27 जून 2025 की रात को मनोरंजन जगत के लिए एक दुखद खबर सामने आई। ‘कांटा लगा’ गाने से रातों-रात प्रसिद्धि हासिल करने वाली अभिनेत्री और मॉडल शेफाली जरीवाला का महज 42 साल की उम्र में निधन हो गया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, उनकी मृत्यु का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जा रहा है। इस खबर ने उनके प्रशंसकों, सहकर्मियों और पूरे मनोरंजन उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। शेफाली की अचानक मृत्यु ने कम उम्र में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों पर भी सवाल उठाए हैं। इस समाचार में हम शेफाली जरीवाला के जीवन, उनकी मृत्यु और कम उम्र में हार्ट अटैक के कारणों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
शेफाली जरीवाला: एक परिचय
शेफाली जरीवाला का जन्म 24 नवंबर 1982 को गुजरात के अहमदाबाद में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल, कालीम्पोंग से पूरी की और बाद में सरदार पटेल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, मुंबई से सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology) में मास्टर डिग्री हासिल की। शेफाली ने पढ़ाई के साथ-साथ परफॉर्मिंग आर्ट्स में भी अपनी रुचि बनाए रखी, जो बाद में उनके करियर का आधार बनी।
2002 में रीमिक्स म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ ने उन्हें ‘कांटा लगा गर्ल’ के रूप में घर-घर में मशहूर कर दिया। इस गाने ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया, हालांकि इसके बोल और प्रस्तुति को लेकर कुछ विवाद भी हुए। इसके बाद शेफाली ने 2004 में बॉलीवुड फिल्म ‘मुझसे शादी करोगी’ में ‘बिजली’ नामक किरदार निभाया। वह रियलिटी शो ‘बिग बॉस 13’ में भी एक प्रतियोगी के रूप में नजर आईं, जहां उनकी पुरानी दोस्ती और सह-प्रतियोगी सिद्धार्थ शुक्ला के साथ बॉन्डिंग चर्चा में रही। 2024 में उन्हें टीवी शो ‘शैतानी रस्में’ में देखा गया था।
शेफाली ने निजी जीवन में भी उतार-चढ़ाव देखे। उन्होंने 2004 में मीत ब्रदर्स के संगीतकार हरमीत सिंह से शादी की, लेकिन 2009 में दोनों का तलाक हो गया। बाद में उन्होंने अभिनेता पराग त्यागी से शादी की, जो उनके निधन के समय उनके साथ थे। शेफाली सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थीं और उनकी आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट, जो उनकी मृत्यु से तीन दिन पहले की थी, अब वायरल हो रही है।
शेफाली जरीवाला की मृत्यु
27 जून 2025 की रात को शेफाली जरीवाला की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बताया जाता है कि उन्हें सीने में तेज दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उनके पति पराग त्यागी और तीन अन्य लोग उन्हें तुरंत मुंबई के बेलेव्यू मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले गए। हालांकि, अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में कार्डियक अरेस्ट को उनकी मृत्यु का कारण बताया गया है, लेकिन आधिकारिक पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
शेफाली का शव बाद में अंधेरी के कूपर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मुंबई पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने उनके लोखंडवाला स्थित घर पर पहुंचकर जांच शुरू की है। अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन पुलिस की सक्रियता और फॉरेंसिक जांच के कारण कुछ लोग इसे संदेहास्पद मान रहे हैं।
शेफाली की मृत्यु की खबर की पुष्टि सबसे पहले पत्रकार विकी लालवानी ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर की, जिसके बाद ‘बिग बॉस 13’ के सह-प्रतियोगी अली गोनी, राजीव अदातिया, और गायक मीका सिंह ने भी सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया। शेफाली की मृत्यु ने उनके प्रशंसकों और मनोरंजन उद्योग को गहरा आघात पहुंचाया है।
शेफाली का स्वास्थ्य इतिहास
शेफाली ने एक साक्षात्कार में खुलासा किया था कि 15 साल की उम्र में उन्हें मिर्गी (Epilepsy) का पहला दौरा पड़ा था। तनाव और चिंता के कारण ये दौरे बार-बार होते थे, लेकिन नियमित व्यायाम और उचित देखभाल के बाद वह इससे उबर गई थीं। उन्होंने अपनी रिकवरी का श्रेय मजबूत भावनात्मक समर्थन और स्वस्थ जीवनशैली को दिया था। हालांकि, उनकी मृत्यु के समय कोई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्या की जानकारी सार्वजनिक नहीं थी।
कम उम्र में हार्ट अटैक के बढ़ते मामले
शेफाली जरीवाला की मृत्यु ने एक बार फिर कम उम्र में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामलों पर ध्यान आकर्षित किया है। ‘बिग बॉस 13’ के विजेता सिद्धार्थ शुक्ला की 2021 में 40 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु भी एक समान दुखद संयोग है। हाल के वर्षों में, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के बाद, कम उम्र में हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि देखी गई है।
कार्डियक अरेस्ट क्या है?
कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी स्थिति है जिसमें हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर के अन्य अंगों में रक्त प्रवाह रुक जाता है। यह मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद कर देता है, जिससे कुछ ही मिनटों में मृत्यु हो सकती है यदि तत्काल चिकित्सा सहायता न मिले। कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर है; हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय की मांसपेशियों को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होती है, जबकि कार्डियक अरेस्ट हृदय की विद्युतीय गतिविधि में गड़बड़ी के कारण होता है।
कम उम्र में हार्ट अटैक के कारण
हाल के वर्षों में 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि देखी गई है। इसके कई कारण हैं:
- खराब जीवनशैली: अनियमित खानपान, प्रोसेस्ड फूड, उच्च कोलेस्ट्रॉल और सैचुरेटेड फैट युक्त आहार हृदय रोगों का खतरा बढ़ाते हैं। धूम्रपान, अत्यधिक शराब का सेवन और निष्क्रिय जीवनशैली भी प्रमुख कारक हैं।
- तनाव और मानसिक स्वास्थ्य: आधुनिक जीवन में बढ़ता तनाव, चिंता और अवसाद हृदय पर दबाव डालते हैं। शेफाली ने स्वयं बताया था कि तनाव के कारण उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे।
- कोविड-19 का प्रभाव: कोविड-19 संक्रमण के बाद हृदय संबंधी समस्याओं में वृद्धि देखी गई है। वायरस के कारण हृदय की मांसपेशियों में सूजन (Myocarditis) और रक्त के थक्कों का खतरा बढ़ सकता है।
- जेनेटिक और पारिवारिक इतिहास: यदि परिवार में हृदय रोगों का इतिहास है, तो कम उम्र में भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- अत्यधिक व्यायाम: विशेषज्ञों के अनुसार, यदि हृदय में पहले से कोई समस्या है, तो अचानक उच्च तीव्रता वाला व्यायाम (जैसे HIIT या भारी वजन उठाना) कार्डियक अरेस्ट को ट्रिगर कर सकता है।
- अनियंत्रित बीमारियां: मधुमेह, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल, जो अक्सर बिना लक्षणों के रहते हैं, हृदय रोगों का कारण बनते हैं।
आंकड़े और विशेषज्ञ राय
- अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के अनुसार, 40 वर्ष से कम उम्र में हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं।
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अकेले अमेरिका में हर साल 3,50,000 लोग कार्डियक अरेस्ट से मर रहे हैं।
- इंडियन हार्ट एसोसिएशन ने बताया कि 50 वर्ष से कम उम्र के 50% और 40 वर्ष से कम उम्र के 25% लोगों में हार्ट अटैक का जोखिम देखा गया है।
- नोएडा के फोर्टिस अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय कौल के अनुसार, कोविड-19 के बाद हृदयाघात की घटनाएं बढ़ी हैं, हालांकि अब स्थिति सामान्य होने लगी है।
बचाव के उपाय
हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार, कम उम्र में हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- नियमित जांच: 20 वर्ष की उम्र से ही रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, और मधुमेह की जांच करानी चाहिए, खासकर यदि परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो।
- स्वस्थ जीवनशैली: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम (जैसे रोजाना 3 किमी पैदल चलना), और धूम्रपान-शराब से परहेज जरूरी है।
- तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान और पर्याप्त नींद तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
- चिकित्सक परामर्श: भारी व्यायाम शुरू करने से पहले ईसीजी, स्ट्रेस टेस्ट, और लिपिड प्रोफाइल जैसी जांच कराएं।
- लक्षणों पर ध्यान: सीने में दर्द, सांस फूलना, अत्यधिक पसीना, या चक्कर आने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
शेफाली जरीवाला की असामयिक मृत्यु ने न केवल मनोरंजन उद्योग को झकझोर दिया है, बल्कि यह भी चेतावनी दी है कि हृदय स्वास्थ्य को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है। उनकी मृत्यु कार्डियक अरेस्ट से होने की आशंका है, जो कम उम्र में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का एक और उदाहरण है। यह घटना हमें अपनी जीवनशैली, स्वास्थ्य जांच और तनाव प्रबंधन पर ध्यान देने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। शेफाली के प्रशंसक और सहकर्मी उन्हें उनकी प्रतिभा, खूबसूरती और सकारात्मक ऊर्जा के लिए हमेशा याद रखेंगे।