक्त कार्रवाई में सफलता
रूपईडीहा थाना प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत ने बताया कि पुलिस और एसएसबी की संयुक्त टीम को सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति नेपाल में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है। इसके आधार पर टीम ने रेलवे लाइन के रास्ते पर निगरानी बढ़ाई। तलाशी के दौरान एक युवक को रोका गया, जिसके पास से 100 ग्राम स्मैक बरामद हुई। प्रभारी निरीक्षक ने कहा, “यह बरामदगी नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
अभियुक्त की पहचान
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान राजन उर्फ राजा अवस्थी, पुत्र राम नरायण अवस्थी, उम्र लगभग 19 वर्ष, निवासी रजनापुर दाखिल गोबरहा, थाना रामनगर, जनपद बाराबंकी के रूप में हुई है। उसके खिलाफ थाना रूपईडीहा में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। अभियुक्त को न्यायालय सदर बहराइच में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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कार्रवाई में शामिल टीम
इस सफल कार्रवाई में रूपईडीहा पुलिस और एसएसबी के जवानों की संयुक्त टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत, उप निरीक्षक विजय कुमार, हेड कांस्टेबल स्वतंत्र विक्रम सिंह, कांस्टेबल हेमंत कुमार गुप्ता, संदीप चौहान, आलोक शुक्ला, और शिवेंद्र कुमार वर्मा शामिल थे। वहीं, एसएसबी की ओर से निरीक्षक भरत पाठक, एएसआई विप्लव कुमार घोष, मुख्य आरक्षी आलोक कुमार, आरक्षी आर. बाला राजू, और डॉग हैंडलर मोहम्मद फारूख ने अहम योगदान दिया।
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नशीले पदार्थों के खिलाफ सख्ती
प्रभारी निरीक्षक रमेश सिंह रावत ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए पुलिस और एसएसबी लगातार संयुक्त अभियान चला रही हैं। उन्होंने कहा, “ऐसी कार्रवाइयों से तस्करों में डर पैदा होगा और क्षेत्र में नशे की समस्या पर अंकुश लगेगा।” पुलिस ने क्षेत्रवासियों से भी इस तरह की गतिविधियों की सूचना तुरंत देने की अपील की है।
सामुदायिक प्रभाव और अपील
इस कार्रवाई से स्थानीय समुदाय में नशीले पदार्थों के खिलाफ जागरूकता बढ़ी है। ग्रामवासियों ने पुलिस और एसएसबी की इस संयुक्त कार्रवाई की सराहना की और इसे नशा तस्करी के खिलाफ प्रभावी कदम बताया। कुछ लोगों ने मांग की कि सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी और सख्ती को और बढ़ाया जाए ताकि इस तरह की गतिविधियां पूरी तरह रोकी जा सकें।
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भविष्य की रणनीति
रूपईडीहा पुलिस और एसएसबी ने भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाइयों को जारी रखने का संकल्प लिया है। अधिकारियों का कहना है कि नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। इस बरामदगी ने एक बार फिर यह साबित किया है कि पुलिस और एसएसबी की सतर्कता से सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।