
अतुल्य भारत चेतना
हर्षा बनोदे
छिंदवाड़ा। नवींन शिक्षा नीति के अनुसार छात्र-छात्राओं में व्यवहारिक परिवर्तन कर कौशलात्मक विकास पर बल दिया गया है जिससे छात्रों का सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित किया जा सके। इसी उद्देश्य को लेकर श्री राकेश कुमार मालवीय के आतिथ्य में शासकीय माध्यमिक शाला में छात्राओं के सामाजिक जागरूकता हेतु संगोष्टी का आयोजन किया गया। जिसमें श्री मालवीय ने बताया कि बाल-विवाह की अवधारणा , उसके दुष्परिणाम को।उल्लेखित किया गया। शिक्षक श्री महिपाल जवारकर ने वंचित समुदाय के बच्चों को उससे उबरने के सुझाव दिए । बम्होरे समाजसेविका द्वारा छात्राओं को मासिक धर्म के समय पालन की जाने वाली स्वच्छता को समझाया। आज की संगोष्टी में छात्रों के स्वास्थ्य व व्यवहारिक जीवन पर विभिन्न प्रथाओं व बुराइयों पड़ने वाले प्रभाव को रेखांकित किया गया।