अतुल्य भारत चेतना
शिवशंकर जायसवाल
कटघोरा/कोरबा। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र कटघोरा जिला कोरबा के अधिष्ठाता डॉक्टर एस. एस. पोर्ते के मार्गदर्शन में कृषि विस्तार वैज्ञानिक डॉक्टर आकांक्षा पाण्डेय एवं मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर प्रियल पाण्डेय के द्वारा ग्राम पंचायत नगोई बछेरा विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा में कृषि महाविद्यालय के रावे एवं रेडी के चतुर्थ वर्ष के छात्रों के द्वारा ग्राम नगोई के चारागाह क्षेत्र में मृदा परिच्छेदिका (Soil profile) की जानकारी किसानों को दी गई व विभिन्न किसानों के खेत से विभिन्न मृदा नमूना लेकर उनका नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश पी.एच. एवं कार्बनिक पदार्थ की मात्रा का परीक्षण किया गया तथा वैज्ञानिकों द्वारा इन पोषक तत्वों के महत्व की जानकारी किसानों को दी गई, जिसमें मृदा वैज्ञानिक द्वारा मृदा परिच्छेदिका के बारे में निम्न जानकारी दी गई जैसे कि मृदा परिच्छेदिका मिट्टी की ऊपरी सतह से लेकर आधारभूत चट्टान तक के उर्ध्वाधर काट को मृदा परिच्छेदिका कहते हैं। मृदा परिच्छेदिका में छः संस्कार होते हैं- ओ संस्तर ए संस्तर ए संस्तर बी संस्तर सी संस्तर एवं आर संस्तर। ग्राम नगोई बछेरा में मृदा परिच्छेदिका काटते समय हमें निम्न संस्तर दिखाई दिए ओ संस्तर ए संस्तर ई संस्तर एवं बी संस्तर।
साथ ही मृदा परिच्छेदिका में देखा गया कि बी संस्तर में कैल्शियम के निक्षेप देखने को मिले एवं ए संस्तर में फेरस ऑक्साइड के कारण लाल रंग की मिट्टी दिखाई दी एवं बी संस्तर में पीला निक्षेप दिखा जो की लेमोनाइट के कारण होता है।