अतुल्य भारत चेतना
रईस
रुपईडीहा/बहराइच। समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट ने बुधवार, 7 मई 2025 को बहराइच के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राम नयन सिंह से मुलाकात की। ट्रस्ट के संस्थापक शिव पूजन सिंह ने इस मुलाकात के दौरान जनपद में नशा मुक्ति अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए पुलिस प्रशासन से सहयोग की मांग की। यह पहल नशे की बढ़ती समस्या को नियंत्रित करने और समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से की गई है, जो विशेष रूप से युवाओं को इस सामाजिक बुराई से बचाने पर केंद्रित है।
इसे भी पढ़ें: हमारा अस्तित्व हमारे कर्म से है, किसी के नज़रिए से नहीं
मुलाकात का विवरण
माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक शिव पूजन सिंह ने एसपी राम नयन सिंह के साथ बहराइच पुलिस मुख्यालय में एक औपचारिक बैठक की। इस दौरान ट्रस्ट द्वारा नशा मुक्ति के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा हुई। शिव पूजन सिंह ने बताया कि ट्रस्ट कई वर्षों से नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहा है, जिसमें स्कूलों, कॉलेजों, और ग्रामीण क्षेत्रों में सेमिनार, रैलियां, और नुक्कड़ नाटक जैसे कार्यक्रम शामिल हैं।
उन्होंने पुलिस प्रशासन से निम्नलिखित सहयोग की मांग की:
- नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस की सक्रिय भागीदारी।
- ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन में सहयोग।
- नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों को पुनर्वास केंद्रों तक पहुंचाने में सहायता।
- ट्रस्ट के स्वयंसेवकों के साथ पुलिस की समन्वित गश्त और निगरानी ताकि नशीले पदार्थों की बिक्री पर अंकुश लगाया जा सके।
पुलिस अधीक्षक का जवाब
एसपी राम नयन सिंह ने ट्रस्ट के इस प्रयास की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, “नशा एक सामाजिक अभिशाप है, जो युवाओं और समाज की प्रगति को बाधित करता है। माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट का यह अभियान जनहित में है, और पुलिस प्रशासन इसमें पूर्ण सहयोग करेगा।” उन्होंने निम्नलिखित आश्वासन दिए:
- जिले के सभी थानों को नशा मुक्ति अभियान में ट्रस्ट के साथ सहयोग करने के निर्देश दिए जाएंगे।
- नशा तस्करी पर निगरानी बढ़ाने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
- ट्रस्ट के जागरूकता कार्यक्रमों में पुलिस अधिकारियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी ताकि जनता में विश्वास बढ़े।
- नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सरकारी और गैर-सरकारी पुनर्वास केंद्रों के साथ समन्वय स्थापित किया जाएगा।
एसपी ने यह भी जोड़ा कि सामाजिक संगठनों और पुलिस के संयुक्त प्रयासों से नशे जैसी बुराई को जड़ से खत्म करने में मदद मिलेगी। उन्होंने ट्रस्ट से नियमित रूप से फीडबैक और प्रगति रिपोर्ट साझा करने का अनुरोध किया ताकि अभियान को और प्रभावी बनाया जा सके।
इसे भी पढ़ें: फाइनेंस, इंश्योरेंस, शेयर बाजार जैसे विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित प्रमुख जानकारी
माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट का योगदान
माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट पिछले कई वर्षों से बहराइच और आसपास के क्षेत्रों में सामाजिक सुधार के लिए काम कर रहा है। ट्रस्ट के प्रमुख कार्यक्षेत्रों में शामिल हैं:
- शिक्षा: गरीब और वंचित बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा और स्कूल सामग्री प्रदान करना।
- स्वास्थ्य: ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल कैंप और मुफ्त दवा वितरण।
- सामाजिक जागरूकता: नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण, और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर अभियान।
- नशा मुक्ति अभियान: ट्रस्ट ने अब तक सैकड़ों युवाओं को नशे की लत से मुक्त कराने में मदद की है और कई पुनर्वास केंद्रों के साथ सहयोग किया है।
ट्रस्ट ने हाल ही में रुपईडीहा और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में नशा मुक्ति रैलियां आयोजित कीं, जिनमें स्थानीय स्कूलों के छात्रों और ग्रामीणों ने बड़े पैमाने पर भाग लिया। इसके अलावा, ट्रस्ट ने नशे के दुष्प्रभावों को दर्शाने वाली लघु फिल्में और पोस्टर भी वितरित किए हैं।
नशे की समस्या और बहराइच का परिदृश्य
बहराइच, जो भारत-नेपाल सीमा के निकट स्थित है, नशा तस्करी और अवैध मादक पदार्थों की बिक्री के लिए एक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। हाल के वर्षों में, जिले में नशीले पदार्थों, विशेष रूप से गांजा, अफीम, और सस्ती शराब की खपत में वृद्धि देखी गई है। युवा और मजदूर वर्ग इसकी चपेट में सबसे अधिक आ रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप अपराध दर में भी वृद्धि हुई है। माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट का यह अभियान इस समस्या से निपटने के लिए एक ठोस कदम है। ट्रस्ट का मानना है कि पुलिस और सामुदायिक संगठनों का सहयोग नशे की समस्या को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
सामाजिक और सरकारी प्रयासों का महत्व
नशा मुक्ति के लिए देशभर में कई सरकारी और गैर-सरकारी पहल चल रही हैं। भारत सरकार का “नशा मुक्त भारत अभियान” 272 जिलों में चलाया जा रहा है, जिसमें सामुदायिक जागरूकता और पुनर्वास पर जोर दिया गया है। बहराइच में भी स्थानीय प्रशासन और पुलिस समय-समय पर नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करती रही है। माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट का यह प्रयास इन पहलों को और मजबूती प्रदान करता है। पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह ने कहा, “नशा मुक्ति केवल कानूनी कार्रवाई का विषय नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन है। ट्रस्ट जैसे संगठनों की भागीदारी से हम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।”
इसे भी पढ़ें: शेयर ट्रेडिंग (Share Trading) से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी!
भविष्य की योजनाएं
माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट ने नशा मुक्ति अभियान को और विस्तार देने की योजना बनाई है। ट्रस्ट की आगामी योजनाओं में शामिल हैं:
- बहराइच के प्रत्येक ब्लॉक में नशा मुक्ति जागरूकता शिविरों का आयोजन।
- स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों में नशे के दुष्प्रभावों पर कार्यशालाएं।
- नशा तस्करी की जानकारी देने के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू करना।
- नशे की लत से पीड़ित व्यक्तियों के लिए मुफ्त काउंसलिंग और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करना।
ट्रस्ट ने स्थानीय युवाओं और महिलाओं को इस अभियान में स्वयंसेवक के रूप में शामिल करने की भी योजना बनाई है ताकि जमीनी स्तर पर जागरूकता बढ़ाई जा सके। माँ राजेश्वरी देवी चैरिटेबल ट्रस्ट की नशा मुक्ति पहल बहराइच में एक स्वस्थ और जागरूक समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसे भी पढ़ें: हम तेरे सपनों का हिन्दुस्तान बनाना भूल गए!
पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह के साथ मुलाकात और उनके सहयोग के आश्वासन ने इस अभियान को नई गति प्रदान की है। ट्रस्ट का यह प्रयास न केवल नशे की समस्या से निपटने में मदद करेगा, बल्कि सामाजिक संगठनों और प्रशासन के बीच सहयोग का एक मॉडल भी प्रस्तुत करता है। यह पहल नशा मुक्त भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक प्रेरणादायक उदाहरण है।