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Fri. Jun 27th, 2025

Bahraich news; भारत-नेपाल सीमा पूरी तरह खुली, सशस्त्र सीमा बल ने अफवाहों का किया खंडन

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अतुल्य भारत चेतना
रईस

बहराइच। भारत-नेपाल सीमा के बंद होने की अफवाहों को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने पूरी तरह खारिज कर दिया है। बहराइच जिले के रुपईडीहा बॉर्डर पर स्थानीय और एसएसबी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सीमा पर आवागमन और व्यापारिक गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित हो रही हैं। दोनों देशों के नागरिक अपने परिचय पत्र दिखाकर बिना किसी रुकावट के सीमा पार कर रहे हैं। हाल ही में क्षेत्र में यह अफवाह फैली थी कि सुरक्षा कारणों से भारत-नेपाल सीमा को बंद किया जा रहा है। इन अफवाहों ने स्थानीय निवासियों, व्यापारियों और सीमा पर निर्भर दैनिक मजदूरों के बीच भ्रम और चिंता पैदा कर दी थी। हालांकि, एसएसबी ने इन दावों को निराधार बताते हुए स्थिति को स्पष्ट किया। एसएसबी की 42वीं बटालियन के कमांडेंट गंगा सिंह उदावत ने कहा, “रुपईडीहा सीमा पर कोई पाबंदी नहीं है। आवागमन और व्यापार सामान्य रूप से चल रहा है। अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें।”

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रुपईडीहा, जो बहराइच जिले और नेपाल के बांके जिले के नेपालगंज के बीच एक महत्वपूर्ण सीमा चौकी है, दोनों देशों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का प्रमुख केंद्र है। यहाँ प्रतिदिन सैकड़ों लोग आवश्यक वस्तुओं, कृषि उत्पादों और अन्य सामानों के व्यापार के लिए सीमा पार करते हैं। स्थानीय व्यापारी गौरी शंकर भानीरामका, जो उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के बहराइच चैप्टर के अध्यक्ष हैं, ने बताया, “सीमा पर सब कुछ सामान्य है। व्यापार में कोई रुकावट नहीं है, और हम रोजाना नेपाल के व्यापारियों के साथ लेन-देन कर रहे हैं। अफवाहों ने कुछ समय के लिए भ्रम पैदा किया, लेकिन अब स्थिति स्पष्ट हो चुकी है।” एसएसबी अधिकारियों ने बताया कि सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था हमेशा की तरह चाक-चौबंद है। दोनों देशों की सीमा पुलिस और सशस्त्र बल नियमित रूप से संयुक्त गश्त और समन्वय बैठकें करते हैं ताकि अवैध गतिविधियों, तस्करी और अनधिकृत प्रवेश को रोका जा सके। इसके बावजूद, भारत-नेपाल सीमा की खुली प्रकृति के कारण दोनों देशों के नागरिकों को बिना वीजा के आवागमन की सुविधा है, जो सुगौली संधि (1816) के बाद से चली आ रही है।

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स्थानीय निवासियों ने एसएसबी के त्वरित खंडन और स्थिति स्पष्ट करने के प्रयासों की सराहना की। रुपईडीहा के एक दुकानदार राम प्रसाद यादव ने कहा, “जब सीमा बंद होने की बात सुनी तो हम सब चिंतित हो गए थे, क्योंकि हमारा रोजगार इसी पर निर्भर है। लेकिन अब सब सामान्य है, और हम राहत महसूस कर रहे हैं। “mintelligence से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने भारत-नेपाल सीमा के बंद होने की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि रुपईडीहा सीमा पर आवागमन और व्यापार सामान्य रूप से जारी है।

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क्षेत्रीय पुलिस अधीक्षक (बहराइच) ने भी लोगों से अपील की कि वे सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से फैलने वाली अपुष्ट खबरों पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा, “हमारी टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं, और किसी भी तरह की अफवाह को रोकने के लिए तत्पर हैं।” इस घटनाक्रम ने एक बार फिर भारत-नेपाल के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों और खुली सीमा की महत्ता को रेखांकित किया है। दोनों देशों के बीच 1,751 किलोमीटर लंबी सीमा, जो उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम राज्यों से होकर गुजरती है, न केवल व्यापार बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक आदान-प्रदान का भी प्रतीक है। अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की सलाह दी है। एसएसबी और स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सीमा पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।

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