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छिंदवाड़ा। वीर शनि पिपलेश्वर धाम मंदिर में मंगलवार, 27 मई 2025 को भगवान श्री शनिदेव जी का जन्मोत्सव बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर मंदिर में विशेष पूजन, अभिषेक, भंडारा और देवी जागरण का आयोजन किया जाएगा। आयोजन समिति ने सभी भक्तों से इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में भाग लेने की अपील की है।
कार्यक्रम का विवरण
शनि जयंती के दिन सुबह 11:51 बजे से विधिवत पूजन कार्य शुरू होगा। इस दौरान निम्नलिखित धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे:
- गणेश पूजन: सभी कार्यों में विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
- महामहादेव पूजन: भगवान शिव, जो शनिदेव के परम भक्त हैं, उनकी विशेष पूजा की जाएगी।
- अन्य देवताओं की पूजा: मंदिर प्रांगण में स्थापित अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना होगी।
- शनिदेव का तिल तेल अभिषेक: शनिदेव जी का विशेष तिल तेल से अभिषेक किया जाएगा, जो उनकी कृपा प्राप्ति का प्रमुख अनुष्ठान है।
ये सभी पूजन कार्य पंडित श्री तिवारी जी के मार्गदर्शन में संपन्न होंगे।
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भंडारा और देवी जागरण
पूजन के बाद, सायं 6 बजे से मंदिर परिसर में भक्तों के लिए महाप्रसाद (भंडारा) का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, रात्रि में भव्य देवी जागरण का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न प्रकार की झांकियां प्रस्तुत की जाएंगी। यह आयोजन भक्तों में आध्यात्मिक उत्साह और भक्ति भाव को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

आयोजन समिति की अपील
आयोजन समिति ने सभी श्रद्धालुओं से इस पवित्र उत्सव में शामिल होने का आह्वान किया है। समिति के एक सदस्य ने कहा, “शनि जयंती का यह उत्सव भगवान शनिदेव की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख-शांति की कामना के लिए विशेष महत्व रखता है। हम सभी भक्तों से अनुरोध करते हैं कि वे इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और भगवान शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त करें।”
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वीर शनि पिपलेश्वर धाम का महत्व
वीर शनि पिपलेश्वर धाम छिंदवाड़ा क्षेत्र में शनिदेव के भक्तों के लिए एक प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है। यह मंदिर अपनी शांत और पवित्र वातावरण के लिए जाना जाता है, जहां हर साल शनि जयंती के अवसर पर हजारों भक्त दर्शन और पूजन के लिए एकत्रित होते हैं। शनिदेव को न्याय के देवता के रूप में पूजा जाता है, और माना जाता है कि उनकी कृपा से जीवन के कष्ट और बाधाएं दूर होती हैं।
आमंत्रण
आयोजन समिति ने छिंदवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों के सभी भक्तों से इस शुभ अवसर पर वीर शनि पिपलेश्वर धाम पहुंचकर शनि जयंती के उत्सव में शामिल होने और भगवान शनिदेव के दर्शन-पूजन का लाभ उठाने की अपील की है।