अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/बहराइच। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित नेपालगंज भंसार कार्यालय ने 28 मई 2025 को एक विशेष आदेश जारी करते हुए भारतीय नंबर प्लेट वाले सवारी वाहनों की नेपाल में आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी। यह निर्णय नेपाल में गणतंत्र दिवस के अवसर और संघीय संसद में आर्थिक वर्ष 2082/83 (2025/2026) के वार्षिक बजट प्रस्तुति के कारण लिया गया। इस व्यवस्था से सीमा पर यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा और सामान आयात-निर्यात में भी देरी हुई।
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भंसार कार्य स्थगन का कारण
नेपालगंज के कस्टम अधीक्षक जनार्दन पौडेल ने बताया कि 14 जेष्ठ 2082 (28 मई 2025) को नेपाल सरकार ने गणतंत्र दिवस के साथ-साथ आर्थिक वर्ष 2082/83 (2025/2026) का वार्षिक आय-व्यय विवरण संसद में प्रस्तुत किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर देशभर के सभी भंसार कार्यालयों में सामान्य जाँच कार्य अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया। नेपाल सरकार के अर्थ मंत्रालय के अंतर्गत भंसार विभाग ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर सूचित किया कि संभावित कर संरचना और वस्तुओं की मूल्य दरों में बदलाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
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पत्र में स्पष्ट किया गया कि 14 जेष्ठ को भंसार स्थल पर पहुँचने वाली वस्तुओं की जाँच केवल तभी की जाएगी, जब वे पूर्व में घोषित हों और सभी दस्तावेज पूर्ण हों। अन्य सभी वस्तुओं की जाँच प्रक्रिया 16 जेष्ठ 2082 (30 मई 2025) से शुरू होगी, जब नई कर दरें प्रभावी होंगी। भंसार विभाग ने सभी कार्यालयों को निर्देश दिया है कि इस निर्णय का सख्ती से पालन किया जाए और केवल अति आवश्यक वस्तुओं को अपवाद के रूप में जाँचा जाए।
भारतीय वाहनों पर प्रभाव
इस अस्थायी व्यवस्था के कारण भारत-नेपाल सीमा पर भारतीय नंबर प्लेट वाले सवारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बाधित रही। सामान्य दिनों में भारतीय वाहन नेपाल में ‘दिन पास/चलन’ के साथ एक दिन के लिए बिना शुल्क के प्रवेश कर सकते हैं, या निर्धारित शुल्क के साथ अधिकतम 30 दिनों तक रुक सकते हैं। हालांकि, गणतंत्र दिवस और बजट प्रस्तुति के कारण भंसार कार्यालय बंद होने से यह प्रक्रिया प्रभावित हुई, जिसके परिणामस्वरूप सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि इस एक दिवसीय बंद से व्यापार पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। मालवाहक वाहनों की आवाजाही ठप होने से आयात-निर्यात में देरी हुई, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
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प्रशासनिक निगरानी और स्थानीय प्रभाव
स्थानीय प्रशासन और सीमा सुरक्षा बल (SSB) ने स्थिति पर नजर रखी और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए। ग्रामीणों और यात्रियों ने इस अचानक रोक से हुई असुविधा पर नाराजगी व्यक्त की, लेकिन भंसार विभाग ने इसे बजट प्रस्तुति और कर नीतियों में बदलाव के लिए आवश्यक बताया।
गणतंत्र दिवस और बजट का महत्व
नेपाल में 14 जेष्ठ को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो 2008 में राजशाही के उन्मूलन और संघीय लोकतांत्रिक गणतंत्र की स्थापना की याद दिलाता है। इसी दिन सरकार ने आर्थिक वर्ष 2025/2026 के लिए बजट प्रस्तुत किया, जिसमें आर्थिक-सामाजिक परिवर्तन, भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति, और वित्तीय पारदर्शिता पर जोर दिया गया। भंसार कार्य स्थगन का निर्णय नई कर नीतियों और कस्टम ड्यूटी दरों को लागू करने की तैयारी के लिए लिया गया, ताकि आयात-निर्यात प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित हो।
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नेपालगंज भंसार कार्यालय द्वारा गणतंत्र दिवस और बजट प्रस्तुति के कारण लागू किया गया यह अस्थायी भंसार स्थगन और वाहन आवाजाही पर रोक भारत-नेपाल सीमा पर व्यापार और यात्रा के लिए एक चुनौती बनकर सामने आया। इस निर्णय ने स्थानीय व्यापारियों और यात्रियों को असुविधा पहुंचाई, लेकिन यह नई कर नीतियों को लागू करने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुचारू करने के लिए आवश्यक था। स्थानीय प्रशासन और भंसार विभाग से अपेक्षा है कि 30 मई 2025 से सामान्य कार्य बहाल होने पर स्थिति सामान्य हो जाएगी और सीमा पर आवाजाही सुचारू रूप से शुरू हो सकेगी।