अतुल्य भारत चेतना
अशोक सोनी
गोण्डा। देश प्रेम, आपसी सौहार्द, शाकाहार-सदाचार एवं मद्यनिषेध के साथ-साथ अच्छे समाज के निर्माण की प्रेरणा देते हुये परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के एकमात्र उत्तराधिकारी संत पंकज जी महाराज कल सायंकाल अपने 108 दिवसीय यात्रा के 89वें पड़ाव पर परसपुर ब्लाक के ग्राम मलाँव लाला की बगिया पधारे। गाजे-बाजे, आतिशबाजी, कलशों व फूल-मालाओं के साथ स्थानीय लोगों ने भव्य स्वागत किया। अपने सत्संग सम्बोधन में संस्थाध्यक्ष ने कहा कि यदि आप लोग भगवान को मानते हैं तो सबसे पहले मानवतावादी बनें।




एक-दूसरे की निःस्वार्थ भाव से सेवा करें। आपस में हिल-मिल कर प्रेम के साथ रहें। यही मानव धर्म है। लेकिन आज नफरत की ऐसी ज्वाला जली कि पति-पत्नी में लड़ाई, पिता-पुत्र में लड़ाई, जातियों में लड़ाई। ऐसे में सारा देश जल उठा। ऐसा क्यों हुआ कि हमने उस ईश्वर को भुला दिया। आपने गर्भ में यह वादा किया था कि हम भजन करेंगे। यहाँ जन्म पाकर खाने-पीने, ऐशो-इशरत में जीवन का सारा समय बर्बाद कर दिया। जब मौत आई तो पछताने लगे कि हाय हमने तो आत्म कल्याण के लिये कुछ कमाई ही नहीं की। सारी पढ़ाई-लिखाई, धन-वैभव, चालाकी, चतुराई वहीं श्मशान भूमि पर जलकर खाक हो जायेगी। आप का नाम भी कोई नहीं लेगा। अब भी समय है। साधु मत बनो। घर-गृहस्थी में रहते हुये एक घण्टा सुबह-शाम समय निकाल कर कलियुग की सरल साधना (नाम-योग) की कमाई कर लें। भजन कर लें, यही मानव जीवन का लक्ष्य है।
महाराज जी ने देश के युवा पीढ़ी के चरित्र उत्थान पर विशेष ध्यान देने की अपील भी किया और कहा कि युवा ही देश की रीढ़ हैं। चरित्र ही मानव की सबसे बड़ी पूंजी है। अतः शाकाहार को अपनायें तथा शराब व किसी प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन बिलकुल न करें तभी एक अच्छा समाज बन सकता है।
उन्होंने आगामी 8 से 12 दिसम्बर तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला में भाग लेने का निमन्त्रण दिया। आयोजन में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा।
इस अवसर पर धर्मराज, गुड्डू सिंह प्रधान मलाँव, सूर्यबली सिंह प्रधान मधईपुर, रामकुमार, मुन्ना लाल, मिठाई लाल, धनलाल, बनवारी लाल, सहयोगी संगत वाराणसी के बांकेलाल यादव, दिनेश गुप्ता, राजेश चौबे, लाल चन्द पाल आदि उपस्थित रहे।
सत्संग के बाद जनजागरण यात्रा ग्राम-पसका (मेलाबाग) ब्लाक परसपुर के लिये प्रस्थान कर गई।