अतुल्य भारत चेतना
मेहरबान अली कैरानवी
कैराना/शामली। श्रावण मास की शिवरात्रि के पावन अवसर पर कैराना की सड़कें बुधवार, 23 जुलाई 2025 को डाक कांवड़ियों से सरोबार रहीं। हरियाणा और अन्य क्षेत्रों से आए डाक कांवड़िए हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर तेज गति से ट्रकों, डीसीएम, और बाइकों पर सवार होकर शिवालयों की ओर फर्राटा भरते नजर आए। नेशनल हाइवे-709एडी पर डाक कांवड़ियों का रेला दिनभर चलता रहा, जिसने शहर को “हर हर महादेव” और “बोल बम” के जयघोष से गुंजायमान कर दिया।
डाक कांवड़ियों का उत्साह और व्यवस्था
पैदल शिवभक्तों की संख्या कम होने के बाद मंगलवार, 22 जुलाई 2025 से कैराना की सड़कों पर डाक कांवड़ियों का कब्जा हो गया। इस बार पुलिस-प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए कस्बे के बाईपास मार्ग को डाक कांवड़ पथ के रूप में निर्धारित किया। नेशनल हाइवे-709एडी पर स्थित इस बाईपास से डाक कांवड़िए अपने वाहनों को तेज गति से चलाकर अपने गंतव्यों की ओर बढ़ते दिखे। दिनभर में केवल इक्का-दुक्का डाक कांवड़ियों के वाहन ही कस्बे के भीतर से गुजरे, जिससे शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू रही।
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डाक कांवड़ियों के जत्थों में 20 से 30 युवकों की टोलियां देखी गईं, जो डीजे से लदे ट्रकों और डीसीएम वाहनों पर सवार थे। कुछ कांवड़िए एक-एक बाइक पर तीन-तीन सवार होकर गंगाजल लेकर अपने शिवालयों की ओर बढ़ रहे थे। हरियाणा के कांवड़िए विशेष रूप से सिरसा, हिसार, रोहतक, भिवानी, जींद, और फतेहाबाद जैसे जिलों से आए थे, जबकि राजस्थान के हनुमानगढ़, राजगढ़, सीकर, और लोहारू जैसे क्षेत्रों के कांवड़िए भी बड़ी संख्या में नजर आए।

पुलिस-प्रशासन की चुनौती और व्यवस्था
इस बार डाक कांवड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक थी, जिसके कारण पुलिस-प्रशासन के सामने व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी चुनौती थी। शामली पुलिस ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए। नेशनल हाइवे-709एडी और पानीपत-खटीमा हाइवे पर पुलिस चौकियां स्थापित की गईं, और सीसीटीवी कैमरे व पुलिस गश्त की व्यवस्था की गई। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने मंगलवार देर शाम कस्बे का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधीनस्थ अधिकारियों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।
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कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया, “हमने बाईपास मार्ग को डाक कांवड़ियों के लिए निर्धारित किया है ताकि कस्बे में अव्यवस्था न हो। पुलिस बल और यातायात पुलिस दिन-रात तैनात है ताकि कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न हो।” इसके बावजूद, कुछ कांवड़ियों के जत्थे शहर के कलक्ट्रेट चौराहे से होकर गुजरे, जिससे शहर भक्ति भजनों से गूंज उठा।
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शिवरात्रि और जलाभिषेक
बुधवार, 23 जुलाई 2025 को शिवरात्रि के पावन अवसर पर सुबह करीब 4:30 बजे जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त था। इस दौरान डाक कांवड़िए अपने-अपने शिवालयों में पहुंचकर पवित्र गंगाजल से भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए उत्साहित दिखे। कांवड़ियों का रेला दोपहर तक हाइवे पर बना रहा, और प्राचीन सिद्धपीठ बाबा बनखंडी महादेव मंदिर सहित क्षेत्र के अन्य शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। डीजे की धुनों पर नाचते-गाते कांवड़ियों ने “हर हर महादेव” के जयघोष के साथ अपनी यात्रा को और उत्साहपूर्ण बनाया।
सामुदायिक और धार्मिक महत्व
कैराना, जो कांवड़ यात्रा के प्रमुख मार्गों में से एक है, हर साल सावन में डाक कांवड़ियों और पैदल शिवभक्तों का गढ़ बन जाता है। इस बार डाक कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि ने स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा दिया। मंदिरों के आसपास लगे मेलों में पूजा सामग्री, खानपान, और अन्य वस्तुओं की बिक्री ने बाजार को गुलजार कर दिया। स्थानीय निवासी रामकुमार ने कहा, “डाक कांवड़ियों का उत्साह देखकर लगता है कि भगवान शिव की भक्ति में कोई कमी नहीं है। पुलिस और प्रशासन ने भी इस बार बेहतर व्यवस्था की है।”
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प्रशासन की अपील और सुरक्षा
क्षेत्रीय वन अधिकारी और प्रशासन ने कांवड़ियों से बाईपास मार्ग का उपयोग करने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। जिलाधिकारी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता कांवड़ियों की सुरक्षा और यात्रा को सकुशल संपन्न कराना है। इसके लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।” इसके साथ ही, स्वास्थ्य शिविर और साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की टीम ने कांवड़ियों के लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किए, जहां डॉ. शैलेंद्र चौरसिया के नेतृत्व में चिकित्सकों ने स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं।
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चुनौतियां और समाधान
डाक कांवड़ियों की बढ़ती संख्या के कारण नेशनल हाइवे पर यातायात प्रबंधन एक बड़ी चुनौती रही। कुछ स्थानों पर कांवड़ियों के वाहनों के कारण मामूली जाम की स्थिति बनी, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति को नियंत्रित किया। हरिद्वार पुलिस ने भी कांवड़ यात्रा के दूसरे चरण के लिए विशेष तैयारियां कीं, जिसमें वाहनों की पार्किंग और सुरक्षा के लिए निर्देश जारी किए गए।