अतुल्य भारत चेतना
अखिल सुर्यवंशी
मथुरा। मथुरा के साइट-बी औद्योगिक क्षेत्र में लगातार हो रही बिजली कटौती, ट्रिपिंग, और बिना सूचना के शटडाउन जैसी समस्याओं से परेशान उद्यमियों की नाराजगी को देखते हुए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के मुख्य अभियंता ने स्वयं रिफायनरी विद्युत उपकेंद्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिशासी अभियंता और उपखंड अधिकारी को सख्त निर्देश देकर तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए कहा।
पृष्ठभूमि और समस्या
साइट-बी औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमियों को लंबे समय से बिजली आपूर्ति से संबंधित गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। बिजली कटौती, ट्रिपिंग, और बिना किसी पूर्व सूचना के शटडाउन की घटनाएं आम हो गई थीं, जिससे उद्यमियों के व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। हाल ही में, रिफायनरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों और उद्यमियों के साथ यूपीपीसीएल के अधिशासी अभियंता की एक बैठक हुई थी, जिसमें समस्याओं के समाधान के लिए कुछ नियम और समझौते तय किए गए थे। हालांकि, इन समझौतों का अगले ही दिन उल्लंघन हो गया, जिससे उद्यमियों में नाराजगी और बढ़ गई।
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मुख्य अभियंता का दौरा और निर्देश
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए यूपीपीसीएल के मुख्य अभियंता ने स्वयं रिफायनरी विद्युत उपकेंद्र का दौरा किया। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि उद्यमियों को किसी भी हाल में विद्युत समस्या का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने तत्काल समाधान सुनिश्चित करने के लिए निम्नलिखित निर्देश दिए:
निर्देश | विवरण |
---|---|
निर्बाध आपूर्ति | उद्यमियों को बिजली की कोई समस्या न हो, इसके लिए तत्काल उपाय किए जाएं। |
फ्यूज अपग्रेड | 11,000 वोल्ट की लाइन के सभी फ्यूज डायरेक्ट किए जाएं, ताकि बार-बार फ्यूज उड़ने से आपूर्ति बाधित न हो। |
ट्रिपिंग डिवाइस अपग्रेड | उपकेंद्र पर लगी ट्रिपिंग डिवाइसेज़ को अपग्रेड किया जाए, ताकि ट्रिपिंग की घटनाएं कम हों। |
डीसीबी अपडेट | उच्च भार वाले कनेक्शनों वाले उद्यमियों को अपनी डिस्ट्रीब्यूशन कंट्रोल बॉक्स (डीसीबी) अपडेट करने की सलाह दी गई। |
मुख्य अभियंता ने यह भी सुनिश्चित किया कि इन निर्देशों का तत्काल पालन किया जाए, ताकि उद्यमियों को कोई असुविधा न हो।
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उद्यमियों की प्रतिक्रिया
रिफायनरी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहित अग्रवाल ने मुख्य अभियंता के इस सक्रिय हस्तक्षेप की सराहना की। उन्होंने कहा, “हमें उम्मीद है कि इन निर्देशों के कार्यान्वयन से हमारे औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में स्थायित्व और सुधार आएगा।” बैठक में उपाध्यक्ष भगत सिंह पटेल और अन्य प्रमुख उद्यमी जैसे रवि राजपूत, प्रदीप पम्मानी, प्रवीण मित्तल, मयंक गोयल, कमलजीत सिंह, हरेंद्र चौधरी, उमेश मित्तल, संजय पांडे, धीरज गर्ग, अमित बंसल, निक्की बंसल, प्रफुल्ल गोयल, प्रद्युम्न सिंघल, तन्मय सिंघल, और प्रदीप गौतम भी उपस्थित थे। सभी ने मुख्य अभियंता के त्वरित कदमों की सराहना की और आशा जताई कि यह कदम उनके व्यवसायों के लिए एक बेहतर भविष्य लाएगा।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
यह घटना न केवल मथुरा के औद्योगिक क्षेत्र के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। विद्युत आपूर्ति में सुधार से उद्यमियों के व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र की आर्थिक प्रगति होगी। यूपीपीसीएल के मुख्य अभियंता का यह कदम न केवल तत्काल समस्या का समाधान है, बल्कि यह भविष्य में ऐसी समस्याओं को रोकने के लिए एक मॉडल भी प्रस्तुत करता है।
भविष्य की योजनाएं
यूपीपीसीएल ने इस घटना के बाद से औद्योगिक क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाने की योजना बनाई है। इसमें नियमित रूप से उपकेंद्रों की जांच, उपकरणों का अपग्रेड, और उद्यमियों के साथ संवाद बनाए रखना शामिल है। इन प्रयासों से न केवल वर्तमान समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि भविष्य में ऐसी स्थितियों को रोकने में भी मदद मिलेगी।
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यूपीपीसीएल के मुख्य अभियंता का यह दौरा और उनके द्वारा दिए गए निर्देश मथुरा के औद्योगिक क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इससे न केवल उद्यमियों की तत्काल समस्याओं का समाधान होगा, बल्कि यह क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उद्यमियों ने इस पहल की सराहना की है और आशा जताई है कि इससे उनके व्यवसायों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह घटना यह दर्शाती है कि सरकारी प्रशासन और उद्योग जगत के बीच सहयोग से समस्याओं का समाधान संभव है। यूपीपीसीएल के मुख्य अभियंता का यह कदम न केवल तत्काल राहत प्रदान करता है, बल्कि यह भविष्य में बेहतर विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण पहल है।