अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
छिंदवाड़ा। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में प्रभारी अपर कलेक्टर अंकिता त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय के मिनी सभाकक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम, यातायात नियमों का कड़ाई से पालन, और शहर में यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाने पर विस्तृत चर्चा हुई। हेलमेट की अनिवार्यता, नए ट्रैफिक सिग्नल की स्थापना, और चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा उपायों को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।
हेलमेट की अनिवार्यता पर सख्ती
बैठक में जिले में बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं और मृत्यु की घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। प्रभारी अपर कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा बिना हेलमेट वाहन चालकों को पेट्रोल देने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दोहराए। उन्होंने जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशों की अवहेलना करने वाले पेट्रोल पंप संचालकों पर सख्ती बरतने और प्रति सप्ताह की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन टीएल बैठक में प्रस्तुत करने के लिए कहा। यह कदम पिछले निर्देशों का पालन न होने पर कड़ी नाराजगी के बाद उठाया गया।
नए ट्रैफिक सिग्नल और ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा उपाय
शहर के मुख्य चौराहों पर पुराने ट्रैफिक सिग्नल जो ठीक से कार्य नहीं कर रहे हैं, उन्हें बदलकर नए सिग्नल लगाने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही, एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों को चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर एक सप्ताह के भीतर सूचना बोर्ड, रेडियम, कैट आईज, और मीडियन रोड मार्किंग जैसे सुरक्षा उपाय पूर्ण करने और फोटोग्राफ्स के साथ पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए कहा गया। फरवरी 2025 की बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन न करने, विशेष रूप से छिंदवाड़ा-सिवनी खंड में प्रिंस ढाबा के पास प्रकाश व्यवस्था और ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा उपायों की कमी पर एन.एच.ए.आई. के अधिकारी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।

यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के उपाय
प्रभारी अपर कलेक्टर ने शहर में यातायात को सुगम और व्यवस्थित करने के लिए कई निर्देश जारी किए। मुख्य चौराहों और बड़े मार्ट्स के बाहर पार्किंग के कारण होने वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम को सख्त कार्रवाई करने को कहा गया। बेसमेंट पार्किंग को अनिवार्य करने और सड़कों पर “नो पार्किंग” बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए। ई.एल.सी. चौक के डिवाइडर से टकराकर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नगर निगम को डिवाइडर पर फ्लोरोसेंट पेंट और डेलीनेटर लगाने के लिए कहा गया। इसके अतिरिक्त, सत्कार होटल के सामने लंबे समय से बने गड्ढे की मरम्मत के लिए एम.पी.आर.डी.सी. के महाप्रबंधक को 15 दिनों के भीतर कार्य पूरा करने और पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
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गुड सेमेरिटन योजना का प्रचार-प्रसार
सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर मृत्यु दर को कम करने के लिए शासन की गुड सेमेरिटन योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए गए। इस योजना के तहत, दुर्घटना पीड़ित को तुरंत अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को 5,000 रुपये का पुरस्कार दिया जाता है, और इस राशि को बढ़ाने की दिशा में शासन कार्य कर रहा है। ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, और जिला स्तर पर इस योजना को प्रचारित करने के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
आवारा मवेशियों से दुर्घटनाओं की रोकथाम
सड़कों पर बैठे आवारा मवेशियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय निकायों को मवेशियों की सींगों पर लाल रंग का रेडियम लगाने के निर्देश दिए गए। यह कदम सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने और दुर्घटनाओं को कम करने में सहायक होगा।
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अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
बैठक में निम्नलिखित अतिरिक्त निर्देश भी जारी किए गए:
- वेयरहाउस में रैक लगाने की सूचना डीएसपी यातायात और आरटीओ को दो दिन पहले देने के लिए।
- वेयरहाउस चेकिंग पॉइंट पर ट्रकों के यातायात को सुगम बनाने के लिए ट्रांसपोर्टरों से चर्चा।
- चार पहिया वाहनों को टो करने के लिए नगर निगम को क्रेन उपलब्ध कराने।
- सड़क दुर्घटना पीड़ितों के त्वरित उपचार के लिए सीएमएचओ को इमरजेंसी प्लान बनाने और इसमें शासन की एयर एम्बुलेंस योजना को शामिल करने के लिए।
- तीन या अधिक व्यक्तियों की मृत्यु वाली दुर्घटनाओं में क्रैश इन्वेस्टिगेशन समिति द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए अधिकारियों को नामांकित करने।
बैठक में उपस्थिति
बैठक में प्रभारी अपर कलेक्टर श्रीमती अंकिता त्रिपाठी, उप पुलिस अधीक्षक यातायात श्री आर.पी. चौबे, कार्यपालन यंत्री पी.डब्ल्यू.डी. एवं समिति के सचिव श्री आकाश खरे, जिला आपूर्ति अधिकारी, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, सड़क संबंधी विभागों, एम.पी. वेयरहाउस, आयुक्त नगर निगम, और सीएमएचओ कार्यालय सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने यातायात सुधार के लिए सुझाव दिए और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
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जिला सड़क सुरक्षा समिति की यह बैठक छिंदवाड़ा में सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रही। हेलमेट की अनिवार्यता, नए ट्रैफिक सिग्नल, ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा उपाय, और गुड सेमेरिटन योजना के प्रचार पर जोर देकर प्रशासन ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने की प्रतिबद्धता दोहराई। सभी संबंधित विभागों और नागरिकों से अपील है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और इस प्रयास में सहयोग प्रदान करें।