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ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा/मध्य प्रदेश। 12 जुलाई 2025 को केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा कलेक्ट्रेट परिसर में जिला प्रशासन द्वारा स्थापित आंचल कक्ष ब्रेस्ट फ्रीडिंग कॉर्नर का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्य मंत्री तथा विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल, कुरवाई विधायक हरि सिंह सप्रे, शमशाबाद विधायक सूर्य प्रकाश मीणा, सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा, विदिशा विधायक मुकेश टंडन, जिला पंचायत सीईओ ओपी सनोडिया, कलेक्टर अंशुल गुप्ता, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस आयोजन के दौरान स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनी, सुपोषण किट वितरण, और पौधरोपण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी संपन्न हुए।

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आंचल कक्ष: माताओं के लिए एक नवाचार
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंचल कक्ष का अवलोकन करते हुए इसकी उपयोगिता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “यह आंचल कक्ष माताओं के लिए एक बेहतरीन सुविधा है, जो बच्चों को समय पर स्तनपान कराने में सहूलियत प्रदान करेगा। यह जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग की एक सराहनीय पहल है।” उन्होंने इस नवाचार के लिए जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग को बधाई दी। कलेक्टर श्री अंशुल गुप्ता ने आंचल कक्ष की विशेषताओं और इसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी, जिसमें गोपनीयता, स्वच्छता, और माताओं के लिए आरामदायक वातावरण जैसे पहलू शामिल हैं। यह कक्ष कलेक्ट्रेट में आने वाली महिलाओं को बच्चों को स्तनपान कराने के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान प्रदान करेगा।

प्रदर्शनी और स्टालों का अवलोकन
आंचल कक्ष के शुभारंभ के बाद केंद्रीय मंत्री श्री चौहान और प्रभारी मंत्री श्री लखन पटेल ने कलेक्ट्रेट परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इन प्रदर्शनियों में शामिल थे:
महिला एवं बाल विकास विभाग: पोषण संजीवनी अभियान के तहत प्रदर्शनी, जिसमें कुपोषण से निपटने की जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण विभाग: स्थानीय उत्पादों और खाद्य प्रसंस्करण की तकनीकों का प्रदर्शन।
नाबार्ड: ग्रामीण विकास और कृषि से संबंधित योजनाओं की जानकारी।
किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग: आधुनिक कृषि तकनीकों और योजनाओं का प्रदर्शन।
विंध्य हर्बल उत्पाद श्रृंखला: हर्बल उत्पादों की प्रदर्शनी।
मध्य प्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन: स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद।
कुरवाई महिला किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड: स्थानीय स्तर पर महिलाओं द्वारा उत्पादित वस्तुएं।

श्री चौहान ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से संवाद किया और उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने महिलाओं की आय बढ़ाने के लिए संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिए, जिसमें उत्पादों के विपणन और प्रशिक्षण पर जोर दिया गया।
सुपोषण किट वितरण
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री चौहान और प्रभारी मंत्री श्री पटेल ने कुपोषित बच्चों के लिए सुपोषण किट का वितरण किया। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीता लोढ़ा ने सुपोषण किट में शामिल सामग्री, जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ, प्रोटीन सप्लीमेंट्स, और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की जानकारी दी। यह किट कुपोषण से जूझ रहे बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक होगी।

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इसके अतिरिक्त, बालिका संप्रेषण गृह द्वारा हस्तनिर्मित कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगाई गई थी। अधीक्षक श्रीमती आकांक्षा मरावी ने इन कलाकृतियों के निर्माण और उनके पीछे की प्रेरणा के बारे में बताया। केंद्रीय मंत्री ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए बालिकाओं को प्रोत्साहित किया।
पौधरोपण और पर्यावरण संदेश
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा कलेक्ट्रेट परिसर में सिंदूर का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस पौधरोपण कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री लखन पटेल, विधायकगण, और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता निभाई। श्री चौहान ने सभी से पौधरोपण को बढ़ावा देने और पौधों को वटवृक्ष बनने तक संरक्षित करने की अपील की। उन्होंने कहा, “पौधरोपण केवल एक कार्य नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक जिम्मेदारी है।”

सामुदायिक और सामाजिक प्रभाव
आंचल कक्ष का शुभारंभ विदिशा में महिलाओं और बच्चों के कल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सुविधा कलेक्ट्रेट परिसर में आने वाली माताओं को एक सुरक्षित और गोपनीय स्थान प्रदान करेगी, जिससे स्तनपान की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, शिशुओं के लिए पहले छह महीने तक विशेष रूप से स्तनपान आवश्यक है, और इस तरह के कक्ष इस प्रक्रिया को सुगम बनाते हैं।
प्रदर्शनियों और सुपोषण किट वितरण ने स्थानीय समुदाय, विशेषकर स्वयं सहायता समूहों और कुपोषित बच्चों के परिवारों, को सशक्त बनाने में योगदान दिया। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को प्रोत्साहन और दिशा-निर्देशों से उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा। पौधरोपण कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को बढ़ाया, जो विदिशा जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक सकारात्मक प्रभाव डालेगा।

सुझाव और भविष्य की दिशा
आंचल कक्ष का विस्तार: जिला प्रशासन को अन्य सार्वजनिक स्थानों, जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, और अस्पतालों, में भी ऐसे कक्ष स्थापित करने पर विचार करना चाहिए।
स्वयं सहायता समूहों का सशक्तिकरण: महिलाओं के उत्पादों के लिए डिजिटल मार्केटिंग और स्थानीय बाजारों में स्टालों की व्यवस्था की जाए।
सुपोषण अभियान की निगरानी: कुपोषण की स्थिति पर नियमित निगरानी और सुपोषण किट के प्रभाव का मूल्यांकन किया जाए।
पर्यावरण जागरूकता: पौधरोपण को स्कूलों और सामुदायिक स्तर पर एक अभियान के रूप में बढ़ावा दिया जाए।
महिला कल्याण योजनाओं का प्रचार: आंचल कक्ष जैसे नवाचारों को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचारित किया जाए ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें।

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केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विदिशा कलेक्ट्रेट में आंचल कक्ष का शुभारंभ, प्रदर्शनी अवलोकन, सुपोषण किट वितरण, और पौधरोपण जैसे कार्यक्रमों ने जिला प्रशासन की जनकल्याणकारी पहलों को रेखांकित किया। यह आयोजन न केवल महिलाओं और बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देगा, बल्कि स्वयं सहायता समूहों की आर्थिक प्रगति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को भी प्रोत्साहित करेगा। यह विदिशा के लिए एक ऐतिहासिक दिन रहा, जो सामुदायिक विकास और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।