Breaking
Thu. May 8th, 2025

बच्चों के वैदिक और मॉडर्न एजुकेशन (vaidic and modern education) के लिए भारत के प्रसिद्ध स्कूलों (India’s most famous school’s) के बारे मे तथा उनमें प्रवेश (admission process) को लेकर प्रमुख जानकारी

By News Desk Mar 25, 2025
Spread the love

भारत में बच्चों के लिए वैदिक और आधुनिक (मॉडर्न) शिक्षा प्रदान करने वाले प्रसिद्ध स्कूलों की जानकारी नीचे दी गई है। ये स्कूल पारंपरिक भारतीय ज्ञान (वैदिक शिक्षा) और आधुनिक शिक्षा पद्धति को संतुलित करने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही, इनमें प्रवेश प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया है।


वैदिक और मॉडर्न एजुकेशन को संतुलित करने वाले प्रसिद्ध स्कूल

  1. दयानंद एंग्लो-वैदिक (DAV) स्कूल
    • स्थान: देशभर में कई शाखाएँ (जैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा आदि)
    • विशेषता: DAV स्कूल वैदिक मूल्यों (संस्कृत, योग, नैतिक शिक्षा) और आधुनिक शिक्षा (विज्ञान, गणित, अंग्रेजी) का मिश्रण प्रदान करते हैं। यह CBSE बोर्ड से संबद्ध है।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • आयु के आधार पर कक्षा 1 से प्रवेश शुरू।
      • ऑनलाइन/ऑफलाइन आवेदन फॉर्म जमा करना।
      • कुछ शाखाओं में लिखित परीक्षा और साक्षात्कार।
      • दस्तावेज़: जन्म प्रमाण पत्र, पिछले स्कूल का रिपोर्ट कार्ड, निवास प्रमाण।
    • फीस: लगभग ₹20,000 से ₹50,000 प्रति वर्ष (शाखा के आधार पर)।
  2. चिन्मय मिशन स्कूल
    • स्थान: पुणे, कोयंबटूर, दिल्ली, बैंगलोर आदि।
    • विशेषता: स्वामी चिन्मयानंद द्वारा स्थापित, यह स्कूल वेदांत, संस्कृत और भारतीय संस्कृति के साथ-साथ CBSE/ICSE पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • प्री-प्राइमरी से कक्षा 11 तक प्रवेश।
      • ऑनलाइन आवेदन और लिखित परीक्षा।
      • अभिभावक और छात्र के साथ साक्षात्कार।
      • प्राथमिकता उन बच्चों को जिनके परिवार चिन्मय मिशन से जुड़े हों।
    • फीस: ₹30,000 से ₹70,000 प्रति वर्ष।
  3. श्री औरोबिंदो इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एजुकेशन (SAICE)
    • स्थान: पुडुचेरी।
    • विशेषता: श्री औरोबिंदो और मदर के दर्शन पर आधारित, यह स्कूल वैदिक अध्यात्म और आधुनिक शिक्षा (विज्ञान, कला, खेल) को जोड़ता है। यह एक आवासीय स्कूल है।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • कक्षा 1 से 12 तक प्रवेश।
      • आवेदन पत्र स्कूल की वेबसाइट से डाउनलोड करना।
      • प्रवेश परीक्षा और व्यक्तिगत मुलाकात।
      • सीमित सीटें, इसलिए चयन सख्त।
    • फीस: ₹50,000 से ₹1,00,000 प्रति वर्ष (आवास सहित)।
  4. भवन विद्यालय
    • स्थान: नई दिल्ली, चंडीगढ़, कोलकाता आदि।
    • विशेषता: भारतीय संस्कृति, योग, और वैदिक मूल्यों के साथ CBSE पाठ्यक्रम। यह स्कूल नैतिक और आधुनिक शिक्षा पर जोर देता है।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • नर्सरी से प्रवेश शुरू।
      • ऑनलाइन पंजीकरण और लॉटरी सिस्टम (नर्सरी के लिए)।
      • उच्च कक्षाओं में मेरिट और साक्षात्कार।
    • फीस: ₹25,000 से ₹60,000 प्रति वर्ष।
  5. राष्ट्रीय विद्यालय (Rashtriya Vidyalaya)
    • स्थान: कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि में गुरुकुल प्रणाली के स्कूल।
    • विशेषता: ये स्कूल वैदिक शिक्षा (वेद, संस्कृत, ज्योतिष) और आधुनिक विषयों (गणित, विज्ञान) को पढ़ाते हैं। कई स्कूल आवासीय हैं।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • कक्षा 5 से 12 तक प्रवेश।
      • लिखित परीक्षा और साक्षात्कार।
      • कुछ स्कूलों में संस्कृत का बेसिक ज्ञान जरूरी।
    • फीस: ₹15,000 से ₹40,000 प्रति वर्ष (आवासीय सुविधा के साथ बढ़ सकती है)।
  6. इस्कॉन स्कूल (जैसे श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल)
    • स्थान: बैंगलोर, वृंदावन, मायापुर आदि।
    • विशेषता: भक्ति परंपरा, वैदिक ग्रंथ (भगवद गीता, संस्कृत) और आधुनिक शिक्षा का संयोजन। CBSE या राज्य बोर्ड से संबद्ध।
    • प्रवेश प्रक्रिया:
      • नर्सरी से कक्षा 12 तक।
      • आवेदन फॉर्म और प्रवेश परीक्षा।
      • अभिभावकों का साक्षात्कार।
    • फीस: ₹30,000 से ₹80,000 प्रति वर्ष।

प्रवेश प्रक्रिया में सामान्य चरण

  • आवेदन: अधिकांश स्कूलों में ऑनलाइन या ऑफलाइन फॉर्म उपलब्ध होते हैं। इसे स्कूल की वेबसाइट या कार्यालय से प्राप्त करें।
  • प्रवेश परीक्षा: कक्षा 1 से ऊपर के लिए सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेजी और कभी-कभी संस्कृत की परीक्षा।
  • साक्षात्कार: छात्र और अभिभावक दोनों का मूल्यांकन।
  • दस्तावेज़: जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पिछले स्कूल का टीसी (ट्रांसफर सर्टिफिकेट), और निवास प्रमाण।
  • आयु सीमा: नर्सरी के लिए 3-4 साल, कक्षा 1 के लिए 5-6 साल (स्कूल के नियमों के अनुसार)।
  • प्राथमिकता: कुछ स्कूल भाई-बहन, पूर्व छात्रों के बच्चों, या स्थानीय निवासियों को प्राथमिकता देते हैं।

अतिरिक्त जानकारी

  • वैदिक शिक्षा का जोर: ये स्कूल संस्कृत, योग, नैतिकता, और भारतीय दर्शन को पाठ्यक्रम में शामिल करते हैं, जो बच्चों को पारंपरिक ज्ञान से जोड़ता है।
  • आधुनिक शिक्षा: CBSE, ICSE, या राज्य बोर्ड के पाठ्यक्रम के साथ विज्ञान, तकनीक, और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की तैयारी।
  • आवासीय सुविधा: कई स्कूल (जैसे श्री औरोबिंदो, राष्ट्रीय विद्यालय) बोर्डिंग की सुविधा देते हैं, जो गुरुकुल प्रणाली की याद दिलाते हैं।

सुझाव

  • स्कूल का चयन करने से पहले उसकी वेबसाइट पर पाठ्यक्रम और मूल्यों की जाँच करें।
  • अभिभावक स्कूल की फैकल्टी, बुनियादी ढांचे, और पिछले परिणामों की समीक्षा करें।
  • प्रवेश के लिए समय पर आवेदन करें, क्योंकि सीटें सीमित होती हैं।
Responsive Ad Your Ad Alt Text
Responsive Ad Your Ad Alt Text

Related Post

Responsive Ad Your Ad Alt Text