उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने 21 मई 2025 को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया, जिसमें यूपी पुलिस में कार्यरत पति-पत्नी को अनुकंपा के आधार पर एक ही जिले में तैनात करने का प्रावधान किया गया है। इस आदेश से हजारों पुलिसकर्मी दंपतियों को राहत मिलेगी, जो अलग-अलग जिलों में तैनाती के कारण पारिवारिक चुनौतियों का सामना कर रहे थे।
आदेश का विवरण
- लागू रैंक: सिपाही, सब-इंस्पेक्टर, और इंस्पेक्टर।
- प्रक्रिया: अनुकंपा के आधार पर या निजी खर्च पर एक ही जिले में तैनाती।
- स्थापना विभाग की भूमिका: तैनातियों के लिए पारदर्शी प्रक्रिया और ऑनलाइन पोर्टल की योजना।
पुलिसकर्मियों की मांग
पुलिसकर्मी दंपति लंबे समय से एक ही जिले में तैनाती की मांग कर रहे थे। अलग-अलग जिलों में तैनाती के कारण पारिवारिक जीवन प्रभावित हो रहा था। यह आदेश उनकी इस मांग को पूरा करता है।
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प्रभाव
- मनोबल में वृद्धि: एक ही जिले में तैनाती से पुलिसकर्मियों का तनाव कम होगा और कार्यक्षमता बढ़ेगी।
- पारदर्शिता: ऑनलाइन पोर्टल और स्पष्ट दिशा-निर्देशों से प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
- सामाजिक प्रभाव: पुलिस की छवि बेहतर होगी और समाज में उनकी विश्वसनीयता बढ़ेगी।
चुनौतियां
- कार्यान्वयन: सभी दंपतियों को उनकी पसंद के जिले में तैनात करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
- संसाधन: अतिरिक्त संसाधनों और योजना की आवश्यकता होगी।
निष्कर्ष
डीजीपी प्रशांत कुमार का यह आदेश यूपी पुलिस के लिए एक क्रांतिकारी कदम है, जो कर्मचारियों के कल्याण और कार्य-जीवन संतुलन को बढ़ावा देगा। यह नीति पुलिस बल की कार्य संस्कृति को मजबूत करने के साथ-साथ समाज की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करेगी।