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रईस
नानपारा/बहराइच। तहसील नानपारा के अंतर्गत ग्राम सभा माघी में पिछले पांच दिनों से विद्युत ट्रांसफार्मर के जल जाने के कारण पूरे गांव में अंधेरा छाया हुआ है। भीषण गर्मी के बीच बिजली की अनुपस्थिति ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। विद्युत विभाग की उदासीनता और लापरवाही से त्रस्त ग्रामीणों ने विद्युत उपकेंद्र नानपारा पहुंचकर अधिशासी अभियंता से गुहार लगाई और नए ट्रांसफार्मर की मांग की।
समस्या का विवरण
ग्राम माघी, जो विद्युत उपकेंद्र नानपारा से जुड़ा है, में 13 जून 2025 को ट्रांसफार्मर खराब हो गया। इसके परिणामस्वरूप गांव में बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। ग्रामीणों ने कई बार विद्युत विभाग को फोन के माध्यम से सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। विभाग की इस लापरवाही से नाराज ग्रामीणों ने 18 जून 2025 को विद्युत उपकेंद्र पहुंचकर प्रार्थना पत्र सौंपा। पत्र में निम्नलिखित समस्याओं का उल्लेख किया गया:
ट्रांसफार्मर की खराबी: पांच दिनों से बिजली न होने के कारण ग्रामीण भीषण गर्मी में परेशान हैं।
पुराने एलटी तार: गांव में बिजली शुरू होने के बाद से लो-टेंशन (एलटी) तार नहीं बदले गए, जिसके कारण तार जलने और बिजली आपूर्ति बाधित होने की समस्या बनी रहती है।
अपर्याप्त बिजली आपूर्ति: जब बिजली उपलब्ध थी, तब भी तीन फेस में आपूर्ति न होने के कारण उपभोक्ताओं को पर्याप्त लाभ नहीं मिलता था।
ग्रामीण राम अवतार, एक स्थानीय निवासी, ने बताया: “पांच दिन से बिजली नहीं है। गर्मी में बच्चे और बुजुर्ग परेशान हैं। हमने कई बार विभाग को सूचना दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब हम उपकेंद्र आए हैं, ताकि हमारी समस्या का समाधान हो।”
ग्रामीणों की मांगें
ग्रामीणों ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से निम्नलिखित मांगें रखीं:
नया ट्रांसफार्मर: खराब ट्रांसफार्मर को तत्काल बदलकर नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया जाए।
एलटी तारों का नवीनीकरण: पुराने और जर्जर तारों को बदलकर बिजली आपूर्ति को सुचारू किया जाए।
तीन फेस बिजली आपूर्ति: ग्रामीणों को निर्बाध और पर्याप्त बिजली सुनिश्चित करने के लिए तीन फेस में आपूर्ति की व्यवस्था की जाए।
विद्युत विभाग का जवाब
अधिशासी अभियंता, विद्युत उपकेंद्र नानपारा ने ग्रामीणों की शिकायत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “उपभोक्ताओं को अपनी शिकायत पहले 1912 हेल्पलाइन पर दर्ज करानी चाहिए। इसके बाद उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।” हालांकि, ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने 1912 हेल्पलाइन पर कई बार कॉल कर अपनी समस्या दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
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ग्रामीणों की वैकल्पिक योजना
विद्युत विभाग की लापरवाही से तंग आकर कई उपभोक्ता अब अपने बिजली कनेक्शन कटवाने और घरों में सोलर प्लांट लगवाने पर विचार कर रहे हैं। सुरेश कुमार, एक अन्य ग्रामीण, ने कहा: “हर बार बिजली की समस्या होती है। विभाग कोई स्थायी समाधान नहीं करता। अब हम सोलर पैनल लगाने की सोच रहे हैं, ताकि इस परेशानी से छुटकारा मिले।”
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
बिजली की अनुपस्थिति ने ग्रामीणों के दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है:
स्वास्थ्य समस्याएं: भीषण गर्मी में पंखे और कूलर न चलने से बच्चों और बुजुर्गों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही हैं।
कृषि कार्य बाधित: सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भर किसानों को खेती में नुकसान हो रहा है।
आर्थिक नुकसान: छोटे व्यवसाय और दुकानें, जो बिजली पर निर्भर हैं, बंद पड़े हैं।
शिक्षा पर असर: बिजली न होने से बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई और रात में अध्ययन प्रभावित हो रहा है।
विद्युत विभाग की चुनौतियां
नानपारा क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की समस्याएं नई नहीं हैं। पुरानी बुनियादी ढांचा, अपर्याप्त रखरखाव, और कर्मचारियों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की स्थिति अक्सर दयनीय रहती है। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) की एक रिपोर्ट के अनुसार, बहराइच जिले में कई ग्राम पंचायतों में ट्रांसफार्मर और तारों की स्थिति खराब है, जिसके लिए बड़े पैमाने पर निवेश और सुधार की आवश्यकता है।
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ग्रामीणों की अपील
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और विद्युत विभाग से तत्काल कार्रवाई की अपील की है। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाए। रामचंद्र, एक किसान, ने कहा: “हम बिजली बिल समय पर जमा करते हैं, फिर भी हमें सुविधा नहीं मिलती। विभाग को हमारी परेशानी समझनी चाहिए और जल्द से जल्द नया ट्रांसफार्मर लगाना चाहिए।”
भविष्य की उम्मीदें
ग्रामीणों को उम्मीद है कि उनके प्रार्थना पत्र और उपकेंद्र पर प्रदर्शन के बाद विद्युत विभाग उनकी समस्याओं का समाधान करेगा। साथ ही, वे स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी इस मुद्दे को उठाने की मांग कर रहे हैं। यह मामला न केवल माघी गांव, बल्कि नानपारा के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की बदहाल स्थिति को उजागर करता है।
विद्युत विभाग की लापरवाही और पुराने ढांचे के कारण माघी गांव के निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति की चुनौतियों को दर्शाती है। अब देखना यह है कि विभाग ग्रामीणों की गुहार कब सुनता है और उनकी समस्याओं का निदान कब करता है।