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Bahraich news; शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर डंपर-डीसीएम की टक्कर में महिला की दर्दनाक मौत, ग्रामीणों ने लगाया जाम
बहराइच/खैरीघाट। बहराइच जिले के शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। थाना खैरीघाट क्षेत्र में डंपर और डीसीएम की आमने-सामने हुई जोरदार भिड़ंत के बाद डीसीएम पलट गई, जिसकी चपेट में आकर सड़क किनारे घास काटकर घर लौट रही एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
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हादसे का विवरण
हादसा मंगलवार को शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर बाबा मंदिर के पास हुआ। ग्राम लौकिहा निवासी सावित्री देवी (56 वर्ष), पत्नी संभाली, सड़क किनारे घास काटकर अपने घर लौट रही थीं। इसी दौरान एक डंपर और डीसीएम की आमने-सामने टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि डीसीएम अनियंत्रित होकर पलट गई और सावित्री देवी उसके नीचे दब गईं। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवपुर पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन जिला अस्पताल पहुंचने के कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई।
ग्रामीणों का प्रदर्शन और जाम
हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर लगभग आधे घंटे तक जाम लगाकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा मंदिर परिसर में मौजूद एक बाबा ने डीसीएम चालक को पकड़ लिया था, लेकिन मौके पर मौजूद एक व्यक्ति ने चालक को भगा दिया। इससे ग्रामीणों में आक्रोश और बढ़ गया। सूचना मिलने पर खैरीघाट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया।
पुलिस की कार्रवाई
थाना प्रभारी निरीक्षक राशिद अली ने बताया कि डीसीएम चालक की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हादसे की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही, हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए दोनों वाहनों की तकनीकी जांच भी की जा रही है।
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सड़क सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन पर सवाल उठाता है। शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर तेज रफ्तार वाहनों और अनियंत्रित ड्राइविंग के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि हाइवे पर गति नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
सामाजिक प्रभाव
सावित्री देवी की दुखद मृत्यु ने उनके परिवार और ग्राम लौकिहा में शोक की लहर पैदा कर दी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मृतका के परिवार को उचित मुआवजा और सहायता प्रदान करने की मांग की है। यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की आवश्यकता को भी उजागर करता है।
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शिवपुर-इमामगंज हाइवे पर इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर प्रशासन और परिवहन विभाग की जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई से यह स्पष्ट होगा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।