अतुल्य भारत चेतना | संवाददाता
|| श्री गणेशाय नमः || जय श्रीराम || जय श्रीकृष्ण || जय बजरंग बली
“यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।”
परम पिता परमात्मा की असीम कृपा, पूर्वजों के आशीर्वाद, और दीक्षित परिवार की भक्ति भाव के अथक प्रयास से एक पावन यज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह भक्ति एवं ज्ञान यज्ञ का यह सुयोग सभी धर्मप्रेमियों के लिए मानव जीवन को सार्थक करने का अनुपम अवसर प्रदान करेगा।
आयोजन विवरण:

- स्थान: पंचशील विकास विद्यालय, महगवां, थाना- अतरौली, जिला- हरदोई (उत्तर प्रदेश)
- कलश यात्रा: रविवार, 13 अप्रैल 2025
- कथा प्रारंभ: सोमवार, 14 अप्रैल 2025
- कथा समय: प्रतिदिन दोपहर 02:00 बजे से
- कथा विश्राम: रविवार, 20 अप्रैल 2025
- भण्डारा: सोमवार, 21 अप्रैल 2025, प्रातः 11:00 बजे से
- आयोजक: दीक्षित परिवार एवं समस्त क्षेत्रवासी
- मुख्य यजमान: श्री रामपाल दीक्षित एवं श्रीमती श्रुतिकीर्ति दीक्षित
- कथा व्यास: पूज्य संत स्वामी राम स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज (परमार्थ धाम श्री हनुमान मंदिर, भिनकीपुर, उन्नाव)
- संपर्क सूत्र: 9236544271, 7985514563, 9170001772, 8707805264
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श्रीमद्भागवत कथा की महिमा:
श्रीमद्भागवत महापुराण केवल एक ग्रंथ नहीं, अपितु भक्ति, ज्ञान, और वैराग्य का वह अमृत है, जो मानव जीवन को पापों से मुक्त कर परम शांति की ओर ले जाता है। यह भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य चरित्र, उनकी लीलाओं, और उनके उपदेशों का संग्रह है, जो आत्मा को परमात्मा से जोड़ने का मार्ग प्रशस्त करता है।
शास्त्रों में कहा गया है:
“श्रीमद्भागवतस्य कथायां सर्वं समाहितं भवति।”
अर्थात्, श्रीमद्भागवत कथा में सभी तत्वों का समावेश है—भक्ति, कर्म, योग, और ज्ञान। यह कथा सुनने से मनुष्य के हृदय में प्रेम, करुणा, और सत्य का संचार होता है।
कथा श्रवण के लाभ:
- पापों का नाश: श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण मनुष्य के समस्त पापों को नष्ट कर देता है, जैसा कि स्वयं भगवान ने कहा है:
“नाशति पापं कथा-श्रवणेन।”
यह कथा सुनने से मनुष्य के मन में संचित नकारात्मकता और अज्ञान का अंत होता है। - आध्यात्मिक जागरण: यह कथा आत्मा को जागृत कर उसे परम सत्य की ओर ले जाती है। यह भक्तों को भगवद्भक्ति में लीन होने का अवसर देती है।
- मानसिक शांति: कथा में वर्णित भगवान की लीलाएँ और उनके उपदेश मन को शांति प्रदान करते हैं। यह जीवन की समस्याओं से मुक्ति का मार्ग दिखाती है।
- मोक्ष की प्राप्ति: श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मनुष्य को जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है। यह मोक्ष का द्वार खोलती है, जैसा कि महर्षि शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को कथा सुनाकर उन्हें मोक्ष प्रदान किया था।
- सामाजिक समरसता: कथा का आयोजन समाज में एकता और प्रेम को बढ़ावा देता है। यह सभी को एक मंच पर लाकर धर्म और संस्कृति के प्रति श्रद्धा को प्रगाढ़ करता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: कथा स्थल पर भक्ति, भजन, और कीर्तन का वातावरण मन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है। यह तन-मन को पवित्र करता है।
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पूज्य कथा व्यास:

इस कथा का संचालन पूज्य संत स्वामी राम स्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज करेंगे, जो परमार्थ धाम श्री हनुमान मंदिर, भिनकीपुर (उन्नाव) से पधारे हैं। उनकी वाणी में भक्ति और ज्ञान का अनूठा समन्वय है, जो श्रोताओं के हृदय को भगवद्भक्ति से सराबोर कर देता है। उनकी कथा में भगवान की लीलाओं का ऐसा जीवंत चित्रण होता है कि श्रोता स्वयं को भगवान के समीप अनुभव करता है।
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आयोजन का उद्देश्य:
यह कथा आयोजन न केवल भक्ति और ज्ञान का यज्ञ है, बल्कि ब्रह्मा भोज के पावन अवसर पर पूर्वजों के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करने का भी एक माध्यम है। दीक्षित परिवार और समस्त क्षेत्रवासियों ने इस आयोजन को भव्य और सुव्यवस्थित बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। कलश यात्रा से प्रारंभ होकर भण्डारे तक यह आयोजन सभी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव होगा।
सभी धर्मप्रेमियों के लिए आमंत्रण:
दीक्षित परिवार और समस्त आयोजक समिति की ओर से सभी धर्मपरायण सज्जनों से विनम्र अनुरोध है कि इस पावन अवसर पर पधारकर श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करें और अपने जीवन को भक्ति और ज्ञान के प्रकाश से आलोकित करें। यह कथा न केवल आपके मन को शांति देगी, बल्कि आपके परिवार और समाज में भी सकारात्मकता का संचार करेगी।
आइए, इस भक्ति और ज्ञान के यज्ञ में सहभागी बनें और अपने जीवन को सार्थक करें।
श्रीमद्भागवत कथा की जय! भगवान श्रीकृष्ण की जय!