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रईस
रुपईडीहा/बहराइच। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून 2025 को रुपईडीहा थाना परिसर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सराहनीय पहल के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। थाना प्रभारी निरीक्षक ददन सिंह की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न छायादार और फलदार पौधों का रोपण किया गया। यह आयोजन पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने और सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण रहा।
विश्व पर्यावरण दिवस का महत्व
विश्व पर्यावरण दिवस, जो प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है, पर्यावरण संरक्षण के लिए वैश्विक जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है। 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्टॉकहोम सम्मेलन में इसकी शुरुआत हुई, और पहला पर्यावरण दिवस 1973 में मनाया गया। इस वर्ष की थीम “प्लास्टिक प्रदूषण का अंत” थी, जो प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों को कम करने पर केंद्रित थी। रुपईडीहा थाना का यह कार्यक्रम वैश्विक उद्देश्यों को स्थानीय स्तर पर लागू करने का एक प्रभावी प्रयास था।
कार्यक्रम का विवरण
कार्यक्रम की शुरुआत थाना प्रभारी ददन सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने पर्यावरण असंतुलन की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। वृक्ष न केवल वातावरण को शुद्ध करते हैं, बल्कि जीवन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन भी प्रदान करते हैं। यदि हम समय रहते कदम नहीं उठाएंगे, तो भविष्य की पीढ़ियों को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।” उन्होंने सभी से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने और उनकी देखभाल करने की अपील की। थाना परिसर में नीम, पीपल, आम, और अमरूद जैसे छायादार और फलदार पौधों का रोपण किया गया। थाना के सभी पुलिसकर्मियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। उन्होंने रोपित पौधों की नियमित देखभाल करने का संकल्प लिया, ताकि ये पौधे स्वस्थ रूप से विकसित हो सकें।

सामुदायिक भागीदारी और प्रभाव
कार्यक्रम ने थाना परिसर में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक वातावरण बनाया। पुलिसकर्मियों की सक्रिय भागीदारी ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाया और स्थानीय समुदाय को इस दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन न केवल थाना परिसर को हरा-भरा बनाने में योगदान देगा, बल्कि समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा।
बहराइच जिले का संदर्भ
बहराइच जिले में पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यापक प्रयास किए जा रहे हैं। 1 जून 2025 को जिला वृक्षारोपण समिति और जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक में वर्षा ऋतु 2025 के लिए वृक्षारोपण अभियान की योजनाएँ बनाई गईं, जिसमें गड्ढों की खुदाई, पौधों की उपलब्धता, और उनकी सुरक्षा पर जोर दिया गया। सहजन (मोरिंगा) जैसे पौधों को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया। रुपईडीहा थाना का यह कार्यक्रम जिला-स्तरीय प्रयासों का हिस्सा था।
तालिका: आयोजन का अवलोकन
विवरण | जानकारी |
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तिथि | 5 जून 2025 (गुरुवार) |
स्थान | रुपईडीहा थाना परिसर, बहराइच, उत्तर प्रदेश |
मुख्य उद्देश्य | पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता |
नेतृत्व | थाना प्रभारी निरीक्षक ददन सिंह |
प्रतिभागी | थाना स्टाफ और पुलिसकर्मी |
गतिविधियाँ | छायादार और फलदार पौधों का रोपण, पर्यावरण संरक्षण की शपथ, पौधों की देखभाल का संकल्प |
विश्व पर्यावरण दिवस थीम | प्लास्टिक प्रदूषण का अंत |
रुपईडीहा थाना परिसर में आयोजित यह वृक्षारोपण कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। थाना प्रभारी ददन सिंह और उनके स्टाफ की पहल ने न केवल पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा दिया, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी प्रेरित किया। यह आयोजन बहराइच जिले के व्यापक वृक्षारोपण अभियान का हिस्सा है और विश्व पर्यावरण दिवस के उद्देश्यों को स्थानीय स्तर पर लागू करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।