अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। जिले के लटेरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति को सुधारने के लिए सामाजिक संगठन जन चेतना मंच ने शनिवार, 5 जुलाई 2025 को माननीय मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) लटेरी को सौंपा। संगठन ने क्षेत्र के शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों और कर्मचारियों की अनुपस्थिति, अपर्याप्त उपचार, और स्वास्थ्य सेवाओं की खराब स्थिति पर गहरी चिंता जताई। इस अवसर पर संगठन के तहसील अध्यक्ष विनेश मालवीय ने ज्ञापन का वाचन किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन का विवरण और मांगें
जन चेतना मंच के तहसील अध्यक्ष विनेश मालवीय ने ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए बताया कि लटेरी क्षेत्र में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी), और 18 उप-स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत दयनीय स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, “अधिकतर समय इन केंद्रों पर चिकित्सक या कर्मचारी अनुपस्थित रहते हैं। यदि मरीज किसी तरह इन केंद्रों तक पहुंच भी जाए, तो उन्हें उचित उपचार नहीं मिलता। ऐसी स्थिति में मरीज मजबूरी में झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध क्लीनिकों पर जाने को विवश होते हैं, जहां न केवल उनके पैसे लुटते हैं, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य जोखिम और बड़ी घटनाओं की आशंका बनी रहती है।”
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उन्होंने हाल ही में एक दुखद घटना का उल्लेख किया, जिसमें एक बालक की मृत्यु अनुचित उपचार के कारण हो गई थी। संगठन ने मांग की कि शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों और कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, उपचार की गुणवत्ता में सुधार किया जाए, और अवैध क्लीनिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

अनुविभागीय अधिकारी का आश्वासन
ज्ञापन प्राप्त करने के बाद अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) विनीत तिवारी ने संगठन को आश्वासन दिया कि लटेरी क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य केंद्रों की तत्काल जांच की जाएगी। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। दोषी चिकित्सकों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।” उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की उपस्थिति और उपकरणों की उपलब्धता की नियमित निगरानी की जाए।
स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति
लटेरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति लंबे समय से चिंता का विषय रही है। विदिशा जिले में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा संचालित एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, और 18 उप-स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद, इन केंद्रों पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव और कर्मचारियों की अनुपस्थिति आम बात है। जन चेतना मंच ने इस मुद्दे को बार-बार उठाया है, लेकिन ठोस सुधार अभी तक नहीं देखे गए। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो क्षेत्रवासी मजबूरी में निजी और अवैध क्लीनिकों पर निर्भर रहेंगे, जिससे उनकी जान को खतरा बढ़ सकता है।
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सामाजिक और प्रशासनिक संदर्भ
लटेरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी एक गंभीर सामाजिक मुद्दा है। ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों को उचित उपचार के लिए अक्सर विदिशा शहर या अन्य बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ता है, जो उनके लिए आर्थिक और समय दोनों दृष्टियों से बोझिल होता है। हाल ही में एक बालक की मृत्यु की घटना ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। जन चेतना मंच जैसे सामाजिक संगठनों की सक्रियता ने प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित किया है।

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इसके अतिरिक्त, मध्य प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के माध्यम से कई योजनाएं जैसे जननी सुरक्षा योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन लागू की हैं, जिनका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना है। हालांकि, लटेरी जैसे क्षेत्रों में इन योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन अभी तक नहीं हो सका है।
संगठन के कार्यकर्ताओं की भूमिका
ज्ञापन सौंपने के दौरान जन चेतना मंच के तहसील अध्यक्ष विनेश मालवीय के साथ संगठन के अन्य कार्यकर्ता वीरू धाकड़, प्रताप यादव, नीतीश कुशवाहा, और अन्य उपस्थित रहे। इन कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की जनता की आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संगठन ने भविष्य में भी इस मुद्दे पर निगरानी रखने और आवश्यकता पड़ने पर आंदोलन करने की बात कही।
प्रशासन की जवाबदेही
एसडीएम विनीत तिवारी ने संगठन की मांगों को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई का भरोसा दिलाया। उन्होंने जिला स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया जाए और अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इसके अलावा, उन्होंने अवैध क्लीनिकों की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित करने का भी आश्वासन दिया।
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सामुदायिक प्रभाव और भविष्य की अपेक्षाएं
जन चेतना मंच का यह प्रयास लटेरी क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय निवासियों ने संगठन की इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि प्रशासन अपने वादों को पूरा करेगा। संगठन ने यह भी मांग की कि स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयों, उपकरणों, और प्रशिक्षित कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही उचित उपचार मिल सके।

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लटेरी में जन चेतना मंच द्वारा सौंपा गया यह ज्ञापन न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों को उजागर करता है, बल्कि प्रशासन की जवाबदेही को भी मजबूत करने का प्रयास है। यदि प्रशासन द्वारा समयबद्ध कार्रवाई की जाती है, तो यह क्षेत्र के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत होगी और भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।