अतुल्य भारत चेतना
पूरन सिंह रघुवंशी
गंजबासौदा/विदिशा। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मंसापूर्ण हनुमान मंदिर के पास स्थित सेवा केंद्र द्वारा पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 55 वें पुण्य स्मृति दिवस को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया।

ब्रह्माकुमारी रुक्मणी दीदी ने अपने विचार रखते हैं कहा की कहते हैं कि संसार से मन को जोड़ने वाला मनुष्य संसारी हो जाता है। मन को बुराइयों से जोड़ने वाला दुराचारी हो जाता है। मन को वैराग्य से जोड़ने वाला सन्यासी हो जाता है और मन को ईश्वर से जोड़ने वाला देवता हो जाता है। इस बात को सच होता हुआ देखा जब प्यारे ब्रह्मा बाबा को देखा उनके साकार चरित्र, व्यक्तित्व, व्यवहार, वाणी व श्रेष्ठ आचरण वाले जीवन को देखा और शिव पिता परमात्मा से निरंतर शक्ति लेकर पूरे विश्व के लिए उन्हें प्रेरणा स्रोत बनते हुए देखा। ब्रह्मा बाबा से प्रेरणा प्राप्त कर अनेकों जीवन को पल में बदलते देखा।

प्यारे परमपिता शिव परमात्मा ने ब्रह्मा बाबा के द्वारा आसुरी जीवन जीने वाले अनेकानेक मनुष्यों को सच्चा सच्चा सात्विक जीवन शैली वाला ब्राह्मण बना दिया। उन्हें सच्चा, सुंदर, सादगी, तपस्या, सद्गुणों वाला जीवन जीना सिखा दिया। ऐसा जीवन किसी एक व्यक्ति या किसी एक समुदाय की पहचान न बनाकर एक सुंदर समृद्ध, सुखदाई विवेकशील व सद्गुणों वाले समाज का निर्माण करता है। कोई भी मनुष्य इतना बड़ा परिवर्तन किसी के जीवन में तब तक नहीं ला सकता जब तक की मनुष्य उनके हृदय में अपनी विशालता, निरहंकारिता व निर्मानता ना लिए हुए हो प्यारे ब्रह्मा बाबा ऐसी मिसाल है जिन्होंने संपूर्ण मानव जाति को सर्वधर्मो के, सभी देशों के, सभी वर्गों के व हर आयु के मनुष्यों को प्रेरित किया सिर्फ अपने जीवन को ऊंचा उठाकर अनेकों के लिए प्रेरणा स्रोत तो अनेक मनुष्य बन जाते हैं लेकिन अपने जीवन को ऊंचा उठाकर अनेकों के जीवन को निरंतर ऊंचा उठाने के लिए पित्रवत स्नेह देना वह त्याग करना यह कार्य तो कोई बिरला ही कर सकता है।

ऐसे मानव इतिहास में अत्यंत दुर्लभ हैं। ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी ने ब्रह्मा बाबा की विशेषताएं बताते हुए कहा कि माता-पिता अपने बच्चों से कहते हैं अच्छे से पढ़ो लिखो बड़ा आदमी बनो लेकिन हम ब्रह्माकुमार और ब्रह्माकुमारियों के इस सुंदर और बेहद के परिवार में हर एक का सदा एक ही संकल्प है कि अच्छे से पढ़ो लिखो और ब्रह्मा बाप समान बानो हम सभी ब्रह्मा बाप समान प्यार, ब्रह्मा बाप समान तपस्वी, ब्रह्मा बाप समान त्यागी, ब्रह्मा बाप समान अचल अडोल, ब्रह्मा बाप समान निर्भय, ब्रह्मा बाप समान श्रेष्ठ आचरण, उनके सामान मीठा गंभीर, रमणीक, सदा सर्व के प्रति शुभभावना और शुभकामनाएं संपन्न सदा परमात्मा शिव के प्रति समर्पण बुद्धि बने यही प्यार ब्रह्मा बाबा को उनके स्मृति दिवस पर हम पूरे ब्राह्मण परिवार की ओर से सच्ची-सच्ची श्रद्धा और प्यार की अंचलि है।
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