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बरेली न्यूज: बहेड़ी के रिछा में अनाज की कालाबाजारी पर एसडीएम की बड़ी कार्रवाई

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अतुल्य भारत चेतना
तरुण कुमार, ब्यूरो चीफ, मंडल बरेली

बरेली। जिले के बहेड़ी क्षेत्र में अनाज की कालाबाजारी का एक बड़ा मामला सामने आया है। रिछा में स्थित सन स्टार ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम में क्षमता से अधिक अनाज का भंडारण और कालाबाजारी की गतिविधियों का खुलासा हुआ है। स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए गोदाम को सील करने और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

छापेमारी और खुलासा

सूत्रों के अनुसार, बहेड़ी के उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) को गुप्त सूचना मिली थी कि रिछा में सन स्टार ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम में अनाज की कालाबाजारी की जा रही है। इस सूचना के आधार पर एसडीएम के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने बुधवार देर रात गोदाम पर छापेमारी की। जांच के दौरान गोदाम में निर्धारित क्षमता से कहीं अधिक अनाज का भंडार पाया गया। अनाज की मात्रा और भंडारण की स्थिति से स्पष्ट हुआ कि इसे अवैध रूप से उच्च कीमतों पर बाजार में बेचने की योजना थी।

छापेमारी के दौरान गोदाम में गेहूं, चावल, और अन्य अनाज के बड़े पैमाने पर स्टॉक मिले, जिनका कोई वैध रिकॉर्ड मौजूद नहीं था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह अनाज सरकारी खाद्य आपूर्ति योजना के तहत गरीबों के लिए आवंटित राशन का हिस्सा हो सकता है, जिसे कालाबाजारी के लिए डायवर्ट किया गया था।

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एसडीएम की कार्रवाई

एसडीएम ने इस मामले को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए गोदाम को तत्काल सील कर दिया। साथ ही, गोदाम के मालिक और संचालकों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 के तहत कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। एसडीएम ने बताया कि अनाज के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह सरकारी आपूर्ति से संबंधित है या नहीं।

एसडीएम ने कहा, “कालाबाजारी गरीबों के हक पर डाका डालने जैसा है। हम इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सभी संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है, और जल्द ही इस मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

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स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

रिछा और आसपास के क्षेत्रों में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा जोरों पर है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के इस कदम की सराहना की है। एक स्थानीय व्यापारी, रमेश कुमार, ने कहा, “ऐसी कार्रवाइयां जरूरी हैं ताकि गरीबों का राशन कालाबाजार में न बिके। प्रशासन को और सख्ती से ऐसे मामलों पर नजर रखनी चाहिए।”

हालांकि, कुछ लोगों ने यह भी चिंता जताई कि इस तरह की गतिविधियां क्षेत्र में लंबे समय से चल रही थीं, लेकिन प्रशासन ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया। एक अन्य निवासी, श्यामलाल, ने कहा, “यह अच्छा है कि कार्रवाई हुई, लेकिन यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”

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कालाबाजारी का व्यापक प्रभाव

अनाज की कालाबाजारी न केवल गरीबों के लिए आवंटित राशन को प्रभावित करती है, बल्कि बाजार में अनाज की कीमतों को भी बढ़ाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी गतिविधियां खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा हैं। बरेली जिला, जो उत्तर प्रदेश के प्रमुख कृषि क्षेत्रों में से एक है, पहले भी कालाबाजारी के मामलों को लेकर चर्चा में रहा है।

प्रशासन की आगे की योजना

जिला प्रशासन ने इस घटना के बाद पूरे जिले में अनाज गोदामों की जांच तेज करने का फैसला किया है। जिला मजिस्ट्रेट ने सभी तहसीलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गोदामों की निगरानी करें और किसी भी अनियमितता की तत्काल रिपोर्ट करें। साथ ही, खाद्य आपूर्ति विभाग को भी इस मामले में शामिल होने के लिए कहा गया है ताकि सरकारी राशन की आपूर्ति श्रृंखला की पूरी जांच हो सके।

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सन स्टार ट्रेडिंग कंपनी के गोदाम में पकड़ी गई अनाज की कालाबाजारी का यह मामला बरेली प्रशासन की सतर्कता और सक्रियता को दर्शाता है। यह कार्रवाई न केवल कालाबाजारी करने वालों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करती है कि गरीबों के लिए आवंटित संसाधन सुरक्षित रहें। आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है, और प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।

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