अतुल्य भारत चेतना
ब्युरो चीफ हाकम सिंह रघुवंशी
विदिशा। दिनांक 08 जून 2025 को विदिशा की विरासत समूह और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी न्यास के संयुक्त तत्वावधान में बेतवा सभागार में कलेक्टर अंशुल गुप्ता की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य विदिशा की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण, पुनरुद्धार, और पर्यटन संवर्धन पर विचार-विमर्श करना था। इस अवसर पर समूह के अध्यक्ष गोविंद देवलिया, एडीएम अनिल दामोद, एसडीएम क्षितिज शर्मा, पीडब्ल्यूडी मुख्य कार्यपालन यंत्री बुंदेल सिंह ठाकुर, सीएमओ दुर्गेश ठाकुर, सचिव अरविंद श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण पर चर्चा
बैठक में विदिशा की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत, जैसे रायसेन गेट, दो कौड़ी का पुल, शालभंजिका, महिषासुर मर्दिनी, कल्पवृक्ष का शीर्ष भाग, और गरुड़ स्तंभ के शीर्ष भाग, जो विभिन्न शहरों के संग्रहालयों में प्रदर्शित हैं, को संरक्षित करने और उनकी प्रतिकृतियां बनवाकर जिला संग्रहालय में प्रदर्शित करने पर सहमति बनी। इसके अतिरिक्त, जिले की पुरातात्विक संपदाओं का उचित प्रबंधन, ऐतिहासिक स्थलों का फोटो और वर्णन सहित कैटलॉग निर्माण, और विदिशा गौरव दिवस आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया।

पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सुझाव
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक टूरिस्ट बस सेवा शुरू करने का सुझाव दिया गया, जो विदिशा से उदयगिरि, बीजमंडल, खाम बाबा, ग्यारसपुर, बड़ोह पठारी, और उदयपुर मंदिर तक जाए। इसी प्रकार, सिरोंज, लटेरी के महामाई मंदिर, और मदगन कालादेव जैसे स्थानों के लिए भी बस सेवा प्रस्तावित की गई। विदिशा की धरोहरों को प्रदेश भर में प्रचारित करने के लिए आकर्षक फोल्डर बनाने और जनसहभागिता को बढ़ावा देने पर भी बल दिया गया।
कलेक्टर के निर्देश
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण के लिए विशेष कार्य योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि रायसेन गेट, दो कौड़ी का पुल, शहीद ज्योति स्तंभ, और हिंदी भवन की साफ-सफाई और मरम्मत कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने स्थानीय नागरिकों, इतिहासकारों, और प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करने पर जोर दिया, ताकि विदिशा की विरासत को भावी पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके।

सदस्यों के सुझाव
बैठक में प्रकाश जोशी, ब्रजकिशोर गोयल, अतुल रत्नशी शाह, गोविंद सक्सेना, डॉ. परमानंद मिश्रा, प्रवीण शर्मा, दिनेश बाजपेई, अनुमा आचार्य, अरुण वर्मा, राजकुमार सर्राफ, रामकृष्ण शर्मा, मनमोहन बंसल, ओ.पी. चतुर्वेदी, मोहित रघुवंशी (ओलम्पस), सुनील जैन, गोवर्धन राजोरिया, कैलाश अग्रवाल, लोकेश लोया, मनमोहन शर्मा, शिव कुमार तिवारी, इस्माइल खान, अजय साहू, उमेश ताम्रकार, हरिहर किशोर चतुर्वेदी, आर.के. बासुदेव, नवल किशोर गुप्ता, श्रवण व्यास, पुनीत संज्ञा, दीपक तिवारी, मानसिंह राजपूत, अमित दंडोतिया, विशाल महेश्वरी, संतोष कुमार नामदेव, राजकुमार शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, और तौफीक खान ने अपने सुझाव साझा किए।
कलेक्टर को सम्मान
बैठक के उपरांत विदिशा की विरासत समूह के सदस्य और वरिष्ठ पत्रकार एवं फोटोग्राफर आर.के. बासुदेव ने कलेक्टर अंशुल गुप्ता को उदयपुर के प्रसिद्ध नीलकंठेश्वर मंदिर का चित्र भेंटकर सम्मानित किया। यह सम्मान विदिशा की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण में उनके योगदान की सराहना में दिया गया।

सामाजिक प्रभाव
यह बैठक विदिशा की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जनसहभागिता और प्रशासनिक सहयोग के माध्यम से विदिशा के गौरवमयी अतीत को न केवल संरक्षित किया जाएगा, बल्कि इसे पर्यटन के माध्यम से वैश्विक मंच पर भी प्रदर्शित किया जाएगा।