अतुल्य भारत चेतना
उमेश शेंडे
बालाघाट। इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान संग्रहालय की बैठक मंगलवार को जनपद पंचायत लालबर्रा के सभा कक्ष में आयोजित की गई। जनपद सीईओ सीएस मण्डलोई एवं संग्रहाध्यक्ष इतिहास एवं पुरातत्व शोध संस्थान संग्रहालय बालाघाट डॉ. वीरेन्द्र सिंह गहरवार की उपस्थिति में आयोजित बैठक में डॉ.गहरवार ने बताया कि लालबर्रा के पुरातत्व स्थल ग्राम रानीकोठार, बोरी, नगपुरा, मिरेगांव, घटौलगांव, नेवरगांव (ला.), खिर्री आदि में पुरातात्विक अवशेष यत्र-तत्र बिखरे हुए है। जिसे संरक्षण करने के लिए टीन शेड निर्माण पंचायत स्तर पर करवाने तथा समस्त पुरातात्विक महत्व की प्रतिमाओं का पंजीयन करवाते हुए, एक पुस्तक प्रकाशित करने की बात कही गई। वहीं सीईओ श्री मण्डलोई ने एक सप्ताह के अंदर पुरातात्विक महत्व की जानकारियों से अवगत कराने की बात कहीं।

बैठक में बताया गया कि ग्राम पंचायत बोरी में पुरातात्विक अवशेषों ग्रामीणों द्वारा पुरातात्विक महत्व की खंडित प्रतिमाओं को नदी में विसर्जित कर दिया है। जिस पर डॉ. गहरवार ने आपत्ति दर्ज करते हुए यथाशीघ्र पुरातत्व संग्रहालय बालाघाट में भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रतिमा आकर्षक कलात्मक को विलोपित किया गया है, जिसे अपने मूल स्वरूप में रखा जाए और प्रतिमा का पंजीयन पुरातत्व विभाग से करवाकर, टीन शेड निर्माण कर यथावत रखा जाए। बैठक में खिलेन्द्र सोमवंशी डीपीओ जनपद पंचायत लालबर्रा, राजेन्द्र कुमार ब्रम्हे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, हरिशंकर बनवाले सदस्य जनपद पंचायत लालबर्रा, स्वर्णलता ठाकुर, अजय ठाकुर, पूर्व जनपद पंचायत सदस्य, अनिता लिल्हारे सरपंच नगपुरा, काजल कुर्वेती सरपंच मिरेगांव, राजेश ब्रम्हें एवं पुरातात्विक स्थलों के सरपंच सचिव और पंच भी उपस्थित थे।