अतुल्य भारत चेतना
प्रमोद कश्यप
रतनपुर/छत्तीसगढ़। भगवान शिव का प्रिय मास श्रावण अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के साथ छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक नगर रतनपुर में भक्तिमय वातावरण लेकर आया। इस पवित्र माह में लोकपर्व हरेली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया, साथ ही शिवरात्रि के अवसर पर घर-घर पार्थिव शिवलिंग की पूजा और विभिन्न मंदिरों में जलाभिषेक के आयोजन किए गए। श्रावण माह में शिव महापुराण कथा और श्रावणी रामायण के आयोजन ने नगर को भक्ति के रंग में सराबोर कर दिया।
हरेली: किसानों का प्रमुख लोकपर्व
छत्तीसगढ़ में श्रावण मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला हरेली पर्व विशेष रूप से किसानों का त्योहार है। यह पर्व प्राचीन काल से चली आ रही परंपराओं का प्रतीक है। रतनपुर में किसानों ने अपने कृषि औजारों की पूजा-अर्चना की और इस अवसर को उत्साह के साथ मनाया। बच्चों ने पारंपरिक गेड़ी (बांस की टांगों पर चढ़ने की कला) में भाग लिया और आनंदमय माहौल बनाया। युवाओं ने नारियल फेंक प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया, जिससे पर्व का उत्साह और भी बढ़ गया।
शिवरात्रि पर पार्थिव शिवलिंग पूजा
हरेली से एक दिन पूर्व शिवरात्रि के पावन अवसर पर रतनपुर के अधिकांश घरों में अंतरराष्ट्रीय शिवपुराण कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के निर्देशानुसार पार्थिव शिवलिंग की पूजा की गई। भक्तों ने मिट्टी से बने शिवलिंग का निर्माण कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर नगर के प्रमुख मंदिरों जैसे स्वयंभू वृद्धेश्वर महादेव मंदिर, रत्नेश्वर महादेव मंदिर, और सोमेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भैरव बाबा मंदिर में भी भक्तों ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की। इन मंदिरों में जलाभिषेक और विशेष पूजा-अर्चना के आयोजन ने भक्तिमय माहौल को और गहरा किया।
शिव महापुराण और श्रावणी रामायण का आयोजन
महामाया भागवत मंच ट्रस्ट द्वारा प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे श्रावण माह में पंडित रामकृष्ण तिवारी के नेतृत्व में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। यह कथा भक्तों को भगवान शिव की महिमा और आध्यात्मिक महत्व से जोड़ रही है। इसके साथ ही, नगर के विभिन्न मोहल्लों में सायंकालीन समय में श्रावणी रामायण का आयोजन हो रहा है। इन आयोजनों ने रतनपुर को भक्ति और आध्यात्मिकता के रंग में रंग दिया है।
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भक्तिमय वातावरण और सांस्कृतिक महत्व
श्रावण माह को भगवान शिव का मनभावन माह माना जाता है, जो न केवल किसानों बल्कि समस्त चराचर जगत के लिए आनंददायी है। रतनपुर में हर ओर भक्तिमय वातावरण है, जहां मंदिरों में भक्तों की भीड़ और घर-घर में शिव पूजा ने इस माह की महत्ता को और बढ़ा दिया है। हरेली पर्व ने जहां ग्रामीण संस्कृति और परंपराओं को जीवंत किया, वहीं शिवरात्रि और श्रावण माह के धार्मिक आयोजनों ने आध्यात्मिकता को बढ़ावा दिया।
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सामुदायिक एकता और उत्साह
रतनपुर के निवासियों ने हरेली और श्रावण माह के आयोजनों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह पर्व और धार्मिक आयोजन न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामुदायिक एकता को भी मजबूत करते हैं। भक्तों और स्थानीय लोगों ने इस अवसर पर एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटीं और समाज में भक्ति और परंपराओं के प्रति अपनी निष्ठा को प्रदर्शित किया।