अतुल्य भारत चेतना
बाबू लाल कुमावत
जयपुर। जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय,लाडनूं,नागौर द्वारा जयपुर के महाप्रज्ञ इंटरनेशनल स्कूल में संचालित योग कक्षाओं का समापन हुआ इस अवसर पर विद्यार्थियों की विदाई का कार्यक्रम रखा गया।


कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई कार्यक्रम के मध्य में जैन मुनि तत्व रूचि जी महाराज भी योग विद्यार्थियों को आशीर्वाद देने पधारे इस दौरान महाराज श्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को योग एवं जीवन विज्ञान जीने की कला सिखाता है,इसके साथ ही मनुष्य को जीवन जीने का सही अर्थ एवं परमार्थ तक जाने का रास्ता भी दिखलाता है।


जैन महाराज श्री ने अपने मुखारविंद से सभी योग विद्यार्थियों को योग एवं जीवन विज्ञान के विषय को अपने जीवन में उतारने पर जोर दिया एवं योग तथा जीवन विज्ञान का विस्तृत व्याख्यान करके समझाया और सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की इस अवसर पर योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य एवं नियमित अध्ययन तथा विशेष कार्य करने वाले सभी योग विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया,


योग विषय से स्नातक एवं स्नातकोत्तर कर रहे विद्यार्थियों ने अपनी शारीरिक क्रिया के द्वारा दर्शकों का मन मोह लिया इस अवसर पर भागीरथ राम ने अपने शारीरिक योग क्रिया के द्वारा दर्शकों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर दिया इस अवसर पर योग विद्यार्थियों के द्वारा अच्छे प्रदर्शन करने पर योग कक्षाओं की मुख्य संचालिका रीना गोयल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि योग एवं जीवन विज्ञान एक ऐसा विषय है,


जो हमारे शरीर को शारीरिक एवं मानसिक रूप से ही स्वस्थ नहीं बल्कि हमें जीवन में अनुशासन भी सीखाता है,एवं साथ में जीवन जीने की कला भी सीखाता है,अतः इस योग विषय के क्षेत्र में सभी विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर के आगे अपने समाज एवं अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहिए तथा साथ ही हमें इस विषय को जानने के लिए समाज में जागरूकता लानी चाहिए,

कार्यक्रम के अंत में पधारे हुए सभी विद्यार्थियों ने स्वादिष्ट भोजन भी किया इस कार्यक्रम में उमेंदर जी गोयल, योग अध्यापिका पलक,माया,जोबनेर कॉलेज के वनस्पति शास्त्र प्रोफेसर बाबू लाल कुमावत,योग प्रशिक्षक जगदीश वर्मा आदि उपस्थित रहें।
subscribe aur YouTube channel
