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रईस
बहराइच। 5 जून 2025 को बहराइच जिले के रिसिया क्षेत्र के बिछला दोभहा में औषधि विभाग ने बिना लाइसेंस संचालित हो रहे एक मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की। यह कार्रवाई सहायक आयुक्त, देवीपाटन मंडल, गोंडा मुकेश चंद जैन और जिलाधिकारी बहराइच मोनिका रानी के निर्देश पर की गई। छापेमारी के दौरान लगभग 20 हजार रुपये की दवाएं सीज की गईं और दो दवाओं के नमूने जांच के लिए भेजे गए। यह कार्रवाई अवैध दवा व्यापार पर अंकुश लगाने और जन स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थी।
छापेमारी का विवरण
औषधि विभाग को रिसिया क्षेत्र के बिछला दोभहा में बिना लाइसेंस मेडिकल स्टोर संचालित होने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर 5 जून 2025 को एक संयुक्त टीम ने छापेमारी की। जांच के दौरान मेडिकल स्टोर संचालक कोई वैध लाइसेंस या दवा क्रय-विक्रय के अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर सका। बहराइच के औषधि निरीक्षक विनय कृष्णा ने बताया कि मौके से 20 हजार रुपये कीमत की दवाएं सीज की गईं। इसके अतिरिक्त, दो संदिग्ध दवाओं के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं।
छापेमारी में बहराइच के औषधि निरीक्षक विनय कृष्णा, श्रावस्ती के औषधि निरीक्षक श्रीकांत गुप्ता और रिसिया थाना की पुलिस टीम शामिल थी। यह कार्रवाई औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 के तहत की गई।
औषधि निरीक्षक का बयान
विनय कृष्णा ने कहा, “अवैध रूप से संचालित मेडिकल स्टोर जन स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं। बिना लाइसेंस दवाओं की बिक्री न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह नकली और प्रतिबंधित दवाओं के व्यापार को भी बढ़ावा दे सकता है। हमारा विभाग जिले में ऐसी गतिविधियों पर सख्त निगरानी रख रहा है।” उन्होंने जनता से अपील की कि दवा खरीदते समय हमेशा बिल लें और केवल लाइसेंस प्राप्त मेडिकल स्टोर से ही दवाएं खरीदें।
बहराइच में अवैध दवा व्यापार पर नकेल
बहराइच जिले में अवैध दवा व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए औषधि विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। इससे पहले, 2019 में रुपईडीहा थाना क्षेत्र के बाबाकुट्टी में विश्वास मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर 75 हजार रुपये की दवाएं सीज की गई थीं। तब से जिले में नियमित निरीक्षण और छापेमारी अभियान चलाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने निर्देश दिए हैं कि अवैध मेडिकल स्टोरों और नकली दवाओं के व्यापार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
संदर्भ और व्यापक प्रभाव
यह छापेमारी बहराइच जिले के व्यापक अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नकली और अवैध दवाओं के व्यापार को रोकना है। उत्तर प्रदेश में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने हाल के वर्षों में नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। 2024 में, विभाग ने 30 करोड़ रुपये की दवाएं जब्त कीं और 1166 लाइसेंस निरस्त किए। बहराइच में भी इस तरह की कार्रवाइयाँ जन स्वास्थ्य की सुरक्षा और दवा व्यापार में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
तालिका: छापेमारी का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
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तिथि | 5 जून 2025 (गुरुवार) |
स्थान | बिछला दोभहा, रिसिया, बहराइच, उत्तर प्रदेश |
मुख्य उद्देश्य | बिना लाइसेंस मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई |
नेतृत्व | सहायक आयुक्त मुकेश चंद जैन, जिलाधिकारी मोनिका रानी |
टीम | औषधि निरीक्षक विनय कृष्णा (बहराइच), श्रीकांत गुप्ता (श्रावस्ती), रिसिया थाना पुलिस |
कार्रवाई | 20 हजार रुपये की दवाएं सीज, दो नमूने जांच के लिए भेजे गए |
कानूनी आधार | औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 |
बहराइच के रिसिया क्षेत्र में बिछला दोभहा में की गई यह छापेमारी अवैध दवा व्यापार के खिलाफ औषधि विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सहायक आयुक्त और जिलाधिकारी के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई ने क्षेत्र में अवैध मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मचा दिया। औषधि विभाग ने स्पष्ट किया कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयाँ जारी रहेंगी ताकि जन स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह प्रयास न केवल नियमों का पालन सुनिश्चित करता है।