अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के दूसरे चरण के तहत मंगलवार, 12 अगस्त 2025 को प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़, कैराना में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर 128 बच्चों को खाना खाने के बाद एल्बेंडाजोल 400 मिलीग्राम की टैबलेट खिलाई गई। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को पेट के कीड़ों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाना और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना था। सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने बच्चों को इस अभियान के महत्व और स्वच्छता के प्रति जागरूकता के बारे में विस्तार से बताया।
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राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अभियान है, जिसके तहत बच्चों को पेट के कीड़ों से मुक्ति दिलाने के लिए एल्बेंडाजोल टैबलेट दी जाती है। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ में इस अभियान के दूसरे चरण के तहत 128 बच्चों को यह टैबलेट खिलाई गई। टैबलेट खाने से पहले बच्चों को भोजन कराया गया, ताकि दवा का असर प्रभावी हो। यह कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें स्कूल के शिक्षकों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्वच्छता और स्वास्थ्य पर जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने बच्चों को पेट के कीड़ों के कारणों और उनके दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि स्वच्छता का ध्यान न रखना, दूषित भोजन या पानी का सेवन, और संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से पेट में कीड़े हो सकते हैं। रीता चौहान ने कहा, “पेट के कीड़े हमारे शरीर का पोषण चुरा लेते हैं, जिससे बच्चे कमजोर हो जाते हैं और उनकी पढ़ाई व शारीरिक विकास प्रभावित होता है। इस मीठी गोली (एल्बेंडाजोल) से पेट के कीड़े मर जाते हैं, और बच्चे स्वस्थ रहते हैं।” उन्होंने बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता, जैसे नियमित हाथ धोना, साफ पानी पीना, और स्वच्छ भोजन करने की सलाह दी।
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बच्चों में उत्साह और जागरूकता
कार्यक्रम में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उन्हें न केवल दवा दी गई, बल्कि स्वच्छता और स्वास्थ्य के महत्व को भी समझाया गया। बच्चों को बताया गया कि स्वच्छता अपनाकर वे कई बीमारियों से बच सकते हैं। यह जागरूकता सत्र बच्चों के लिए शिक्षाप्रद रहा, और उन्होंने स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझा।
अभियान का महत्व
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों को कृमि संक्रमण से मुक्त करना और उनके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। पेट के कीड़े बच्चों में कुपोषण, कमजोरी, और पढ़ाई में कमी का कारण बन सकते हैं। इस अभियान के तहत स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को मुफ्त दवा दी जाती है। प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल बच्चों को स्वस्थ रखने में योगदान दिया, बल्कि स्वच्छता के प्रति सामुदायिक जागरूकता को भी बढ़ाया।
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समुदाय और स्कूल की प्रतिक्रिया
स्कूल के शिक्षकों और अभिभावकों ने इस अभियान की सराहना की। एक अभिभावक, सुनीता देवी, ने कहा, “यह कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। स्कूल में बच्चों को दवा के साथ-साथ स्वच्छता की जानकारी देना एक सराहनीय कदम है।” सहायक अध्यापिका रीता चौहान ने कहा कि इस तरह के आयोजन बच्चों को स्वस्थ और जागरूक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन एक सफल और प्रेरणादायक कदम रहा। 128 बच्चों को एल्बेंडाजोल टैबलेट देकर और स्वच्छता के प्रति जागरूक करके इस कार्यक्रम ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक योगदान दिया। यह अभियान बच्चों के बेहतर भविष्य और स्वस्थ समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।