अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। विदिशा जिले के नटेरन क्षेत्र में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के कारण किसान गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। नटेरन से खैरीई और बेलानारा तक जाने वाली विद्युत लाइन के खंभे जर्जर हालत में होने के कारण हवा, पानी और तूफान में टूट गए हैं। इन टूटे खंभों और बिखरे तारों के कारण पिछले 20 दिनों से अधिक समय से बिजली आपूर्ति ठप है, जिससे किसानों की सब्जी फसलें नष्ट हो रही हैं और पीने के पानी की भारी किल्लत हो रही है।
किसानों की व्यथा
किसानों ने बताया कि खैरीई और बेलानारा के बीच कई खंभे टूटकर खेतों में गिरे हुए हैं, और बिजली तार जमीन पर बिखरे पड़े हैं। इस कारण न केवल बिजली आपूर्ति बाधित है, बल्कि किसान अपने खेतों में जुताई भी नहीं कर पा रहे हैं। जानवरों के तारों में उलझने का खतरा भी बना हुआ है। प्रभावित किसानों में ओमकार जाटव, इमरात सिंह कुशवाहा, पूरन सिंह रघुवंशी, हरि सिंह कुशवाहा, हिम्मत सिंह रघुवंशी, मोहर सिंह कुशवाहा, बाबूलाल साहू, पप्पू साहू, सुमित साहू और दर्जनों अन्य शामिल हैं।

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किसान हरि सिंह कोरी, जो अपने खेत पर मकान निर्माण भी कर रहे हैं, ने बताया, “बिजली न होने से हमें भारी परेशानी हो रही है। खेत पर रहने और निर्माण कार्य के लिए बिजली जरूरी है, लेकिन विभाग की उदासीनता के कारण हम असहाय हैं।” कई किसानों की सब्जी फसलें बिजली के अभाव में पानी न मिलने से बर्बाद हो चुकी हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ा है।
शिकायतों की अनसुनी
किसानों ने नटेरन विद्युत विभाग में लिखित शिकायतें दर्ज कीं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ किसानों ने सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की, परंतु वहां से भी कोई सुनवाई नहीं हुई। किसानों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण उनकी आजीविका संकट में है, और विभाग का रवैया पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना है।

किसानों की मांग
किसानों ने शासन-प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनकी प्रमुख मांगें हैं:
- टूटे हुए खंभों को तुरंत खड़ा करवाया जाए।
- बिखरे तारों को ठीक कर बिजली आपूर्ति बहाल की जाए।
- भविष्य में ऐसी लापरवाही को रोकने के लिए जर्जर खंभों का समय पर रखरखाव किया जाए।
- प्रभावित किसानों को उनकी बर्बाद फसलों के लिए उचित मुआवजा प्रदान किया जाए।
विद्युत विभाग की लापरवाही
यह समस्या नई नहीं है। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में बिजली की अनियमित आपूर्ति और जर्जर बुनियादी ढांचे की शिकायतें पहले भी सामने आ चुकी हैं। टूटे खंभों और बिखरे तारों के कारण न केवल किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं, बल्कि सुरक्षा जोखिम भी बढ़ रहा है। किसानों ने बताया कि विभाग को कई बार सूचित करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

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नटेरन विद्युत विभाग की लापरवाही ने क्षेत्र के अन्नदाताओं को गहरे संकट में डाल दिया है। टूटे खंभों और बिजली कटौती के कारण किसानों की मेहनत बर्बाद हो रही है, और उनकी आजीविका खतरे में है। शासन और प्रशासन से अपील है कि त्वरित कार्रवाई कर बिजली आपूर्ति बहाल की जाए और किसानों को राहत प्रदान की जाए। यह समय है कि विद्युत विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए और अन्नदाताओं के हितों की रक्षा करे।